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2023 में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें? कोर्स, लाइसेंस, नियम, खर्चा, कमाई।

Medical Shop Business Plan in India in Hindi – इंडिया में फार्मेसी बिजनेस किफायती और सदाबहार business है | क्योकि देश की अर्थव्यवस्था में ऊंच नीच का इस business पर कुछ ज्यादा प्रभाव पड़ता नहीं है | वह इसलिए की दवाई या Medicine का सीधा लेना देना मनुष्य के स्वास्थ से होता है | आदमी भले ही अपनी अन्य आवश्यकताओं में समय के अनुरूप कटौती कर सकता है | किन्तु मेडिकल के मामले में नहीं | यही कारण है की इस बिजनेस में मंदी के दिनों में भी कमाई करने के सारे अवसर उपलब्ध रहते हैं |

मेडिकल स्टोर के लिए कोर्स (Complete Pharmacy Course)

यदि आप अपना मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप यही जानने को इच्छुक होंगे की इसके लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है। हालांकि यह भी सत्य है की आप किसी पंजीकृत फार्मासिस्ट को नियुक्त करके भी इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। लेकिन यदि आप बिना किसी को नियुक्त किये मेडिकल स्टोर खोलना चाहते हैं, तो फिर आपको स्वयं को एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट बनने की प्रक्रिया को पूर्ण करना होगा।

वर्तमान में फार्मेसी शिक्षा के लिए भी सभी प्रकार के कोर्स जैसे डिप्लोमा, डिग्री और मास्टर डिग्री विद्यमान हैं। इनमें से मुख्य दो कोर्स जिन्हें कोई इच्छुक विद्यार्थी इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करके कर सकता है उनकी डिटेल्स निम्न है।

डिप्लोमा इन फार्मेसी (D. Pharma) :

ऐसे लोग जो बाद में अपना मेडिकल स्टोर खोलना चाहते हैं वे आम तौर पर इसी दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स का चयन बारहवीं के बाद करते हैं। लेकिन ध्यान रहे डी फार्मा कोर्स में प्रवेश के लिए विद्यार्थी का विज्ञान संकाय के PCM या PCB विषयों से पास होना अनिवार्य है। कला संकाय से जुड़े विद्यार्थी इस कोर्स में प्रवेश के लिए पात्र नहीं है।

यह दो सालों का कोर्स होता है, और आम तौर पर यह सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों द्वारा भी ऑफर किया जाता है। सरकारी कॉलेज में प्राइवेट कॉलेज के मुकाबले फीस बेहद कम होती है, और डी फार्मा में प्रवेश के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराया जाता है। जिसमें प्राप्त रैंक के अनुसार ही सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है।

कहने का आशय यह है की यदि आप भविष्य में अपना Pharmacy Business शुरू करने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो इसकी तैयारी आप अपने विद्यार्थी जीवन से ही कर सकते हैं। इसके लिए आपको दसवीं पास करके विज्ञान संकाय का चुनाव करना होगा और उसे PCB या PCM विषयों के साथ उत्तीर्ण करना होगा। उसके बाद एंट्रेंस एग्जाम देना होगा, और काउंसलिंग के जरिये अपने पसंदीदा कॉलेज का चयन करना होगा।

दो वर्षों का पाठ्यक्रम पूर्ण कर लेने के बाद विद्यार्थी को 500 घंटों की या तीन महीनों की ट्रेनिंग किसी रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के तहत करनी होती है। आम तौर पर सरकारी अस्पतालों और चिकित्सालयों में कार्यरत पंजीकृत फार्मासिस्टो के अधीन ही यह प्रशिक्षण लिया जाता है ।

इसलिए जब आपके डी फार्मा फाइनल इयर के एग्जाम ख़त्म हो जाते हैं, तो कॉलेज द्वारा आपको कुछ डाक्यूमेंट्स प्रदान किये जाते हैं। जिनकी मदद से आप जिले के CMO Office में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। CMO Office द्वारा जहाँ आप ट्रेनिंग प्रदान करना चाहते हैं वहां पर नियुक्त रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट को संबोधित करते हुए, एक लैटर जारी किया जाता है।

और जब आप तीन महीनों या 500 घंटों की ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं, तो उसके बाद ही आप फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया में एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। और यह तो आप सब अच्छी तरह जानते हैं की एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट आसानी से अपना मेडिकल स्टोर का बिजनेस स्थापित कर सकता है।      

बैचलर इन फार्मेसी (B. Pharma)

दूसरा कोर्स जो आप बारहवीं के बाद कर सकते हैं, वह है बी. फार्मा । इस कोर्स में प्रवेश करने के लिए भी आपको विज्ञान संकाय के PCM या PCB विषयों के साथ बारहवीं उत्तीर्ण करनी होती है। बारहवीं के बाद बी फार्मा चार सालों का एक डिग्री कोर्स होता है। लेकिन ऐसे विद्य्राठी जिन्होंने डी फार्मा किया हो वे इसके दुसरे वर्ष में सीधे प्रवेश पा सकते हैं। इसलिए ऐसे विद्यार्थियों के लिए यह पाठ्यक्रम 3 वर्षों का हो जाता है।

इस पाठ्यक्रम को भी कई सरकारी और निजी कॉलेज द्वारा ऑफर किया जा रहा है, लेकिन इसमें प्रवेश देने के लिए भी एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है, और उसमें आई रैंक के आधार पर ही कॉलेजों में एडमिशन भी मिलता है।

Pharmacy-business-medical-shop

मेडिकल स्टोर का पंजीकरण (Registration of Medical Shop)

इंडिया में मेडिकल स्टोर खोलने के लिए business registration दूसरा सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है | इस बिज़नेस के Registration Process को निम्न चार भागों में विभाजित किया जा सकता है |

1. हस्पताल फार्मेसी (Hospital Pharmacy):

Hospital Pharmacy से हमारा आशय उस Medical shop से है | जो किसी हॉस्पिटल के अंदर होती है | और हॉस्पिटल के मरीजों के आवश्यकतानुसार, उन्हें दवाइयों की बिक्री करता है |

2. नगरीय फार्मेसी (Township Pharmacy):

Township Pharmacy के अंतर्गत वह व्यक्ति अपने Business को Register कराता है |  जो किसी बस्ती में अपनी Medical Shop खोलना चाहता है | और बस्ती में निवासित लोगों की दवाई सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूर्ण करना चाहता है |

3. श्रृंखला फार्मेसी (Chain Pharmacy) :

Chain Pharmacy का मतलब उस Medical shop से होता है | जिसका स्टोर किसी एक जगह न होकर विभिन्न शहरों, इलाकों में फैला होता है | जैसे अप्पोलो फार्मेसी इत्यादि |

4. व्यक्तिगत फार्मेसी (Stand Alone Pharmacy):

Stand alone pharmacy के अंतरगत उन व्यक्तियों के business को register किया जाता है |  जो रिहायशी इलाकों में Medical shop खोलना चाहते हैं | गली मोहल्लों में स्थापित अधिकतर मेडिकल की दुकानें इसी श्रेणी के अंतर्गत register होते हैं |

कर पंजीकरण (Tax Registration):

इस व्यवसाय के लिए India के किसी भी राज्य में Value added tax (VAT) के अंतर्गत Tax Registration करा सकते हैं | चूँकि VAT नामक tax राज्य सरकार के अधीन आता है | इसलिए अपने बिज़नेस का VAT Registration करने के लिए राज्य के VAT या Sales Tax department से संपर्क किया जा सकता है |

ड्रग लाइसेंस (drug license for Medical Shop)

खुद का फार्मेसी बिजनेस शुरू करने के लिए drug license लेना सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है | अगर हम यह कहें तो गलत न होगा की इस business को start करने की चाबी ही drug license है | और यह license केंद्रीय और राज्य स्तरीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा जारी किया जाता है | जारी किये जाने वाले लाइसेंस दो प्रकार के होते हैं |  Retail drug license (RDL) और Wholesale drug license (WDL) | दवाइयों के फुटकर विक्रेताओं को RDL License और थोक विक्रेताओं को WDL License जारी किया जाता है | 

और यह लाइसेंस उन व्यक्तियों के नाम से जारी किया जाता है | जिन्होंने Pharmacy में कोई डिग्री या डिप्लोमा किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ली हों | मान्यता प्राप्त संस्थान की लिस्ट फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया की अधिकारिक वेबसाइट की Approved College Section पर देखी जा सकती है| अगर हम नैतिकता की बात करें, तो इंडिया में केवल वही व्यक्ति मेडिकल स्टोर अर्थात फार्मेसी शुरू कर सकता है |

जिसने फार्मेसी में डिग्री या डिप्लोमा ली हों | लेकिन वास्तविक भारत में ऐसा होता नहीं है | यदि किसी के रिस्तेदार ने, या फिर जानकार ने यह कोर्स किया होता है, तो वह अपने नाम से लाइसेंस लेकर पैसों के बदले या फिर भलाई हेतु किसी और को दे देता है |

मेडिकल स्टोर खोलने के नियम (Rules to start Medical Shop in India) :

  • यदि कोई व्यक्ति मेडिकल शॉप खोलना चाहता हो तो उसके पास कम से कम 10 स्क्वायर मीटर जगह होनी चाहिए | जबकि यदि वह फूटकर और थोक दोनों के माध्यम से दवाइयां बेचना चाहता हो तो जगह कम से कम 15 स्क्वायर मीटर होनी चाहिए |
  • Medical Shop में एक Store होना चाहिए, और स्टोर में रेफ्रीजिरेटर, एयर कंडीशनर इत्यादि सामान अवश्य होने चाहिए | क्योकि बहुत सारी दवाइयां, इंजेक्शन, इन्सुलिन इत्यादि ऐसे होते हैं | जिन्हे फ्रिज में रखना जरुरी होता है |
  • किसी Certified Pharmacist के सम्मुख ही थोक में दवाइयां बेचीं जा सकती हैं | या इसके अलावा वह व्यक्ति जो Graduate हो, और उसे कम से कम दवाइयों के क्षेत्र में एक साल का अनुभव हो |
  • फूटकर में दवाइयां बेचते समय भी Certified Pharmacist का होना जरुरी है | कार्यशील घंटो में फार्मासिस्ट का मेडिकल की दुकान पर उपलब्ध होना जरुरी है |

ड्रग लाइसेंस के लिए दस्तावेज :

  • आवेदक का नाम, पद और हस्ताक्षर किया हुआ कवर लेटर |
  • ड्रग लाइसेंस हेतु फीस जमा किया हुआ चालान |
  • बिज़नेस प्लान की कॉपी
  • जगह पर मालिकाना अधिकार का आधार |
  • यदि जगह किराए में है तो स्वमितव का प्रमाण पत्र |
  • रजिस्टरड फार्मासिस्ट का शपथ पत्र |
  • यदि कोई फार्मासिस्ट नौकरी पर रखा हुआ है | तो नियुक्ति पत्र |

चूँकि फार्मेसी बिजनेस करने हेतु drug license लेने के लिए एक विशेष प्रकार की योग्यता चाहिए होती है | इसलिए इंडिया में अक्सर लोग करते क्या हैं की अपने सगे संबंधियों, या जान पहचान में से कोई ऐसा व्यक्ति ढूंढते हैं | जिसने Pharmacy क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा ली हों | फिर उसके नाम से license लेकर मेडिकल स्टोर चलाते हैं |

जो की व्यावहारिक दृष्टिकोण के हिसाब से तब सही है, जब व्यक्ति को Pharmacy sector का कोई अनुभव हो | लेकिन degree या डिप्लोमा न होने से वह अपना बिज़नेस स्टार्ट नहीं कर पा रहा हो | यदि नैतिकता की बात करें तो नैतिकता के दृष्टिकोण से तो यह गलत ही है | और इस स्तिथि पर हमारा दृष्टिकोण यह है की व्यक्ति चाहे किसी के नाम से लाइसेंस ले |

लेकिन उसको दवाइयों की जानकारी तो होनी ही होनी चाहिए | वरना कभी कभी हो सकता है की उसको अपने ग्राहकों के सामने शर्मिंदा होना पड़े | जो उसके बिजनेस के लिए बिलकुल ठीक नहीं होगा |

मेडिकल स्टोर कैसे खोलें? (How to Start Pharmacy Business in India) :

यद्यपि बहुत सारे लोगों को लगता है की भारत में मेडिकल स्टोर का बिजनेस शुरू करना काफी जटिल काम है । जबकि ऐसा नहीं है हाँ इतना जरुर है की एक मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको मेडिकल स्टोर में एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की नियुक्ति जरुर करनी होती है। यही कारण है की अधिकतर ऐसे ही लोग एक मेडिकल स्टोर खोलते हैं, जो स्वयं एक रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट होते हैं।

दवाइयों का बिजनेस बहुत ही लाभकारी बिजनेस हो सकता है क्योंकि इसमें कभी भी मंदी नहीं आती है। तो आइये जानते हैं की कोई इच्छुक व्यक्ति खुद का मेडिकल स्टोर खोलने के लिए क्या क्या कदम उठा सकता है।

फार्मेसी का कोर्स करें

हालांकि कोई ऐसा व्यक्ति जिसने फार्मेसी का कोई कोर्स नहीं किया हो वह भी किसी रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की नियुक्ति करके अपना मेडिकल स्टोर खोल सकता है। लेकिन यहाँ पर हम एक इच्छुक व्यक्ति रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट बनकर खुद का मेडिकल स्टोर बिजनेस कैसे शुरू कर सकता है उसके बारे में बता रहे हैं।

इसलिए स्वयं का मेडिकल स्टोर खोलने के इच्छुक उद्यमी को सबसे पहले बारहवीं के बाद कोई फार्मेसी कोर्स जैसे डी फार्मा, बी फार्मा इत्यादि करने की आवश्यकता होती है। लेकिन ध्यान रहे इस तरह का कोर्स करने के लिए इंटरमीडिएट में PCB विषयों से उत्तीर्ण होना जरुरी होता है।

डी फार्मा आप सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज से भी कर सकते हैं, जिसमें एक साल में हॉस्टल सहित आपको लगभग ₹40000 रूपये खर्च करने की आवश्यकता होती है। जबकि प्राइवेट कॉलेजों में एक साल की फीस ₹70 हज़ार से ऊपर कुछ भी हो सकती है। इसमें भी हॉस्टल इत्यादि का खर्चा शामिल नहीं है ।

सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए आपको राज्य स्तर पर एक एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। उस एग्जाम में प्राप्त रैंक के हिसाब से ही आपको पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन मिलता है । लेकिन इसके लिए काउन्सलिंग प्रक्रिया से गुजरना होता है, जिसमें आपको पसंदीदा कॉलेजों का चयन करना होता है ।  

प्रवेश एग्जाम में अच्छी रैंक लाने के बाद भी काउन्सलिंग प्रक्रिया में लगभग सभी संभावित कॉलेज का चयन करें अन्यथा हो सकता है की अच्छी रैंक लाने के बाद भी आपको किसी कॉलेज में जगह न प्राप्त हो। यह काउन्सलिंग तीन चार राउंड की होती है । बारहवी के बाद डी फार्मा का कोर्स दो साल का और बी फार्मा का कोर्स चार सालों का होता है ।      

तीन महीने या 500 घंटों की व्यवहारिक ट्रेनिंग प्राप्त करें

जब आप फार्मेसी का कोर्स पूरा कर लेते हैं तो उसके तुरंत बाद आपको किसी सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के अधीन तीन महीने यानिकी 500 घंटों की ट्रेनिंग लेनी होती है । यह ट्रेनिंग लैटर जिले के CMO Office से बनाया जा सकता है ।

जहाँ भी आप ट्रेनिंग लेना चाहते हैं आपको उस जिले के सीएमओ ऑफिस में जाकर एक लैटर जारी करवाना होता है । उसके बाद उस लैटर को सम्बंधित अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत फार्मासिस्ट को देकर उनके अधीन ट्रेनिंग शुरू करनी होती है।

राज्य की फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करें

जब तीन महीने की ट्रेनिंग पूरी हो जाती है तो जहाँ से आपने ट्रेनिंग ली है उनके द्वारा आपके कॉलेज से जारी किये गए ट्रेनिंग लैटर पर मुहर और हस्ताक्षर कर दिए जाते हैं। जिसकी एक कॉपी जहाँ से आपने ट्रेनिंग ली है, वहाँ जमा होती है, एक कॉपी जहाँ से आपने फार्मेसी का कोर्स किया है, उस कॉलेज में जमा होती है। और एक कॉपी लेकर आपको राज्य के फार्मेसी काउंसिल के ऑफिस में जाकर रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई करना होता है।

अलग अलग राज्य में अलग अलग प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन उत्तराखंड में पहले आपको ऑनलाइन आवेदन करना होता है । जिस दौरान आपको लगभग ₹700 की फीस भी जमा करनी होती है उसके बाद सारे ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स और एक एफिडेविट बनाकर फार्मेसी काउंसिल के ऑफिस में जाना होता है। इस प्रक्रिया के दौरान भी आपको ऑनलाइन लगभग इतनी ही फीस फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ उत्तराखंड के नाम से जमा करनी होती है।

जब सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो फिर उम्मीद जताई जा सकती है की उसके 4-5 महीनों के अन्दर रजिस्ट्रेशन की कॉपी आपके द्वारा दिए गए एड्रेस पर भिजवा दी जाती है ।     

जगह का चयन करें

अब जब मेडिकल स्टोर खोलने के इच्छुक उद्यमी के पास खुद का रजिस्ट्रेशन आ गया हो तो उसके बाद उसे यह तय करना होता है की वह अपना मेडिकल स्टोर कहाँ पर खोले।  और एक मेडिकल स्टोर खोलने के लिए सबसे उपयुक्त जगह की सरकारी या प्राइवेट अस्पताल का परिसर या एक ऐसा क्षेत्र जहाँ पर कई हॉस्पिटल और क्लिनिक विद्यमान हों, आदर्श माना जाता है।

यही नहीं, यदि हॉस्पिटल या क्लिनिक बहुल क्षेत्र में उद्यमी को मेडिकल स्टोर खोलने के लिए जगह नहीं मिल पा रही हो, तो वह किसी भीड़ भाड़ वाले बाज़ार में भी खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकता है। क्योंकि वहाँ पर भी लोगों को कई तरह की दवाइयां खरीदने की आवश्यकता होती है।      

ड्रग लाइसेंस के लिए अप्लाई करें

जब जगह का चुनाव कर लिया जाता है तो उद्यमी को एक ऐसा पता मिल जाता है जिसे वह अपने बिजनेस के लिए लाइसेंस इत्यादि लेने में इस्तेमाल कर सकता है । हालांकि यदि दुकान उद्यमी की है तो उद्यमी के पास उसकी रजिस्ट्री, बिजली बिल इत्यादि पता प्रमाण के तौर पर होना चाहिए।

लेकिन यदि दुकान किराये की है तो किराये का रेंट एग्रीमेंट बनाया जाना अति आवश्यक है । क्योंकि इस रेंट एग्रीमेंट को उद्यमी लाइसेंस लेते वक्त पता प्रमाण के तौर पर इस्तेमाल में ला सकता है । एरिया के ड्रग इंस्पेक्टर के ऑफिस से ड्रग लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है।

नजदीकी थोक विक्रेता या सप्लायर से संपर्क करें

अब उद्यमी का अगला कदम उस एरिया में स्थित दवाइयों के थोक विक्रेता से संपर्क करने का होना चाहिए। आम तौर पर दवाइयों का थोक विक्रेता या सप्लायर ढूँढने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है। क्योंकि उस एरिया में पहले से भी मेडिकल स्टोर की दुकानें चल रही होती हैं। इसलिए यदि मेडिकल स्टोर खोलने के इच्छुक उद्यमी को सप्लायर या थोक विक्रेता का संपर्क सूत्र चाहिए तो वह उस एरिया में पहले से चल रहे मेडिकल स्टोर से संपर्क कर सकता है।

सप्लायर ऐसा होना चाहिए जो हर रोज आपकी दुकान पर सप्लाई करने में सक्षम हो, क्योंकि कभी कभी ऐसा होता है आपको आपातकाल में भी कुछ दवाइयां मंगानी पड़ सकती हैं।     

दवाई बेचें और कमाएँ   

सप्लायर को पहले उन्हीं दवाइयों का आर्डर दें जो आपको लगता है की उस एरिया में बिक जाएँगी। हालांकि यदि आपकी मेडिकल शॉप किसी अस्पताल इत्यादि के परिसर में या उसके आस पास है तो आपको बहुत कम समय में पता चल जाएगा की वहां के डॉक्टर किस कंपनी की दवाइयां लिखते हैं ।

अपने मेडिकल स्टोर के बिजनेस को ग्रो करने के लिए उद्यमी चाहे तो आस पास के डॉक्टरों से टाई अप भी कर सकता है । अन्यथा होता क्या है की दवाई बनाने व;इ कंपनियाँ ही सीधे डॉक्टरों से संपर्क करती हैं। दवाइयों में मार्जिन अच्छा मिलता है इसलिए यदि आपका मेडिकल स्टोर चल गया तो यह आपकी अच्छी कमाई करा सकता है।      

मेडिकल स्टोर खोलने में आने वाली लागत

एक मेडिकल स्टोर खोलने में आने वाली लागत कई बातों पर निर्भर करती है। लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने में आने वाला खर्चा प्रमुख रूप से दुकान का किराया होता है। एक अच्छी लोकेशन पर दुकान का किराया महंगा हो सकता है। आम तौर पर खुद का मेडिकल स्टोर खोलने या Pharmacy Business शुरू करने में निम्नलिखित मदों पर खर्चा करने की आवश्यकता होती है।

दवाइयों को खरीदने में हमने सिर्फ ₹50000 का खर्चा इसलिए लिया है क्योंकि अधिकतर दवाइयां कंपनियाँ आपको क्रेडिट पर भी दवाइयाँ प्रदान कर देती हैं।       

मेडिकल स्टोर बिजनेस से होने वाली कमाई

यह बिजनेस (Medical Store Business) एक ऐसा व्यापार है जिसमें मार्जिन तुलनात्मक रूप से ज्यादा है । ब्रांडेड दवाइयों पर भी लगभग 16-25% तक मार्जिन प्राप्त किया जा सकता है। नई कंपनी की दवाइयों और जेनरिक दवाइयों पर मार्जिन का प्रतिशत और अधिक हो सकता है।

इसलिए किसी मेडिकल स्टोर से कितनी कमाई होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी एक दिन में कितने की बिक्री कर पाने में सफल हो पा रहा है । मान लीजिये यदि कोई उद्यमी एक दिन में ₹10000 रूपये की दवाइयां बेच रहा है। तो औसतन 20% मार्जिन की दर से वह प्रतिदिन लगभग ₹2000 की कमाई कर रहा है।    

  • आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर बिजनेस कैसे शुरू करें.
  • भारत में पैथोलॉजी लैब का बिजनेस कैसे शुरू करें.
  • मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन व्यापार कैसे शुरू करें.

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मेडिकल स्टोर कैसे खोले? (प्रक्रिया, नियम, निवेश, मुनाफा और लाइसेंस)

Medical Store Business Plan in Hindi: यदि आप सभी लोग पढ़े लिखे हैं और अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो हम आपके लिए एक ऐसा बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं, जिसके माध्यम से आप सभी लोग बहुत ही कम लागत में बड़ी किफायती एवं सदाबहार व्यापार कर पाएंगे।

आपको यह बिजनेस शुरू करने के लिए अपने बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद मात्र 2 साल या 4 साल के फार्मेसी कोर्स को पूरा करने के बाद बड़ी आसानी से बिजनेस शुरू कर पाएंगे।

भारत में फार्मेसी बिजनेस अर्थात मेडिकल शॉप एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें अर्थव्यवस्था में ऊंच-नीच का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। आप बड़ी ही आसानी से एक अच्छा सा मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं और लोगों को दवाइयां भी सेल कर सकते हैं।

Medical Store Business Plan in Hindi

आज सभी लोगों को फार्मेसी का कोर्स करने के बाद लाइसेंस जारी करवाना होता है और लाइसेंस जारी होते ही आप उचित स्थान पर बहुत ही कम लागत में मेडिकल स्टोर अर्थात फार्मेसी का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। दवाइयां स्वास्थ्य से संबंधित होती हैं, अतः मनुष्य का स्वास्थ्य हर मौसम में इस बढ़ते प्रदूषण के कारण बिगड़ती ही जा रही है।

अतः यदि आप उन लोगों को दवाइयां सेल करेंगे तो आपको काफी मुनाफा होगा। आपको इस बिज़नेस में लगभग 50% से 70% तक का मुनाफा हो सकता है।

यदि आप जाने के लिए इच्छुक है कि मेडिकल स्टोर अर्थात फार्मेसी का बिजनेस कैसे शुरू करें तो कृपया हमारे द्वारा लिखे गए इस महत्वपूर्ण लेख मेडिकल स्टोर कैसे खोले (Medical Shop Business Plan in Hindi) को अंत तक अवश्य पढ़ें।

मेडिकल स्टोर कैसे खोले? (प्रक्रिया, नियम, निवेश, मुनाफा और लाइसेंस) | Medical Store Business Plan in Hindi

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मेडिकल स्टोर बिजनेस क्या है?

मेडिकल स्टोर बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है, जहां पर स्वास्थ्य की देखभाल के संबंध में प्रोडक्ट्स बेचे जाते हैं। मेडिकल स्टोर भी एक प्रकार का दुकान ही होता है, फर्क सिर्फ इतना है कि दुकान कोई भी अनपढ़ व्यक्ति शुरू कर सकता है। परंतु मेडिकल स्टोर खोलने के लिए व्यक्ति को पढ़ा लिखा एवं फार्मेसी की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।

लगभग सभी दवाएं ऐसी होती हैं, जिन्हें लोग डॉक्टर के सलाह के अनुसार लोग लेते हैं। परंतु ऐसे में ही कुछ दवाएं ऐसी होती हैं, जिन्हें बिना किसी भी डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ग्राहक खरीदने हैं या मेडिकल स्टोर पर जाकर अपनी तकलीफ बताते हैं तो मेडिकल स्टोर वालों को उन्हें दवाइयां देनी पड़ती है।

परंतु दवाइयां देते समय उन्हें उस दवाई के विषय में पूरी जानकारी होनी चाहिए। यही कारण है कि मेडिकल स्टोर खोलने के लिए व्यक्ति को पढ़ा लिखा एवं फार्मेसी की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।

हमारे कहने का यही अभिप्राय है कि फार्मेसी का बिजनेस अर्थात मेडिकल स्टोर पर थोक विक्रेता एवं फुटकर विक्रेता के लिए अलग-अलग लाइसेंस जारी करवाना पड़ता है। मेडिकल स्टोर पर मुक्त या फुटकर दवाइयां ही बेची जाती है। क्योंकि यह ज्यादातर मनुष्य के स्वास्थ्य से जुड़ा होता है, मनुष्य के स्वास्थ्य से जुड़े होने के कारण दवाइयों को नियमों के अनुसार एवं संपूर्ण सावधानी के साथ दवाएं लेने की जानकारी ग्राहकों की जाती है।

अतः यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें कभी भी मंदी नहीं आती। दुनिया के अमीर से अमीर लोग अपने पैसों को कहीं भी खर्च करें परंतु उन्हें बीमारी के चपेट में आने के बाद अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना पड़ता है और इसके लिए वे सभी लोग अपने स्वास्थ्य पर भी विशेष रूप से खर्च करते हैं।

केवल अमीर व्यक्ति ही नहीं बल्कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी आवश्यकता पड़ने पर अपने स्वास्थ्य के लिए दवाइयां खरीदता है। अतः मनुष्यों की तबीयत सभी मौसम में खराब तो होती ही है। इस प्रकार से इस बिजनेस को सदाबहार बिजनेस कहना किसी भी तरीके से गलत नहीं होगा।

मेडिकल स्टोर कैसे खोलें? (Medical Store Kaise Khole)

यदि आप मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले फार्मेसी कोर्स करना होगा। फार्मेसी कोर्स एक ऐसा कोर्स है, जिसके कंप्लीट होने पर एक सर्टिफिकेट दिया जाता है और आप इस सर्टिफिकेट की मदद से अपने मेडिकल स्टोर के लिए एक नया लाइसेंस जारी कर पाते हैं।

आप इसी लाइसेंस के माध्यम से मेडिकल स्टोर का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा होगा। मेडिकल स्टोर का बिजनेस आप सभी लोग फार्मेसी कंप्लीट करने के बाद बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं।

मेडिकल स्टोर के लिए कोर्स (Medical Store Kholne ke Liye Course)

यदि आप फार्मेसी कोर्स के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो बता दे कि फार्मेसी कोर्स करने के लिए आपको चार ऑप्शन मिल जाएंगे।

आप इनमें से किसी भी एक कोर्स को चुनकर डिग्री हासिल करने के बाद अपनी फार्मेसी का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। परंतु उपयोगिता एवं डिग्री के अनुसार इनकी कार्यप्रणाली अलग-अलग है। आइए जानते हैं, यह चारों ऑप्शन कौन-कौन से हैं:

यदि आप केवल मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते हैं तो यह कोर्स आपके लिए बहुत ही अच्छा होगा। क्योंकि इस कोर्स को करने के लिए ज्यादा समय की आवश्यकता नहीं है। यह कोर्स मात्र 2 वर्षों का ही होता है, आप 2 वर्षों के अध्ययन के बाद डी फार्मा की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं और एक अच्छा मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं।

आप डी फार्मा की डिग्री प्राप्त करने के लिए अपनी बारहवीं कक्षा के बाद से ही फार्मेसी की डिग्री के लिए अप्लाई कर सकते हैं। आप डी फार्मा करना चाहते हैं तो आपको साइंस वर्ग के माध्यम से 12 वीं पास होना चाहिए।

यह बी फार्मा के बाद किया जाने वाला कोर्स फार्मा होता है। यह एक ऐसा कोर्स है, जिसमें आपके के 2 वर्ष और लगेंगे। बहुत से ऐसे संस्थान है, जो केवल उन्हीं उम्मीदवारों को अपने विद्यालय अर्थात कॉलेज में एडमिशन देते हैं, जिनके बी फार्मा में 50% अंक या उससे अधिक अंक प्राप्त होते हैं।

यदि आप मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते हैं तो बी फार्मा कोर्स कर सकते हैं। हालांकि बी फार्मा करने के बाद आपको किसी सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल्स में जॉब भी मिल सकती है।

यह 3 वर्षों का कोर्स होता है, जिसमें आपको 1 महीने का औद्योगिक प्रशिक्षण भी फार्मा क्यूटिकल कंपनी के द्वारा दिया जाता है। आप इस कोर्स को करने के लिए सरकारी संस्थान या किसी प्रसिद्ध संस्थानों का ही चयन करें।

यदि कोई उम्मीदवार 12वीं पास करने के बाद फार्मेसी में डिप्लोमा हासिल करना चाहता है तो उसे यह कोर्स करना अनिवार्य है। आपके लिए फार्मेसी में डिप्लोमा हासिल करने के बाद बहुत से सरकारी रास्ते खुल जाते हैं। आप व्यक्तिगत रूप से खुद का अपना एक मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं और बड़ी आसानी से थोक विक्रेता भी बन सकते हैं।

मेडिकल स्टोर शुरू करने के लिए आवश्यक स्थान का चयन

यदि आप मेडिकल स्टोर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और शुरू करने के बाद यदि आप अपने बिजनेस में सफलता पाना चाहते हैं तो बिजनेस की सफलता भी मेडिकल स्टोर के लोकेशन अर्थात मेडिकल स्टोर के लिए आवश्यक स्थान पर निर्भर करती है।

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए सबसे अच्छा स्थान हॉस्पिटल के बाहर, क्लीनिक के सामने और ऐसे ही बड़े-बड़े हॉस्पिटलों के बगल में या सामने मेडिकल स्टोर खोलने से आप सभी लोगों को काफी लाभ प्राप्त हो सकता है।

यदि कोई भी नया व्यापारी ऐसे स्थानों पर मेडिकल स्टोर शुरू करके बिजनेस करना चाहता है तो उसके लिए यह बिजनेस बहुत ही अच्छा सिद्ध हो सकता है। आपके पास मेडिकल स्टोर पर फुटकर विक्रेता के साथ-साथ थोक विक्रेता की भी लाइसेंस मिल जाती है तो आप सभी लोगों के लिए यह बिजनेस सोने पर सुहागा हो सकता है।

अतः आप सभी उद्यमियों को इस बात पर अवश्य ही ध्यान रखना चाहिए कि जिस स्थान पर आप मेडिकल स्टोर खोल रहे हैं, उस स्थान पर कितने मेडिकल स्टोर और उपलब्ध है और कैसे हैं, आपको अपने मेडिकल स्टोर को काफी अच्छे से डेकोरेट करके रखना चाहिए और ग्राहकों को सदैव संतुष्ट करना चाहिए।

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मेडिकल स्टोर के लिए स्टाफ की नियुक्ति

यदि आप मेडिकल स्टोर को बड़े स्तर पर खोल रहे हैं आपका दुकान बड़ा है तो ऐसे में आपको कुछ स्टाफ को नियुक्त करने की जरूरत पड़ सकती है और आप जो भी स्टाफ नियुक्त करेंगे, उनका पढ़ा लिखा होना भी जरूरी है। ताकि वह ग्राहकों को दवा देने में भी मदद कर सके। इसके अतिरिक्त आपको कुछ स्टाफ बिल बनाने के लिए भी जरूरत पड़ेगी।

मेडिकल स्टोर के लिए प्रचार प्रसार

वैसे तो मेडिकल स्टोर ज्यादातर लोग हॉस्पिटल या क्लीनिक के आस-पास ही खोलते हैं, जहां पर लोगों की नजर पहुंच ही जाती है और वैसे भी हॉस्पिटल या क्लीनिक के आसपास लोग खुद ही क्लीनिक को ढूंढ ही लेते हैं।

इसमें कोई शक नहीं है कि यदि आपका मेडिकल स्टोर किसी भी हॉस्पिटल या क्लीनिक के आसपास है तो वह निश्चित रूप से चलेगा। लेकिन फिर भी एक हॉस्पिटल या क्लीनिक के आस पास बहुत सारे अन्य मेडिकल स्टोर भी होते हैं। ऐसे में काफी कॉन्पिटिशन भी रहता है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने मेडिकल स्टोर की थोड़ी बहुत प्रचार प्रसार जरूर करवाएं।

होम डिलीवरी की सुविधा

आजकल हर तरह का व्यवसाय ऑनलाइन हो गया है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस तरह का व्यवसाय कर रहे हैं, लेकिन यदि आप अपने व्यवसाय को ऑनलाइन स्तर पर लेकर जाते हैं तो बहुत ज्यादा संभावना होती है आपके व्यवसाय के विकास की।

अपने मेडिकल स्टोर के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए आपको होम डिलीवरी की सुविधा दे सकते हैं। इसके लिए आप चाहे तो खुद की एक वेबसाइट तैयार कर सकते हैं या एप्लीकेशन बनवा सकते हैं, जिसके जरिए लोग आपके मेडिकल स्टोर से दबाव का आर्डर कर सके।

क्योंकि आजकल बहुत सारे लोग दवाई भी ऑनलाइन आर्डर करते हैं ताकि उन्हें मेडिकल स्टोर जाने की जरूरत ना पड़े और उनके घर पर ही दवा पहुंच जाएं।

हालांकि यदि आप इस तरह होम डिलीवरी और ऑनलाइन ऑर्डर की सुविधा देना चाहते हैं तो आपको इसमें कुछ ज्यादा निवेश करना पड़ सकता है। क्योंकि इसमें आपको खुद की वेबसाइट तैयार करनी पड़ेगी, कुछ डिलीवरी ब्वॉय को रखना पड़ेगा। इसके अतिरिक्त आपको एक ऐसे स्टाफ की भी जरूरत पड़ेगी, जो इन सब कामों को मैनेज करें।

मेडिकल स्टोर के लिए माल कहाँ से लें?

बात करें कि आप मेडिकल स्टोर में कहां से दवाओं का स्टॉक लाए। तो हर शहर में दवाई का होलसेल मार्केट होता है, जहां पर आपको वह दवाएं उचित दाम पर मिल जाते हैं। इसके अतिरिक्त उन मार्केट में जो दवां सप्लाई किया जाता है, वह अलग-अलग कंपनी से सप्लाई किया जाता है।

तो आप चाहें तो उन कंपनियों से भी व्यक्तिगत रूप से संपर्क करके दवा मंगवा सकते हैं, वे आपके स्टोर तक डिलीवरी देकर जाएंगे। आप चाहे तो ऑनलाइन भी दवा मंगवा सकते हैं। जब आप स्टॉक में ऑनलाइन दवा मंगवाते हैं तो आपको सस्ते दाम पर मिल जाता है।

मेडिकल स्टोर शुरू करने के लिए लाइसेंस के अलग-अलग प्रकार

यदि आप मेडिकल स्टोर खोलना चाहते हैं और अपने फार्मेसी बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो आपको फार्मेसी बिजनेस के रजिस्ट्रेशन करने हेतु लोकेशन के आधार पर चार अलग-अलग भागों में बांटा गया है।

टाउनशिप फार्मेसी लाइसेंस (Township Pharmacy Licence)

यदि आप टाउनशिप फार्मेसी के अंतर्गत अपने फार्मेसी के बिजनेस को रजिस्टर कराना चाहते हैं तो आपको अपने स्थानीय ड्रग विभाग में चले जाना है और वहां पर बिजनेस शुरू करने के लिए आवेदन देना है।

आप जिस किसी भी बस्ती या गांव में मेडिकल स्टोर खोलना चाहते हैं तो आपको उस गांव के लोगों से संबंधित और उनके रोगों से संबंधित सभी दवाओं की पूर्ति करना अनिवार्य है।

हॉस्पिटल फार्मेसी लाइसेंस (Hospital Pharmacy Licence)

यदि आप अपने फार्मेसी के बिजनेस से बहुत ही ज्यादा लाभ कमाना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे अच्छा बिजनेस लोकेशन हॉस्पिटल फार्मेसी का आता है।

यदि आप अपने मेडिकल शॉप को हॉस्पिटल के आसपास शुरू करना चाहते हैं तो इस प्रकार के मेडिकल शॉप को हॉस्पिटल फार्मेसी मेडिकल शॉप कहां जाता है। आपको हॉस्पिटल के मरीजों की आवश्यकता अनुसार सभी दवाइयों एवं ऑपरेशन इत्यादि में आवश्यक चीजों की पूर्ति करनी होती है।

स्टैंड अलोन फार्मेसी लाइसेंस (Stand Alone Pharmacy Licence)

स्टैंड अलोन फार्मेसी के अंतर्गत आपको उन व्यक्तियों को दवाओं से परिपूर्ण करना है, जिस स्थान पर आप अपने मेडिकल स्टोर को खोलते हैं। आपको यदि इस प्रकार का बिजनेस शुरू करना है तो आपको लाइसेंस तभी मिलेगा, जब आप ऐसे इलाके में मेडिकल स्टोर शुरू करेंगे, जहां पर अब तक कोई भी मेडिकल स्टोर ना हो।

Chain Pharmacy Licence

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह बिजनेस कई ब्रांच में चला जाता है, आपको ऐसे बिजनेस शुरू करने के लिए स्पेशल परमिशन लेनी पड़ती है और परमिशन के साथ-साथ आपको लाइसेंस भी प्राप्त करने होते हैं।

मेडिकल स्टोर से कितना मुनाफा कमा सकते हैं? (Medical Store Profit)

मेडिकल स्टोर वाले को काफी ज्यादा फायदा होता है और आज के समय में तो व्यक्ति हर एक छोटी से छोटी समस्या के लिए दवाई का ही प्रयोग करता है और वैसे भी आज के समय में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी ज्यादा चिंतित रहते हैं। इसमें मेडिकल स्टोर का व्यवसाय साल भर चलता है।

बात करें इसमें आपको कितना मुनाफा हो जाता है तो मेडिकल स्टोर के बिजनेस में दवाइयों की बिक्री पर आपको 30% से 40% कम मार्जिन लाभ मिलता है। लेकिन इसमें होने वाली कमाई आपके बिक्री पर भी निर्भर करती है। जितनी ज्यादा बिक्री होगी, आपकी कमाई उतनी ज्यादा होगी।

मेडिकल स्टोर खोलने में कितना पैसा लगता है?

एक मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए आपको अच्छी खासी लागत लगाने की जरुरत पड़ जाती है। इसके लिए आपको एक अच्छे लोकेशन में किराए पर जगह लेनी पड़ती है, दुकान में कुछ इंटीरियर डिजाइन भी करवाना पड़ता है, कुछ फर्नीचर करवाने पड़ते हैं, कुछ स्टाफ को भी नियुक्त करना पड़ता है और फिर दवाओं का स्टॉक लाना होता है।

इन सब में काफी ज्यादा खर्चा लगता है। इस तरह देखा जाए तो औसतन एक सामान्य आकार के मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए कम से कम ₹6 लाख से ₹7 लाख निवेश के रूप में जरूरत पड़ती है।

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए लोन कैसे लें?

यदि मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपके पास ज्यादा निवेश नहीं है तो आप लोन ले सकते हैं। क्योंकि मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए काफी ज्यादा लागत लगती है। इसमें दुकान का रेंट, फर्नीचर, इसके अलावा दवां का खर्च और कुछ स्टाफ को नियुक्त करना है। इसके अतिरिक्त अन्य खर्च भी शामिल है।

इस तरह सात से ₹8 लाख का खर्चा आ जाता है और यदि आप अपने मेडिकल स्टोर का विस्तार करना चाहते हैं तो उसमें भी आप को पैसे की जरूरत पड़ती है। ऐसे हालात में यदि आपके पास इतना ज्यादा निवेश नहीं है कि आप आपने मेडिकल स्टोर का विस्तार कर सके या फिर मेडिकल स्टोर खोल सके तो आप बैंक की मदद ले सकते हैं।

आज के समय में जो भी व्यक्ति किसी प्रकार का व्यवसाय शुरू करना चाहता है तो उसे बैंक से लोन बहुत आसानी से मिल जाता है। क्योंकि व्यवसाय शुरू करने वाले को बैंक काफी कम ब्याज दर पर लोन प्रदान करती है। इसके लिए आपको कुछ दस्तावेजों को ईकट्टा करने की जरूरत पड़ती है, जिसके बारे में आप अपने नजदीकी बैंक में जाकर जानकारी ले सकते हैं।

बस ध्यान रहे कि आपके पास फार्मेसी की डिग्री होनी चाहिए। उसके बाद आपको मेडिकल स्टोर खोलने के लिए लोन आराम से मिल जाएगा।

यह भी पढ़े: डे केयर का बिजनेस कैसे शुरू करें?

मेडिकल स्टोर के बिजनेस के लिए लाइसेंस हेतु आवश्यक डॉक्यूमेंट

  • आपके हस्ताक्षर के साथ कवर लेटर
  • आपके बिजनेस प्लान की एक कॉपी
  • मेडिकल स्टोर के जगह की एक फोटो कॉपी
  • रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट शपथ पत्र
  • आपकी फार्मेसी डिग्री सर्टिफिकेट

मेडिकल स्टोर बिजनेस के लिए लाइसेंस कैसे प्राप्त करें?

यदि आप फार्मेसी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले लाइसेंस जारी करवाना पड़ेगा। यदि आपने डिग्री हासिल कर ली है और फार्मेसी लाइसेंस बनाना चाहते हैं तो आप सभी लोगों को हमारे द्वारा नीचे बताए गए महत्वपूर्ण स्टेप्स को फॉलो करने होंगे:

  • आपका लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपने जिले के ड्रग विभाग में चले जाना है।
  • आपको इस विभाग में जाने के बाद मेडिकल स्टोर शुरू करने के लिए एक आवेदन फॉर्म लेकर भर देना है।
  • आवेदन फॉर्म भरने के बाद आपको यह आवेदन पत्र उस विभाग के सहायक अधिकारी के पास जमा कर देना।
  • वह अधिकारी आपके सभी दस्तावेजों और सर्टिफिकेट के विषय में छानबीन करेगा।
  • सभी जानकारियां सही होने पर वह आपका लाइसेंस जारी कर देगा।
  • अब आपने जो मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन करते समय दिया था, उस पर एक कन्फर्मेशन मैसेज आएगा या आपको विभाग के द्वारा फोन करके बुलाया जाएगा।
  • अब आपको लाइसेंस दे दिया जाएगा और आप फार्मेसी बिजनेस को शुरू करने के लिए सक्षम हो जाते हैं।

बिजनेस को एक सही प्रगति देने के लिए क्या करें?

यदि आप अपने बिजनेस में अच्छी प्रगति देखना चाहते है तो आप हमारे द्वारा नीचे बताएं गए महत्वपूर्ण चरणों का पालन करें और आप भी इन चरणों का पालन करते हैं तो आप बड़ी आसानी से अपने व्यापार को एक अच्छी राह दे पाएंगे। तो आइए जानते हैं:

मेडिकल स्टोर के बिजनेस में आप हमेशा ध्यान रखें कि किसी भी ग्राहकों को बिना प्रिसक्रिप्शन के दवाई ना दें। क्योंकि बहुत बार पेशेंट डॉक्टर से बिना इलाज करवाएं, अपने मन से ही अपनी बीमारी को बताकर मेडिकल स्टोर से दवा ले लेते हैं।

ऐसे में उन्हें समस्या कुछ और होती है और वह मेडिकल स्टोर वाले को कुछ और ही समस्या बता देते हैं और मेडिकल स्टोर वाले उसी के अनुसार दवाई देते हैं, जिस कारण उन पर साइड इफेक्ट भी पड़ जाता है।

अपने ग्राहकों से बनाएं अच्छा संबंध

किसी भी देश की प्रगति निर्भर करती है, उस बिजनेस के ग्राहकों पर। यदि आप भी अपने बिजनेस में एक अच्छी प्रगति देखना चाहते हैं तो कृपया अपने ग्राहकों से अच्छे से एवं प्रेम पूर्वक बातें करें।

इसलिए एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले व्यापारी को हमेशा कोशिश करना चाहिए कि जो भी ग्राहक उसके स्टोर पर आए वह खाली हाथ ना जाए। यदि ग्राहक कुछ ऐसी दवाई की मांग करते हैं जो आपके स्टोर में मौजूद नहीं तो कोशिश करें जल्द से जल्द उस दवाई को उपस्थित कराने की।

ग्राहकों को पेमेंट करने के लिए ऑनलाइन सुविधा भी जरुर दें। क्योंकि आज के समय में ज्यादातर लोग किसी भी चीज की खरीदारी पर ऑनलाइन ही पेमेंट करते हैं इसीलिए अपने दुकान में यूपीआई इस स्केन कोड जरूर रखें।

अपनी प्रोडक्ट की प्राइस को सही से निर्धारित करें

जैसा कि हम सभी जानते है कि मेडिकल स्टोर पर दवाएं सीधे कंपनियों से आती है तथा जो दवाइया हमें 10 रुपए की मिलती है, वही दवाइयां मेडिकल स्टोर के लोगों को 3 रूपए में मिल जाती है। यदि आप अपने ग्राहकों को एमआरपी प्राइस से ₹1 या ₹2 कम में दवाइयां देते हैं तो आपके ग्राहक उतने ही ज्यादा बढ़ेंगे और आपका व्यापार भी उतना ही बढ़ेगा।

नजदीकी डॉक्टरों से रखें अच्छा संबंध

यदि आप अपने आसपास के डॉक्टरों से अच्छा संबंध रखते हैं तो वह आप सभी लोगों को अनेकों ऐसे कस्टमर्स देते हैं, जिन्हें दवाइयों की आवश्यकता होती है। डॉक्टर आपको ग्राहक देने के लिए आपसे प्रति महीने की कुछ कमीशन रखते हैं।

डॉक्टर्स आपके प्रोडक्ट्स की सेलिंग में काफी मददगार सिद्ध हो सकते हैं। अतः आप अपने बिजनेस में प्रगति चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टरों से भी अच्छे से अच्छा संबंध बनाकर रखें।

मेडिकल स्टोर में रिस्क

मेडिकल स्टोर दवाई से जुड़ा बिजनेस है, जो स्वास्थ्य से संबंधित है। इसीलिए यह काफी सावधानी पूर्वक चलाई जाने वाली बिजनेस है। मेडिकल स्टोर में आप स्टॉक के रूप में जो भी दवाई लाते हैं, उसका एक निश्चित एक्सपायरी डेट होता है। आपको बहुत सावधानी रखनी पड़ती है कि आप किसी भी ग्राहक को एक्सपायरी डेट खत्म हो चुकी दवाई ना दें।

क्योंकि यदि भूल से भी एक्सपायरी डेट खत्म हो चुकी दवाई यदि आप बेच देते हैं और किसी भी ग्राहक को कुछ भी होता है तो आप पर बहुत बड़ा कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इसीलिए अपनी दवा के एक्सपायरी डेट पर ध्यान देते रहें।

यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें आप अपने स्टोर पर दवाएं बेचते हैं।

आपको फार्मेसी की डिग्री प्राप्त होनी चाहिए।

जी हां! फार्मेसी की डिग्री प्राप्त करने के बाद आपको लाइसेंस जारी करवाना पड़ता है।

यदि आप सोच रहे हैं कि किसी अन्य मेडिकल स्टोर वाले के लाइसेंस से खुद का मेडिकल स्टोर खोलें तो बता दे कि यह पूरी तरीके से अवैध है। कोई भी व्यक्ति इस तरीके से कार्य करता है तो उसे गैर कानूनी कार्य के लिए उस पर कानूनी कार्यवाही की जाती है।

वैसे तो आपको यह लाइसेंस जारी करने के लिए कोई भी खर्च नहीं करना है, केवल ड्रग अधिकारी के पास जाकर फॉर्म भरना है।

हम आप सभी लोगों से उम्मीद करते हैं कि आप सभी लोगों को हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख मेडिकल स्टोर बिजनेस कैसे शुरू करें? (medical store kaise khole) अवश्य ही पसंद आया होगा। हमने यहाँ पर मेडिकल खोलने के लिए कोर्स के बारे में भी विस्तार से बताया है।

यदि आप सभी लोगों को हमारा यह लेख वाकई में पसंद आया हो तो कृपया आप इसे अवश्य शेयर करें। यदि आपके मन में इस लेख को लेकर किसी भी प्रकार का कोई सवाल या सुझाव है, तो कमेंट बॉक्स में हमें अवश्य बताएं।

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भारत में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें | Medical Business Ideas in Hindi

  • October 30, 2023
  • 11 Comments
  • by KAISE INDIA

मेडिकल स्टोर या फार्मेसी की दुकान एक सदाबहार बिजनेस है, किसी संकट का कोई असर नहीं पड़ता है. भारत में हेल्थ सर्विसेज बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है, अगर आप चिकित्सा क्षेत्र में रूचि रखते है और पर्याप्त पूंजी के साथ किसी बिजनेस में निवेश करना चाहते है तो आप मेडिकल स्टोर कैसे शुरू करें, के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ये एक अच्छा बिजनेस आईडिया है.

मेडिकल स्टोर क्या होता है? (What is Medical Store in Hindi)

मेडिकल स्टोर के लिए कोर्स (बिना डिग्री के मेडिकल स्टोर कैसे खोलें), मेडिकल स्टोर खोलने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए, अपने राज्य की फार्मेसी काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराए, फार्मेसी की दुकान के लिए स्थान का चयन करें, लाइसेंस के लिए आवेदन करें (मेडिकल शॉप के लिए लाइसेंस के प्रकार), मेडिकल स्टोर लाइसेंस फीस, स्थानीय थोक विक्रेता से सम्पर्क करें, मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक निवेश, मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए, faqs for medical business ideas in hindi.

मेडिकल शॉप या फार्मेसी स्टोर एक ऐसा स्थान या व्यवसाय होता है जहाँ स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न उत्पाद और दवाइयाँ उपलब्ध होती हैं। फार्मेसी की दुकान एक खुदरा आउटलेट होता है जो रोगियों या ग्राहकों को चिकित्सक के पर्चे और बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली सभी दवाइयाँ बेचता है। कई मेडिकल स्टोर स्वास्थ्य देखभाल और अन्य समस्याओं के बारे में सलाह भी प्रदान करते हैं।

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भारत में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें (Medical Business Ideas in Hindi

मेडिकल शॉप या फार्मेसी स्टोर को बड़े और छोटे दोनों स्तर पर शुरू किया जा सकता है। इसके लिए आपको बी. फार्मा., डी. फार्मा., या एम. फार्मा. में से कोई भी एक मेडिकल स्टोर के लिए आवश्यक डिग्री/कोर्स करना होगा। बड़े स्तर पर जो मेडिकल या फार्मा बिजनेस करते हैं, वे खुद यह कोर्स नहीं करके किसी फार्मासिस्ट को रख लेते हैं। क्योंकि उनके पास पर्याप्त मात्रा में निवेश राशि होती है। ऐसा छोटे स्तर पर भी किया जा सकता है, लेकिन इससे हमें अतिरिक्त भार पड़ेगा।

मेडिकल स्टोर के लिए लाइसेंस लेने के लिए फार्मेसी की डिग्री या डिप्लोमा होना आवश्यक है। आज हम इस लेख में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें (Medical Business Ideas in Hindi), मेडिकल बिजनेस आइडिया के बारे में चर्चा करेंगे।

आप बिना फार्मेसी कोर्स के मेडिकल स्टोर खोलना चाहते है तो आपको किसी फार्मासिस्ट को नियुक्त करना होगा तथा उसी के नाम पर लाइसेंस लेना होगा.

अगर आप फार्मासिस्ट को नियुक्त नहीं करना चाहते तो आपके पास यह कोर्स होना चाहिए या ये कोर्स करना होगा. फार्मेसी के विभिन्न डिप्लोमा कोर्स, मास्टर डिग्री , डॉक्टरेट डिग्री और बैचलर डिग्री होते हैं:-

मेडिकल स्टोर के लिए कोर्स

  • बी. फार्मा. :- ये डिग्री पाठ्यक्रम तीन वर्ष का होता है, तथा इसके साथ ही किसी फार्मा कंपनी से एक महीने का औद्योगिक प्रमाण-पत्र भी लेना होता है. इसे 12वीं कक्षा के बाद किया जा सकता है.
  • एम. फार्मा. :- ये डिग्री बी. फार्मा के बाद की जाती है. जिसके लिए बी. फार्मा. में न्यूनतम 50% मार्क्स चाहिए होते हैं.
  • डी. फार्मा. :- ये डिप्लोमा 2 वर्ष में होता है जिसे 12वीं के बाद किया जा सकता है.
  • फार्मा. डी. :- इसे डी. फार्मा और बी, फार्मा. के बाद किया जा सकता है.

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फार्मेसी की डिग्री या कोर्स पूरा करने के बाद आप एक फार्मासिस्ट बन गए लेकिन आपको अपना रजिस्ट्रेशन फार्मेसी काउंसिल में कराना होता है. उसके बाद में आप रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की श्रेणी में आ जाएंगे. ये प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जाती है. आप आवश्यक डाक्यूमेंट्स के साथ इसे पूरा कर सकते हैं.

हर बिजनेस का स्थान उसकी सफलता को तय करता है. इसलिए आप मेडिकल स्टोर का स्थान खोजने के लिए उचित स्थान का चयन करें. आप किसी हॉस्पिटल या क्लिनिक के पास अपना स्टोर शॉप खोल सकते हैं. अगर आप चाहे तो किसी अच्छे आबादी क्षेत्र में भी मेडिकल स्टोर बिजनेस शुरू कर सकते हैं. मेडिकल शॉप के लिए दवाइयां खरीदने वाले लोग चाहिए जो क्लिनिक, हॉस्पिटल और आबादी क्षेत्र में मिलते हैं.

मेडिकल स्टोर चाहे बड़ा हो या छोटा, उसके लिए ड्रग लाइसेंस लेना ही पड़ेगा. प्रत्येक फार्मेसी बिजनेस को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन और राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन से दवा लाइसेंस प्राप्त करना पड़ता है। ड्रग लाइसेंस क दो प्रकार होते हैं:

1. रिटेल ड्रग लाइसेंस सामान्य केमिस्ट की दुकान चलाने के लिए इस लाइसेंस की आवश्यकता होती है, जिसके लिए आपको संचालन शुरू करने के लिए न्यूनतम शुल्क जमा करने की आवश्यकता होती है। इसमें ड्रग लाइसेंस केवल उस व्यक्ति को दिया जा सकता है, जिसने किसी विश्वविद्यालय या सूचीबद्ध संस्थान से फार्मेसी में डिग्री या डिप्लोमा किया है। इसप्रकार के लाइसेंस से खुदरा सामान बेचा जाता है.

2. थोक दवा लाइसेंस यदि आप थोक में दवाओं का बिजनेस करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको यह लाइसेंस लेना होगा। रिटेल ड्रग लाइसेंस से विपरीत, आवेदक को नियमों और विनियमों के एक निर्दिष्ट सेट का पालन करने की आवश्यकता नहीं है। इस लाइसेंस को जारी करने के तहत कुछ प्रतिबंध लगाए जाते हैं, जिनका पालन करना होता है।

मेडिकल लाइसेंस के लिए सभी सामान्य डॉक्यूमेंट लगते हैं. सभी डॉक्यूमेंट के साथ अपने राज्य के state Drugs standard control organization के पास लाइसेंस के लिए अप्लाई करें. इसके लिए आप statedrugs.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं. आपकी मेडिकल स्टोर लाइसेंस फीस पर कुल 3000 से 5000 रूपये खर्च हो सकते हैं.

आपको खुदरा व्यवसाय करना है तब आपको एक होलसेलर की जरूरत पड़ेगी जो आपको थोक कीमत में मेडिकल स्टोर के लिए सभी दवाइयां और सामान दे सकें. अगर आपका बिजनेस बड़ा है तो आप डायरेक्ट दवा कंपनियों से भी सामान मंगा सकते हैं. आपको हमारी राय है कि शुरुआत में अपने स्थानीय डीलर से ही दवाइयां खरीदे और धीरे-धीरे दुकान Medical Store चलने लगे तो आप सीधे बड़े थोक विक्रेताओं से सम्पर्क कर सकते हैं.

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक निवेश आपके मेडिकल स्टोर के आकार और स्थान पर निर्भर करता है। एक छोटे मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए, आपको लगभग 50,000 रुपये से 1,00,000 रुपये तक का निवेश करना पड़ सकता है। एक बड़े मेडिकल स्टोर को खोलने के लिए, आपको 1,00,000 रुपये से 2,00,000 रुपये तक का निवेश करना पड़ सकता है।

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित हैं:

  • व्यक्तिगत पहचान प्रमाण
  • निवास प्रमाण
  • फार्मासिस्ट प्रमाणपत्र
  • ड्रग लाइसेंस आवेदन पत्र
  • दुकान और स्थापना लाइसेंस आवेदन पत्र
  • फार्मेसी लाइसेंस आवेदन पत्र

आप भारत सरकार की प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना के तहत भी एक मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं। इस योजना के तहत, सरकार आपको 50,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलने के लिए, आपको निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:

  • आपको एक फार्मासिस्ट होना चाहिए।
  • आपके पास कम से कम 50 वर्ग फुट का स्थान होना चाहिए।
  • आपके पास एक वैध ड्रग लाइसेंस होना चाहिए।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलने के लिए, आपको फार्मास्यूटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (PMDA) की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

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क्या केमिस्ट शॉप एक लाभदायक व्यवसाय है?

कोई भी केमिस्ट व्यवसाय या मेडिकल स्टोर अत्यधिक लाभदायक होता है. अधिकांश निर्धारित दवा से संबंधित व्यवसाय बाजार में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यहां तक कि ओटीसी (ओवर-द-काउंटर) दवाएं या पेटेंट दवा की दुकान भी काफी लाभदायक है.

मेडिकल स्टोर कितना मुनाफा कमाता है?

किसी भी खुदरा मेडिकल स्टोर का लाभ हर महीने 5% से 30% तक होगा। विभिन्न उत्पादों पर विभिन्न प्रकार के मार्जिन होंगे जैसे- *ओटीसी (ओवर-द-काउंटर) दवाएं *ब्रांडेड प्रिस्क्रिप्शन उत्पाद *जेनेरिक दवाएं *Trapped Products *ब्रांड-विशिष्ट छूट वाले आइटम

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए कौन सी डिग्री होनी चाहिए?

भारत में मेडिकल की दुकान खोलने के लिए न्यूनतम आवश्यकता विज्ञान में 12वीं पास करने के बाद फार्मेसी में डिप्लोमा है. फार्मेसी में अपना डिप्लोमा पूरा करने के बाद, आप मेडिकल शॉप के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन करने के पात्र हैं.

क्या जेनेरिक दवा व्यवसाय लाभदायक है?

कोई भी सामान्य चिकित्सा व्यवसाय सभी उद्यमियों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय विकल्प है. यहां तक कि फ्रेंचाइजी भी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.

फार्मेसी में डिप्लोमा कितने साल का होता है?

फार्मेसी में डिप्लोमा 2 साल का पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है.

मेडिकल स्टोर कौन शुरू कर सकता है?

जिस किसी के पास फार्मेसी लाइसेंस है, वह मेडिकल स्टोर खोलने का पात्र है. एक योग्य फार्मासिस्ट बनने के लिए आपको B. Pharm या M. Pharm की डिग्री प्राप्त करने की आवश्यकता है.

क्या नर्स फार्मेसी खोल सकती है?

नहीं. ‘द फार्मेसी एक्ट, 1948’ और ‘द नर्सिंग काउंसिल एक्ट’ के तहत, एक नर्स भारत में फार्मेसी नहीं खोल सकती है. ये नियम ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 और 1945 में बने नियमों के तहत भी लागू और अनिवार्य हैं.

मेडिकल शॉप के लिए कौन सा कोर्स सबसे अच्छा है?

यदि आप मेडिकल स्टोर के लिए नए नियमों का पालन करना चाहते हैं या मेडिकल शॉप के लिए अपना लाइसेंस प्राप्त करना चाहते हैं तो बी. फार्म आदर्श कोर्स है. यह एक स्नातक स्तर की डिग्री है जिसे साइंस स्ट्रीम में 12वीं पूरी करने के बाद किया जा सकता है.

क्या मैं डी फार्मा के बाद मेडिकल स्टोर खोल सकता हूं?

डी.फार्मा. के पूरा होने के बाद, आपको अपने राज्य फार्मेसी परिषद में खुद को पंजीकृत करना होगा और आधिकारिक प्रमाणीकरण प्राप्त करना होगा जिसमें पंजीकरण प्रक्रिया के लगभग 45 दिन लगेंगे, और फिर आप एक मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं.

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11 thoughts on “भारत में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें | Medical Business Ideas in Hindi”

medical business plan in hindi

आपने बहुत हीं बढ़िया तरीके से सभी जानकारी दी है। मैने आपके और भी पोस्ट पढ़ें हैं जिनमे काफी अच्छी जानकारी दी हुई है। आगे भी आप इसी तरह का पोस्ट हमारे साथ शेयर करते रहें और एक बार मेरे लिखे हुए पोस्ट को भी जरूर पढ़ें। धन्यवाद

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जब भी में आपकी पोस्ट पढने आता हूँ मुझे बहुत अच्छा लगता है क्योकि आप जो भी पोस्ट लिखेते है वो बहुत महत्वपूर्ण होती है और में आपकी पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करता हूँ यदि आप भी हमारे पोस्ट पढना चाहते है तो हमारे पोस्ट को जरुर पढ़े धन्यवाद

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आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी

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आपकी जानकारी मुझे काफी अच्छी लगी |

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Sir aap bahut accha article likhte hain. Main rojana aapke articles padhta hun.

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Sir aap bahut accha article likhte hain

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Business Plan Hindi

भारत में मेडिकल स्टोर या फार्मेसी बिजनेस कैसे शुरू करें।

मेडिकल स्टोर से भला कौन अवगत नहीं होगा क्योंकि हर व्यक्ति का अपने जीवन में कभी न कभी मेडिकल स्टोर से सामना अवश्य हुआ होगा। जी हाँ दोस्तों जैसा की हम सबको विदित है की इस धरती पर उपलब्ध प्रत्येक जीवधारी के शरीर में कभी न कभी कोई विकार अवश्य आ जाता है।

इसलिए कभी कभी मनुष्य भी अस्वस्थ हो जाता है और वह इस स्थिति में किसी डॉक्टर के पास अपना उपचार करने पहुँच जाता है। डॉक्टर द्वारा व्यक्ति के उपचार के लिए विभिन्न दवाएं लिखी जाती हैं जिन्हें व्यक्ति को किसी नजदीकी मेडिकल स्टोर से खरीदना होता है।

चूँकि वर्तमान में हर क्षेत्र जहाँ मनुष्य प्राणी निवासित है में एक न एक मेडिकल स्टोर की नितान्त आवश्यकता है। इसलिए अक्सर भारत के युवा एवं अन्य लोग यह जानने को उत्सुक रहते हैं की कैसे वे खुद का फार्मेसी बिजनेस या मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं।

यही कारण है की आज हम हमारे इस लेख के माध्यम से भारत में फार्मेसी बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे। लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं की एक मेडिकल स्टोर आखिर होता क्या है।

Medical-Store-business-in-hindi

पूरा लेख एक नजर में

मेडिकल स्टोर क्या है (What is Medical Store in Hindi):

इसको हम एक ऐसा स्थान या दुकान कह सकते हैं जहाँ स्वास्थ्य देखभाल से सम्बंधित उत्पाद और दवाईयाँ बेचीं जाती हों। इनमें कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो ग्राहक बिना किसी डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के खरीद सकता है तो कुछ दवाईयाँ ऐसी भी होती हैं जिन्हें सिर्फ दोक्टिर की प्रिस्क्रिप्शन पर ही ख़रीदा जा सकता है।

कहने का अभिप्राय यह है की एक Pharmacy Shop पर फूटकर में दवाईयाँ बेचीं जाती हैं चूँकि यह मनुष्य के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ बिजनेस है इसलिए इस तरह के बिजनेस में कभी भी मंदी नहीं आती हैं। लोग भले ही अन्य चीजों पर खर्चा करें न करें लेकिन अपमे स्वास्थ्य पर खर्चा अवश्य करते हैं। क्योंकि किसी विद्वान व्यक्ति ने सही कहा है की जान है तो जहान है।

मेडिकल स्टोर कैसे खोलें (How to Open a Medical Store):

भारत में मेडिकल स्टोर दो तरीकों से खोला जा सकता है पहला तरीका उन लोगों के लिए है जो बड़े स्तर पर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं। इसलिए यह जरुरी नहीं है की इन्होने कोई फार्मेसी कोर्स जैसे बी. फार्मा, डी फार्मा या एम् फार्मा किया हो। क्योंकि जो लोग बड़े स्तर पर फार्मेसी बिजनेस शुरू करना चाहते हैं वे अपने बिजनेस के लिए फार्मेसिस्ट को नियुक्त कर सकते हैं।

लेकिन यदि व्यक्ति छोटे स्तर पर कम निवेश के साथ या व्यक्तिगत तौर पर इसे खोलने की सोच रहा है तो उसे कोई भी एक फार्मेसिस्ट कोर्स जैसे बी. फार्मा, एम् फार्मा इत्यादि करना बेहद जरुरी है। क्योंकि फार्मेसी लाइसेंस सिर्फ उन्हीं को जारी किया जाता है जिन्होंने फार्मेसी कोर्स किया हुआ हो। यहाँ पर हम छोटे स्तर पर फार्मेसी बिजनेस कैसे शुरू करें के बारे में वार्तलाप करेंगे।

फार्मेसी कोर्स पूरा करें (Complete Pharmacy Course) :

यदि बिना किसी फार्मेसिस्ट को नियुक्त करके उद्यमी अपनी अंग्रेजी दवा की दुकान खोलना चाहता है तो उसे सर्वप्रथम खुद फार्मेसिस्ट बनना पड़ेगा।

इसके लिए उसे फार्मेसी के विभिन्न कोर्स जैसे एम्. फार्मा, डी. फार्मा, बी फार्मा, फार्मा डी इत्यादि में से कोई एक कोर्स पूरा करने की आवश्यकता हो सकती है। यद्यपि फार्मेसी के लिए अनेकों बैचलर कोर्स, मास्टर कोर्स, डिप्लोमा कोर्स एवं डॉक्टरेट कोर्स हो सकते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख पाठ्यक्रमों की लिस्ट निम्नवत है।

1. डी फार्मा (Diploma in Pharmacy):

D. Pharmacy दो वर्षों की अवधि का कोर्स होता है इस पाठ्यक्रम को विद्यार्थी बारहवीं PCM विषयों के साथ एक निश्चित प्रतिशत में पास करके कर सकता है। दो साल के पाठ्यक्रम के बाद विद्यार्थी को लगभग 500 घंटों या तीन महीने का सरकारी अस्पताल में व्यवहारिक प्रशिक्षण भी लेना होता है। इसके बाद ही विद्यार्थी फार्मेसिस्ट के तौर पर रजिस्टर होने के लिए अप्लाई कर सकता है। 

2. बी. फार्मा (Bachelor of Pharmacy):  

मेडिकल स्टोर खोलने का इच्छुक विद्यार्थी या फार्मेसिस्ट बनने का इच्छुक विद्यार्थी बारहवीं पीसीएम विषयों के साथ पास करके बी. फार्मा भी कर सकता है।

हालांकि इसके लिए उम्मीदवार को सरकारी संस्थानों या प्रसिद्ध संस्थानों में एडमिशन प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में भी अच्छी रैंक लाने की आवश्यकता हो सकती है। यह तीन सालों का पाठ्यक्रम होता है जिसमें एक महीने का औद्यागिक प्रशिक्षण किसी फर्मास्यूटिकल कंपनी से लेना आवश्यक है।

3. एम्. फार्मा (Master of Pharmacy):

M. Pharma नामक यह कोर्स बी. फार्मा के बाद किया जा सकता है यह दो सालों की अवधि का पाठ्यक्रम होता है अधिकतर संस्थान उन्हीं उम्मीदवारों को एडमिशन देते हैं। जिनके बी. फार्मा में कम से कम 50% प्राप्तांक हों।

4. फार्मा डी. (Doctor of Pharmacy):

यदि कोई उम्मीदवार बारहवीं पीसीएम विषयों के साथ पास करने के बाद या फार्मेसी में डिप्लोमा करने के बाद यह कोर्स करना चाहता है। तो उसे इस पाठ्यक्रम को पूरा करने में लगभग 6 वर्षों का समय लग सकता है।

और यदि बी फार्मा के बाद कोई इस पाठ्यक्रम को करता है तो उसे चार वर्षों का समय लग सकता है। इसलिए जो उम्मीदवार व्यक्तिगत तौर पर खुद की अंग्रेजी दवा की दुकान शुरू करना चाहता हो उसे सर्वप्रथम फार्मेसी कोर्स पूरा करना होगा।            

फार्मेसी काउंसिल में रजिस्टर करें (registered yourself with PCI):

फार्मेसी कोर्स पूरा कर लेने के बाद व्यक्ति फार्मेसिस्ट तो बन जाता है लेकिन एक रजिस्टर्ड फार्मेसिस्ट बनने के लिए उसे राज्य की फार्मेसी काउंसिल में रजिस्टर करना होगा। यह प्रक्रिया उम्मीदवार चाहे तो ऑनलाइन भी कर सकता है। इस प्रकार के रजिस्ट्रेशन के लिए उम्मीदवार से विभिन्न शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत दस्तावेजों की माँग की जा सकती है ।  

Medical Store के लिए लोकेशन का चयन करें:

इस बिजनेस की सफलता असफलता भी काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है की मेडिकल स्टोर किस लोकेशन पर खोला गया है। किसी हॉस्पिटल के अन्दर या सामने या फिर किसी डॉक्टर के क्लिनिक के सामने मेडिकल स्टोर खोलना बेहद लाभकारी हो सकता है। कहने का अभिप्राय यह है की यदि उद्यमी द्वारा इस तरह के बिजनेस के लिए एक अच्छी लोकेशन का चुनाव नहीं किया गया तो यह उद्यमी के बिजनेस के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

हालांकि उद्यमी को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की जिस लोकेशन पर वह अपनी दवा की दुकान खोलना चाहता है उस लोकेशन पर बहुत ज्यादा मेडिकल स्टोर भी उपलब्ध नहीं होने चाहिए अन्यथा प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है।    

ड्रग लाइसेंस के लिए अप्लाई करें (Apply for drug license):

मेडिकल स्टोर में दवा बेचने से पूर्व उद्यमी को ड्रग लाइसेंस लेने की आवश्यकता होती है चाहे उद्यमी कोई छोटा फार्मेसी बिजनेस शुरू कर रहा हो या फिर कोई बड़ा दोनों स्थिति में उद्यमी को ड्रग लाइसेंस लेना ही लेना होगा। इस तरह का यह ड्रग लाइसेंस उद्यमी केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन या राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन से प्राप्त कर सकता है। इस तरह के ये संगठन दो प्रकार के ड्रग लाइसेंस जारी करते हैं।

1. रिटेल ड्रग लाइसेंस (Retail Drug License): 

इस तरह का यह लाइसेंस एक साधारण सी अंग्रेजी दवा की दुकान चलाने के लिए चाहिए होता है जहाँ पर उद्यमी फूटकर में दवाईयाँ एवं अन्य स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े उत्पाद बेच रहा होता है। इस तरह का यह ड्रग लाइसेंस लेने के लिए एक शुल्क जमा करने की आवश्यकता होती है और लाइसेंस केवल उसी व्यक्ति के नाम से जारी किया जाता है जिसने फार्मेसी में कोई डिप्लोमा या डिग्री कोर्स किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पूरा किया हो।

2. थोक विक्रेता ड्रग लाइसेंस (Wholesale Drug License):

जैसा की नाम से ही स्पष्ट है इस तरह का यह लाइसेंस उन स्टोरों को जारी किया जाता है जो दवाईयाँ एवं अन्य स्वास्थ्य से जुड़े उत्पादों को थोक में बेचते हैं। इस तरह के ड्रग लाइसेंस को प्राप्त करने के लिए रिटेल ड्रग लाइसेंस की तुलना में कोई सख्त नियम प्रावधानित नहीं है।    

स्थानीय थोक विक्रेता से संपर्क करें:

यदि आप रिटेल स्टोर खोलना चाह रहे हैं तो जाहिर सी बात है की आपको दवाईयाँ एवं अन्य स्वास्थ्य प्रोडक्ट सप्लाई करने के लिए किसी थोक विक्रेता से संपर्क करने की आवश्यकता होगी। यद्यपि उद्यमी चाहे तो सीधे दवा या अन्य स्वास्थ्य उत्पादों का निर्माण करने वाली कंपनी से भी संपर्क कर सकता है क्योंकि कम्पनियों से सीधे संपर्क करने पर उद्यमी को अच्छी डील मिल सकती है।

जिससे वह खुद का लाभ बढ़ा पाने में सक्षम हो पायेगा। लेकिन ध्यान रहे की दवा विनिर्माण कम्पनियां हमेशा बड़े आर्डर की राह देखती हैं इसलिए यदि आपके पास निवेश करने के लिए अधिक पैसे नहीं हैं तो आप किसी स्थानीय थोक विक्रेता से ही अपने स्टोर के लिए उत्पाद खरीद सकते हैं।    

स्थानीय डॉक्टर से टाई अप करें (Tie up with Local Doctors):

यदि आप अपने मेडिकल स्टोर बिजनेस को सफल बनाना चाहते हैं तो आपको अपने आस पास के एरिया में स्थित डॉक्टर से टाई अप करने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि वर्तमान में हर हॉस्पिटल में अन्दर ही मेडिकल स्टोर उपलब्ध होता है लेकिन जो डॉक्टर अपने घरों में या छोटे क्लिनिक में मरीजों को देखते हैं आप उनसे टाई अप करने की कोशिश कर सकते हैं।

आम तौर पर मरीज डॉक्टर की कही हुई बात को कम ही टालते हैं इसलिए डॉक्टर उन्हें जिस मेडिकल स्टोर से दवा खरीदने के लिए कहते हैं वे उसी मेडिकल स्टोर से दवाईयाँ या अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी उत्पाद खरीदते हैं।   

Medical Store में दवाई बेचें और कमाई करें:

इस बिजनेस से भी कमाई करने का एक ही फार्मूला है की जितने अधिक ग्राहक आपके स्टोर पर आयेंगे आपकी उतनी अधिक कमाई होने के आसार हैं। एक मेडिकल स्टोर चलाने वाले उद्यमी को कोशिश करनी चाहिए की उसके स्टोर से कोई भी व्यक्ति खाली न जाय। 

अर्थात उसे हर छोटे बड़े ग्राहक का ध्यान गंभीरता से रखना चाहिए यदि कोई ग्राहक कोई ऐसी दवाई की भी मांग करता है जो आपके पास मौजूद नहीं है तो आपको वह दवाई उस ग्राहक के लिए अरेंज करने की कोशिश करनी चाहिए। ताकि वह ग्राहक आपके लॉयल ग्राहक के तौर पर परिवर्तित हो सके और आपकी कमाई बढ़ाने में सहायक बन सके।  

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3 thoughts on “भारत में मेडिकल स्टोर या फार्मेसी बिजनेस कैसे शुरू करें।”.

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I am pharmacist

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Thank you sir

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Retil pharmacy me ek se jyada medical store khol skte h na

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[2023] भारत में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें? | Medical Store Business Plan In Hindi

Medical Store Kaise Khole | मेडिकल की दुकान कैसे खोलें | दवाई की दुकान कैसे खोलें? | मेडिकल शॉप कैसे खोलें? | Medicine Store Kaise Shuru Kare | How To Open Medical Store in Hindi | How To Start Medical Store in Hindi | Medicine Store Kaise Shuru Kare | सबसे पास की दवा की दुकान कहाँ है

बहुत से लोग अपना खुद का Medical Store खोलना चाहते हैं पर उनके पास पर्याप्त जानकारी ना होने के कारण ऐसा नहीं हो पाता है। आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं मेडिकल स्टोर का व्यापार शुरू करने के लिए आपको अच्छी खासी पढ़ाई करनी पड़ती है। क्योंकि मेडिकल स्टोर पर वही लोग आते हैं जिन्हें किसी विशेष रोग की दवाई या जानकारी चाहिए होती है।

ऐसे में अगर आपको उन सब चीजों की जानकारी नहीं होगी तो आप अपने ग्राहकों को या रोगी को दवाई कैसे देंगे। इसीलिए मेडिकल की दुकान खोलने के लिए आपको अच्छी खासी पढ़ाई करनी पड़ेगी।

कोरोना वायरस के कारण हुए Lockdown के बाद लोगों में बहुत ज्यादा उत्सुकता है मेडिकल स्टोर बिजनेस के बारे में जानने के लिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोगों ने देखा कि लॉकडाउन में सभी चीजें बंद थी, पर दवाई तथा किराना की दुकान पूरी लॉकडाउन खुली रही। 

जिसमें कई व्यापारियों ने लाखों करोड़ों रुपए कमाए। वहीं भारत में ऐसे भी दवाई की मांग बहुत ज्यादा है तथा व्यापार के लिहाज से देखा जाए तो आपको इस बिजनेस को जरूर शुरू करना चाहिए। 

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यही बताएंगे कि भारत में मेडिकल स्टोर कैसे खोलें या मेडिकल स्टोर का बिजनेस कैसे शुरू करें?

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मेडिकल स्टोर क्या होता है? (Medical Store Business Hindi)

मेडिकल स्टोर आम दुकान की तरह ही एक दुकान होती है जहां आपको लगभग हर तरह की दवाई आसानी से मिल जाती है। वहीं मेडिकल स्टोर पर दवाई के अलावा मेडिकल से जुड़ी सभी सामान भी मिलती है। सीधे भाषा में बोलूं तो तबीयत खराब होने पर आप जिस जगह से दवाई खरीदने हैं उसे मेडिकल स्टोर करते हैं। 

Medical Shop खोलने के लिए नियम :-

जैसा कि आप आप भी जानते हैं मेडिकल का व्यापार सब कोई नहीं कर सकता है। वहीं मेडिकल शॉप खोलने से पहले आपको सभी नियम कानून अच्छे से जान लेना चाहिए। अपना खुद का मेडिकल शॉप शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से M.Pharma, D.Pharma, B. Pharma में से कोई भी Cerificate होना जरूरी है। 

इस सर्टिफिकेट के आधार पर ही State Drugs Standard Control Organization और Central Drugs Standard Control Organization आपको अनुमति देती है कि आप खुद का मेडिकल शॉप खोल सकते हैं या नही।

👉  कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाले बिजनेस आइडियाज

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है?

अगर आप अपना खुद का मेडिकल का दुकान खोलना चाहते हैं तो मैं आपको बता दूं आप इसे 2 तरीके से शुरू कर सकते हैं। पहला आप किसी फार्मासिस्ट को नियुक्त करें और उन्ही से व्यापार को चलाने को कहें। वहीं दूसरा खुद पढ़ लिख कर सभी जरूरी डिग्री हासिल करने के बाद। इन दोनों तरीकों में से आप जो चाहें वो तरीके से इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं।

ज्यादातर लोग इस व्यापार को दूसरे तरीके से ही शुरु करते हैं। D.Pharma, B.Pharma, M.Pharma इन तीन में से किसी भी कोर्स को पूरा करने के बाद आप आसानी से अपना खुद का मेडिकल स्टोर का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। 

ये कुछ चीजें हैं जिनकी आपको जरूरत पड़ेगी एक मेडिकल शॉप खोलने के लिए :-

• Medical store खोलने के लिए सबसे पहले आपको एक शॉप किराए पर लेनी होगी। आप चौक चौराहे मेन मार्केट आदि जैसी जगह पर मेडिकल स्टोर के लिए जगह किराए पर ले सकते हैं।

• मेडिकल स्टोर का व्यापार शुरू करने के लिए आप को कम से कम 100 Square मीटर जगह की जरूरत पड़ेगी। जगह का चयन करते वक्त किराए को भी ध्यान में रखें। किराया बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए।

• दवा तथा सभी जरूरी सामान रखने के लिए आपको एक फ्रिज लेनी होगी। 

• मेडिकल स्टोर खोलने के लिए सभी जरूरी रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की आवश्यकता पड़ेगी।

👉 Ambulance Service बिजनेस कैसे शुरू करें?

Medical Shop खोलने के लिए जरूरी लाइसेंस

• Business Registration

• Drug License

• Gst

• Shop Registration

मेडिकल शॉप शुरू करने के लिए सबसे जरूरी और आवश्यक ड्रग लाइसेंस लाइसेंस है। अब ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि आपको बाकी तीन लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है आपको उन तीनों लाइसेंस को भी अवश्य लेना होगा। 

ड्रग लाइसेंस दो तरह के होते हैं पहला RDL (Retail Drug License और दूसरा WDL (Wholesale Drug License) आप अपने जरूरत के अनुसार इनमे से किसी भी लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसी भी लाइसेंस के लिए आवेदन करने से पहले आप एक बार किसी जानकार व्यक्ति से अवश्य पूछ लें। 

मेडिकल स्टोर लाइसेंस लेने के लिए जरूरी दस्तावेज 

• Application form

• Pharmacist Marksheet

• Experience certificate or college training certificate

• 10th passing certificate

• ID Proof

• Pharmacist Living certificate

• Proof of ownership

• Site Plan

• Challan of the fee deposited for registration (3000)

• Registered pharmacists documents etc.

Pharmacy के प्रकार का चुनाव

इस क्षेत्र में फार्मेसी के कई प्रकार होते हैं जिसका चयन आपको पहले करना होता है कि आप किस तरह के फार्मेसी का व्यापार शुरू करना चाह रहे हैं।

• Ambulatory care pharmacy

• Regulatory pharmacy

• Community pharmacy

• Chain pharmacy

• Township pharmacy

• Home care pharmacy

• Hospital pharmacy

• Compounding pharmacy

• Consulting pharmacy

• Stand alone pharmacy

• Clinical pharmacy

• Industrial pharmacy

मेडिकल की दुकान के लिए दवाई कहां से खरीदें?

Medical Shop Business Hindi : आप जिस भी शहर में रहते हैं वहां कहीं ना कहीं हर सामान की होलसेल मार्केट जरूर होगी। ऐसे में आपको पता करना होगा कि दवाई का होलसेल मार्केट कहां है? आप होलसेल मार्केट से बहुत आसानी से सस्ते दाम में दवाई की खरीदारी कर सकते हैं।

इसके अलावा हर मार्केट में हर कंपनी के MR होते हैं आप उनसे संपर्क कर सकते हैं और दवाई का ऑर्डर दे सकते हैं। अभी के समय में तो ऑनलाइन भी बहुत सारी एजेंसी है जहां से आप सभी तरह के दवाइयों की खरीदारी कर सकते हैं।

दवाइयों की खरीदारी करते वक्त आप किसी जानकार व्यक्ति को अपने साथ जरूर ले जाएं। अगर आपको इस क्षेत्र में पहले से अनुभव है तब तो बहुत अच्छी बात है।

मेडिकल शॉप खोलने के लिए कितने रुपए निवेश करने होंगे?

वैसे तो इस व्यापार में आप पर निर्भर करता है कि आप कितने रुपए निवेश करना चाहते हैं। क्यूंकि Medical Store Business कम लागत में भी शुरू किया जा सकता है और ज्यादा लागत में भी। अगर आपके पास जगह की व्यवस्था पहले से है या आपको कोई भी दुकान किराए पर नहीं लेनी है तब आपके ढेर सारे पैसे बस सकते हैं। 

फिर भी जो इस क्षेत्र में बहुत दिनों से काम कर रहे हैं उनके अनुसार आप भी एक मेडिकल शॉप का व्यापार कम से कम 5 लाख रुपया निवेश करके शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा यह पूरी तरह पर निर्भर करता है कि आप इस व्यापार में कितने रुपए निवेश करना चाहते हैं और कर सकते हैं। 

मेडिकल के क्षेत्र में कमाई भी अच्छी खासी होती है जिसके कारण अगर आप इसमें 5 लाख रुपए निवेश कर भी देते हैं तो यह आपको अच्छी कमाई करके देने वाला है। वैसे भी यह हम सभी जानते हैं कि वर्तमान में भविष्य में या कभी भी मेडिकल शॉप बिजनेस बंद नहीं होने वाला है। (Medical Store Business Investment in India)

👉  Manufacturing बिजनेस आइडियाज 2023

मेडिकल स्टोर से होने वाली कमाई 

इस क्षेत्र से आप कितनी ज्यादा कमाई कर सकते हैं यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह की दवाई अपनी दुकान में बेचते हैं। क्योंकि मार्केट दो तरह की दवाइयां मिलती हैं पहला जेनेरिक मेडिसिन और दूसरा इथिकल मेडिसिन। 

जेनेरिक मेडिसिन पर आपको 45% तक मुनाफा देखने को मिलता है। वहीं एथिकल मेडिसिन पर आप 10% से 25% तक मुनाफा कमा सकते हैं। अगर आप मेडिकल स्टोर से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आप दोनों तरह की दवाई अपनी दुकान में रखें। क्यूंकि ग्राहक सिर्फ एक तरह की दवाई आपकी दुकान में खरीदने नहीं आएगा और ना ही आता है।

बात रहेगी इस व्यापार से आप महीने की कितनी कमाई कर सकते हैं? तो मैं आपको बता दूं आप मेडिकल स्टोर खोलकर महीने का कम से कम 30,000 रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकते हैं। यह मैंने सबसे कम आंकड़ा बताया है। मेडिकल के व्यापार में इस्से कई ज्यादा कमाई देखने को मिलती है।

यह कमाई आप समय के साथ बढ़ा सकते हैं तथा कमाई कितनी ज्यादा बढ़ सकती है यह पूरी तरह आप पर निर्भर करेगा कि आप अपने बिजनेस को किस तरह से चलाते हैं। 

आप अपने स्टोर के नजदीकी मेडिकल शॉप से सीख सकते हैं कि वो अपनी कमाई बढ़ाने के लिए क्या-क्या करते हैं। वही समय के साथ-साथ आप भी जान जाएंगे कि अच्छी कमाई करने के लिए क्या-क्या करना होगा। (Medical Store Business Profit Margin)

मेडिकल शॉप चलाने के लिए क्या करें?

Medical Shop Business Hindi : बहुत से लोगों की यही दिक्कत होती है कि वह अपना खुद का व्यापार शुरू तो कर लेते हैं पर उसे कैसे चलाना है ये उन्हें पता ही नहीं होता है। ऐसे में मैंने आपको यहां पर कुछ Tips दिए हैं जिनकी मदद से आप एक Medical Store को आसानी से चला सकते हैं।

• शॉप के लिए लोकेशन का चयन करते वक्त है आप इस बात का खास ध्यान रखें कि वहां अगल-बगल कोई Hospital या Clinic हो। अगर आप के चुने हुए लोकेशन के अगल-बगल कोई हॉस्पिटल या क्लीनिक है तब आपको बहुत ज्यादा समय इंतजार नहीं करना पड़ेगा इस व्यापार से अच्छे कमाई करने के लिए।

• स्टोर खोलते के साथ ही आप चाहते हैं कि आप की दुकान पर ग्राहकों की भीड़ रहे तो इसके लिए आपको दूसरे कहने की आवश्यकता के डॉक्टरों से संपर्क में रहना होगा या सीधे भाषा में बोलूं तो आपको उनसे Tie Up करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर ही वो होते हैं जो रोगी को किसी Store के लिए रेफर करते हैं। 

• डॉक्टर की तरह आपको हॉस्पिटल तथा क्लीनिक से भी Tie-up करना होगा क्यूंकि ऐसा करने से आप बहुत कम समय में अपने व्यापार को Rocket की Speed से ऊपर जाता देख सकेंगे। 

• शुरुआती समय में आपको अपने व्यापार को अच्छे से चलाने के लिए विज्ञापन का सहारा लेना है। इसके लिए आप जगह-जगह बैनर लगवा सकते हैं, किसी व्यक्ति को कुछ दिनों के लिए काम पर रखकर उनसे पेंपलेट बटवा सकते हैं। इसके अलावा आप Justdial और Google Maps का भी सहारा जरूर लें। 

• समय-समय पर अपने ग्राहकों को कुछ Discount या Offer देते रहे हैं। ऐसा करने से आपका व्यापार बहुत कम समय में चलने लगेगा। क्योंकि ग्राहक वहीं पर जाना पसंद करते हैं जहां उन्हें कम दाम में अच्छे सामान मिलते हैं। 

क्या दूसरे के मेडिकल लाइसेंस से मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं?

बहुत से लोग इस सवाल से असमंजस में रहते हैं कि क्या हम दूसरे के मेडिकल लाइसेंस से अपना खुद का मेडिकल शॉप खोल सकते हैं या नहीं तो मैं आपको बता दूं ऐसा करना बिल्कुल हीं Illegal है। अगर आपके पास खुद का लाइसेंस नहीं है तो आप खुद से मेडिकल स्टोर नहीं खोल सकते हैं। 

ऐसा करने पर आपको जेल भी हो सकती है तथा लाखों रुपए जुर्माना भी देना पड़ सकता है। 

ऐसा इसलिए है क्यूंकि दवाई की दुकान पर या मेडिकल शॉप में वही लोग आते हैं जिन्हें अपने शरीर से संबंधित कोई भी समस्या होती है। ऐसे में अगर आपके पास उस चीज की जानकारी ही नहीं है तो आप उन्हें क्या सलाह देंगे और क्या नहीं। 

उम्मीद करता हूं आपको आज का यह पोस्ट ( मेडिकल स्टोर कैसे खोलें? ) पसंद आया होगा। मेडिकल स्टोर का बिजनेस शुरू करना वैसे तो बहुत फायदेमंद है, पर अगर आपके पास जरूरी जानकारी नहीं है तो आपको सबसे पहले इसके बारे में पता कर लेना चाहिए। उसके बाद ही इस बिज़नेस में आगे बढ़ना चाहिए।

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3 टिप्पणियाँ

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medical business plan in hindi

Kya up wale other state me medical khol sakte he

medical business plan in hindi

जी हां आप बिलकुल खोल सकते हैं

Very Good article you provide all information in details <a href="https://bareillymricentre.com/>Dr. Manish Goel</a>

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भारत में Medical Store या फार्मेसी बिजनेस कैसे शुरू करें, जानिए लाइसेंस से लेकर सबकुछ|Medical Store Business Plan In Hindi

Medical Store Business Plan In Hindi

Medical Store Kaise Khole | मेडिकल की दुकान कैसे खोलें | दवाई की दुकान कैसे खोलें? | मेडिकल शॉप कैसे खोलें? | Medicine Store Kaise Shuru Kare | How To Open Medical Store in Hindi | How To Start Medical Store in Hindi | Medicine Store Kaise Shuru Kare

हम सब को कोरोना का भयानक मंजर तो याद ही होगा, जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन था और सभी व्यापार मंदी की ओर बढ़ रहे थे. तब केवल मेडिकल व्यापार ही ऐसा था जिसमें इजाफा हुआ. 2021 में हुए इंडियन इकोनॉमिकल सर्वे के अनुसार अगले एक दशक में भारत के फार्मेसी बिज़नेस की 3 गुना बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में इसमें 9-11% तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. ऐसे में मेडिकल स्टोर शुरु करना एक बेहतरीन बिज़नेस आइडिया साबित हो सकता है. 

अगर आप भी मेडीकल शॉप शुरु करना चाहते हैं लेकिन आप के मन में सवाल है कि medical store kaise khole तो आप सही जगह पर आए हैं. इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप medical kholne ke liye kya kare , कहां से लाइसेंस लें.

ये भी पढ़ें –   पेट्रोल पंप बिज़नेस शुरु करें

इस लेख में शामिल

  • मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस क्या है
  • भारत मे मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस कैसे शुरु करें

मेडीकल स्टोर खोलने के लिए आवश्यक लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन

ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक योग्यता शर्तें, ड्रग लाइसेंस के लिए आवश्यक दस्तावेज़, मेडीकल स्टोर शुरु करने में लगने वाली लागत.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस ( medical store in hindi )

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस (medical store in hindi) सीधे तौर पर मेडिकल सेक्टर से जुड़ा बिज़नेस है भारतीय लोग इसे दवाई की दुकान भी बोलते हैं. इसमें कोई व्यक्ति या फर्म स्वास्थय सेवाओं से जुड़े उत्पाद बेचता है. जिसमें मुख्यता दवाइयां (टैबलेट, कैप्सूल्स), इंजेक्शन्स, मेडिकल फ्ल्यूड्स, पर्सनसल हाइजीन से जुड़े सामान बेचे जाते हैं. दवाई की दुकान (medical store in hindi) पर आपको दो तरीकों से दवाई दी जाती है. पहला डॉक्टर की सलाह पर (प्रिसक्रिप्शन) वहीं कुछ दवाएं ऐसी भीं है जिन्हें फार्मासिस्ट अपनी सलाह से मरीजों को दे सकते हैं.

भारत मे मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस कैसे शुरु करें  how to open medical store

आपके मन में यह सवाल तो ज़रूर आता होगा कि medical store kaise khole तो आइए हम आपको बताते हैं कि भारत में मेडीकल स्टोर कैसे शुरु करना है. जैसा कि हमें पता है कि मेडिकल स्टोर व्यक्ति के जीवन से जुड़ा व्यापार है। ऐसे में कई बार एक छोटी सी गलती की ग्राहक को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। यही कारण है कि दवा की दुकान (medical store in hindi)  शुरु करने से पहले सभी कानूनी और प्रक्रियाओं को पूरा करना आवश्यक है। हालांकि कानूनी प्रक्रिया से पहले आवश्यक है कि आप मेडीकल स्टोर या फार्मेसी बिज़नेस के निम्नलिखित तरीकों में से किसी एक को चुनें.

  • हॉस्पिटल मेडिकल स्टोर –   आपने कई बार अस्पताल के अंदर एक मेडिकल स्टोर देखा होगा, जिसे अस्पताल में भर्ती व ओपीडी में आए मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरु किया जाता है.
  • जनरल मेडिकल स्टोर – सभी शहरों में छोटे / मध्यम मेडिकल स्टोर जरूर होते हैं जो आबादी क्षेत्रों में होते हैं।  भारत में सबसे अधिक संख्या इन्हीं की है.
  • फ़्रैंचाइज़ी  – ऐसा मेडिकल स्टोर जो किसी फ़ार्मेसी की चेन का हिस्सा होते हैं. इन चेन्स की विभिन्न क्षेत्रों में ब्रांच होती हैं। आमतौर मेट्रो सिटी मे ऐसी फ्रेंचाइजी अधिक देखने को मिलती हैं.

ये भी पढ़ें – रेस्टोरेंट कैसे शुरु करें

1. फार्मेसी लाइसेंस –  यह लाइसेंस मेडिकल स्टोर बिज़नेस शुरु करने के लिए सबसे आवश्यक दस्तावेज़ों में से एक है. यह लाइसेंस प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के पास बी. फार्मा या एम. फार्मा डिग्री होना अनिवार्य है। 2. मेडिकल स्टोर बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन – भारत में मेडिकल स्टोर भारतीय फार्मेसी अधिनियम 1948 के अन्तर्गत आते हैं। जिसके तहत सभी मेडिकल स्टोर और फार्मेसी को राज्य सरकार के अनुसार सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होता है। जिसके बाद नियमों के आधार पर अधिकारी रजिस्ट्रशन का फैसला लेते हैं. 3. कंपनी रजिस्ट्रेशन- आपको अपने व्यापार को कैसे संचालित करना है इस आधार पर आपको अपने मेडीकल बिज़नेस को निम्नलिखित में से किसी एक फर्म के रूप में रजिस्टर करना होगा।

  • प्रोप्राइटरशिप फर्म
  • वन पर्सन कंपनी
  • प्राइवेट लिमिटेड  
  • एलएलपी (लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप)

4. टैक्स रजिस्ट्रेशन- यदि आपकी फर्म का टर्नओवर जीएसटी के नियमों के आधार पर तय सीमा से अधिक है. तो ऐसे में आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना होगा. (यह सीमा नॉर्थ-ईस्ट को छोड़कर सभी राज्यों में 20 लाख रुपए है हालांकि इस के लिए किसी टैक्स एक्सपर्ट की सलाह बहुत आवश्यक है)

5. ड्रग लाइसेंस – प्रत्येक मेडिकल बिज़नेस या फार्मेसी स्टोर को केंद्रीय व राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन से ड्रग लाइसेंस अनिवार्य होता है। आमतौर पर ड्रग लाइसेंस दो तरीके के होते हैं. रीटेल व होलसेल, रीटेल ड्रग लाइसेंस ऐसे दुकानदारों को दिए जाते हैं जो सीधे तौर पर पब्लिक डीलिंग करते हैं. वहीं होलसेल ड्रग लाइसेंस उन्हें दिया जाता है जो रीटेलर्स को माल सप्लाई करते हैं.

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  • बिज़नेस के लिए कम से कम 10 स्कवायर मीटर जगह होना अनिवार्य है.
  • मेडीकल स्टोर (फार्मेसी ) की ऊंचाई Drugs & Cosmetic Rules, 1945 के तहत दिए गए नियमों के अनुसार होनी चाहिए
  • यदि आप रीटेल और होलसेल दोनों व्यवसायों को एक ही भवन में करना चाहते हैं, तो उस स्थिति में न्यूनतम एरिया 15 स्कवायर मीटर की आवश्यकता होगी.
  • इंजेक्शन, इंसुलिन इंजेक्शन, कुछ एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं को कम तापमान पर स्टोर करने के लिए रेफ्रिजरेटर हमेशा मौजूद होना चाहिए. विभिन्न प्रकार की दवाओं को स्टोर करने के लिए पर्याप्त संख्या में अलमारी और शेल्फ होने चाहिए.

भारत में ड्रग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट निम्नलिखित हैं. हालांकि यह राज्यों के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं. 

  • निर्धारित प्रारूप में आवेदन फॉर्म
  • आवेदक के नाम और अन्य जानकारियों के साथ हस्ताक्षर किया गया फॉर्म (कवर लेटर) के साथ.
  • रजिस्ट्रर्ड फार्मासिस्ट या अन्य सक्षम व्यक्ति का एफेडेविट 
  • डिक्लेरेशन लेटर 
  • दुकान या भवन का ओनरशिप प्रूफ/ किरायानामा
  • बिज़नेस सर्टिफिकेट
  • ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत प्रोपराइटर या पार्टनर्स या डायरेक्टर्स के नॉन-कन्विक्शन एफेडेविट

छोटे शहरों या कस्बों में फार्मेसी (medical store in hindi) शुरु करने में लगने वाली प्रारंभिक लागत 3-4 लाख के आसपास होती है. वहीं होलसेल बिज़नेस में लगभग 7-10 लाख रुपए का निवेश करना होता है. ये लागत शहर या भवन की कीमत पर भी निर्भर होता है. वहीं यह लागत आपकी दवा की दुकान में रखे स्टॉक पर भी निर्भर करती है.

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प्रश्न. मेडीकल स्टोर या दवाई की दुकान का कितना स्कोप है?

उत्तर: 2021 में हुए इंडियन इकोनॉमिकल सर्वे के अनुसार अगले एक दशक में भारत के फार्मेसी बिज़नेस की 3 गुना बढ़ने की उम्मीद है. वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में इसमें 9-11% तक का इजाफा देखने को मिल सकता है. ऐसे में मेडिकल स्टोर शुरु करना एक बेहतरीन बिज़नेस आइडिया साबित हो सकता है. 

प्रश्न. मेडीकल स्टोर शुरु करने में लगने वाली लागत?

उत्तर: यह लागत आपकी दवा की दुकान में रखे स्टॉक पर व आपके बिज़नेस भवन पर निर्भर करती है. हालांकि छोटे शहरों या कस्बों में फार्मेसी (medical store in hindi) शुरु करने में लगने वाली प्रारंभिक लागत 3-4 लाख के आसपास होती है. वहीं होलसेल बिज़नेस में लगभग 7-10 लाख रुपए का निवेश करना होता है.

प्रश्न. क्या मैं बी. फार्मा कर के मेडीकल स्टोर शुरु कर सकता हूं?

उत्तर: जी हां, आप बी फार्मा के बाद आवश्यक रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस ले कर मेडिकल स्टोर बिज़नेस शुरु कर सकते हैं.

प्रश्न. क्या मैं मेडिकल स्टोर बिज़नेस के लिए लोन ले सकता हूं?

उत्तर: जी हां, भारत में तमाम बैंक व एनबीएफसी हैं जो लोगों को नए व्यापार शुरु करने के लिए बिज़नेस लोन प्रदान करते हैं.

अन्य पढ़ें – स्टेशनरी स्टोर कैसे शुरू करें आसानी से डाउनलोड करें यो व्हाट्सएप भारत में कम निवेश में ज़्यादा लाभ कमाने वाले छोटे व्यापार भारत में 2022 में टेंट हाउस का व्यापार कैसे शुरु करें

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Author: Arora

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मेडिकल स्टोर

2023 मेडिकल स्टोर खोलने की प्रक्रिया, कोर्स, निवेश, मुनाफा और लाइसेंस Medical Store Business Hindi

Last Updated on: 19th July 2023, 03:00 pm

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Medical shop business plan hindi- अगर आप अपना मेडिकल स्टोर (pharmacy in hindi) खोलने की सोच रहे है तो इसकी पूरी जानकारी हम आपको आज इस आर्टिकल के दुवारा देंगे जिससे आपको इसे खोलने का पूरा प्रोसेस के बारे में पता चलेगा मेडिकल स्टोर खोलने के लिए कितनी Qualification होनी चाहिए Medical Store License कैसे बनता है ये सब जानकारी आपको आज यहाँ जानने को मिलेगी। medical store in hindi

Medical Store को सभी अच्छी तरह जानते है इसको किसी प्रकार से Explain   करने की जरूरत नहीं है क्योकि हर व्यक्ति को अपने जीवन में कभी न   कभी Medical Store का सामना किया ही होगा आज लगभग 80%+ लोगो का शरीर बिना किसी दवाई से काम ही नहीं करता आज के आधुनिक युग में मनुष्य का शरीर दवाइयों के सहारे ही चल रहा है आज के युग में जितना जरूरी मोबाइल है उसे ज्यादा जरूरी है दवाईया आप Medical Store खोलकर और दवाईया बेचकर पैसा कमा सकते है। medicine knowledge in hindi

भारत में फार्मेसी व्यवसाय (Medical Store) एक सदाबहार व्यवसाय है और भारत दवाइयों को इतना बड़ा Producer है की आप इससे अच्छी कमाई भी कर सकते है और इसमें रोजगार के ऑप्शन भी ज्यादा है। medicine knowledge in hindi

आइये जानते है मेडिकल स्टोर खोलने की पूरी जानकारी how to start a medical shop

मेडिकल स्टोर क्या होता है?

What is Medical Store Hindi- Medical Store या फार्मेसी व्यवसाय भी एक प्रकार की दुकान ही होती है जहा हमारे शरीर को ठीक करने हेतु दवाईया मिलती है कुछ लोगो को अपनी दवाइयों का पता होता है वो यहाँ से नाम बोलकर दवाईया ले सकते है तो कुछ लोग डॉक्टर के दुवारा चेकउप के दौरान एक पर्ची बनाई जाती है उस पर्ची में जो दवाईया लिखी जाती है वो मेडिकल स्टोर पर मिलती है। जहाँ स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न प्रोडक्ट और दवाइयां उपलब्ध होती है. फार्मेसी की दुकान एक खुदरा आउटलेट होता है जो रोगियों या कस्टमर्स को चिकित्सक के पर्चे और बिना डॉक्टर पर्ची के मिलने वाली सभी दवाइयां विक्रय करता है. कई मेडिकल स्टोर स्वास्थ्य देखभाल और अन्य समस्याओं के बारे में सलाह भी उपलब्ध करवाते हैं. Medical Store Business Hindi

भारत में फार्मेसी व्यवसाय एक सदाबहार व्यवसाय है जो आर्थिक चक्रों से प्रभावित नहीं है। बता दें की यदि आपके पास न्यूनतम पूंजी निवेश करने के लिए और स्थान है, तो फार्मेसी स्टोर पूरे भारत के कई व्यवसायियों के लिए एक बहुत ही आदर्श व्यवसाय है। आप या तो एक स्टैंड-अलोन फार्मेसी स्टोर या फ़ार्मेसी फ़्रैंचाइज़ी जैसे अपोलो फ़ार्मेसी फ़्रैंचाइज़, नेटमेड्स फ़्रैंचाइज़ आदि के लिए जा सकते हैं, जो आपके अपने मेडिकल स्टोर की तुलना में महंगा होगा।

और आपको ये भी बताते चले की फार्मेसी व्यवसाय मनुष्या के शरीर से जुड़ा हुआ है इस व्यवसाय में कभी भी मंदी नहीं आ सकती और ये बिज़नेस साल भर के 365 दिन चलता है।   medical store kaise khole

medical business plan in hindi

मेडिकल शॉप या फार्मेसी स्टोर को बड़े और छोटे दोनों स्तर पर शुरू किया जा सकता है. Medical Store Business Hindi इसके लिए आपको बी. फार्मा. या डी. फार्मा. या एम. फार्मा. से कोई भी एक मेडिकल स्टोर के लिए आवश्यक डिग्री/कोर्स करना होगा. बड़े स्तर पर जो मेडिकल या फार्मा बिजनेस करते हैं वो खुद ये कोर्स ना करके, किसी फार्मासिस्ट को रख लेते हैं. Medical Store Business Hindi क्योंकि उनके पास पर्याप्त मात्रा में निवेश राशि होती है. ऐसा हम छोटे स्तर पर भी कर सकते हैं लेकिन इससे हमे अतिरिक्त भार पड़ेगा.

होलसेल मेडिकल स्टोर कैसे खोलें?

how to open medical store in up- अगर आप Medical Store खोलने का मन बना चुके है तो हम आपको बता दे मेडिकल स्टोर 2 तरीको से खुल सकता है। how to open a medical store in india

Dr Lal Pathlabs Franchise कैसे ले- Dr Lal Pathlabs Franchise Hindi  

Medical Store खोलने के तरीके medical store ke liye kya jaruri hai

1. Without Course

बिना डिग्री के मेडिकल स्टोर कैसे खोले – अगर आप बिना किसी डिग्री के मेडिकल स्टोर शुरू करना चाहते है तो आपको थोड़ा निवेश ज्यादा करना पड़ेगा आपको पहले ऐसे किसी व्यक्ति को ढूढ़ना है जिसने किसी प्रकार का Medical Course किया हुआ है उसको आप अपनी मेडिकल के स्टोर पर सैलरी पर रख सकते है। आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर लाइसेंस

2. With Course

डिग्री के साथ मेडिकल स्टोर कैसे खोले – जब आप कोर्स करने के बाद अपना खुद का मेडिकल का स्टोर खोलते है तो आपको ज्ञान होने के कारन ज्यादा स्टाफ रखने की जरूरत नहीं होती है ज्यादातर काम आप खुद ही कर सकते है मेडिकल कोर्स से जुडी जानकारी के लिए पूरा पढ़े।

1. रिटेल ड्रग लाइसेंस

Medical Store Business Hindi- यदि आप थोक में दवाओं का बिजनेस करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको यह लाइसेंस लेना होगा। रिटेल ड्रग लाइसेंस से विपरीत, आवेदक को नियमों और विनियमों के एक निर्दिष्ट सेट का पालन करने की आवश्यकता नहीं है। इस लाइसेंस को जारी करने के तहत कुछ प्रतिबंध लगाए जाते हैं, जिनका पालन करना होता है।

2. थोक दवा लाइसेंस

Medical Store Business Hindi-सामान्य केमिस्ट की दुकान चलाने के लिए इस लाइसेंस की आवश्यकता होती है, जिसके लिए आपको संचालन शुरू करने के लिए न्यूनतम शुल्क जमा करने की आवश्यकता होती है। इसमें ड्रग लाइसेंस केवल उस व्यक्ति को दिया जा सकता है, जिसने किसी विश्वविद्यालय या सूचीबद्ध संस्थान से फार्मेसी में डिग्री या डिप्लोमा किया है। इसप्रकार के लाइसेंस से खुदरा सामान बेचा जाता है.

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Medical Store खोलने के लिए जरूरी कोर्स

Qualification for Medical Store – जैसा की हमने आपको बताया की ये फार्मेसी व्यवसाय मनुष्या के शरीर से जुड़ा हुआ है और किसी भी प्रकार से ये बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको सबसे कुछ जरूरी कोर्स करने होते है जो चार प्रकार के होते है इन कोर्स को पूरा करने के बाद आपको लाइसेंस भी मिल जायेगा और आप मेडिकल स्टोर भी खोल सकते है। medical in hindi

मेडिकल स्टोर खोलने के लिए क्या करना चाहिए? इसके लिए आपको इनमे से कोई कोर्स करना पड़ेगा। medical shop business plan

Medical store licence in Up  me पाने केलिए क्लिक करे इधर medical shop in hindi

मेडिकल store खोलने के लिए कौन सा कोर्स करना चाहिए?:- medical store ke liye course

  • D. Pharma (Diploma in Pharmacy)
  • B. Pharma (Bachelor of Pharmacy)
  • M. Pharma (Master of Pharmacy)
  • Pharma D. (Doctor of Pharmacy)

आइये इनको पूरी जानकारी के साथ जानते है ताकि आप जान सके आप इनको कैसे कर सकते है। मेडिकल स्टोर खोलने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए

1. D. Pharma (Diploma in Pharmacy) Course

D. Pharma (Diploma in Pharmacy) कोर्स पुरे 3 साल का होता है जो भी व्यक्ति इसको करना चाहता है तो वो अपनी 12th (Medical) पास करके इस कोर्स को कर सकता है इसके साथ आपको इसमें 3 महीने सरकारी हस्पताल में परीक्षण भी कराया जाता है ताकि आपका एक्सपीरियंस अच्छा बन सके। medical knowledge in hindi

2. B. Pharma (Bachelor of Pharmacy) Course

B. Pharma (Bachelor of Pharmacy) कोर्स पुरे 2 साल का होता है जो भी व्यक्ति इसको करना चाहता है तो वो अपनी 12th (Medical) पास करके इस कोर्स को कर सकता है लेकिन इस कोर्स में उमीदवार को परीक्षा में अच्छी रैंक लानी होती है तभी आप इस कोर्स को पास कर पाएंगे।

3. M. Pharma (Master of Pharmacy) Course

M. Pharma (Master of Pharmacy) का कोर्स आप B. Pharma Course के बाद कर सकते है और ये 2 सालो का कोर्स होता है इसमें आप तभी एडमिशन में सकते है जब आपके B. Pharma Course में 50% मार्क्स से ज्यादा नंबर ला सकते है इस कोर्स को करने के बाद आप Medical Store Line के मास्टर कहलाते है।

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4. Pharma D. (Doctor of Pharmacy) Course

M. Pharma (Master of Pharmacy) का कोर्स पुरे 6 साल का होता है जो भी व्यक्ति इसको करना चाहता है जो व्यक्ति बड़े लेवल पर अपना मेडिकल स्टोर चलना चाहता है तो वो इस कोर्स को कर सकता है इस कोर्स को करने के बाद आप प्रथम श्रेणी के भागीदार बन जाते है ये कोर्स भी आप 12th (Medical) पास करके इस कोर्स को कर सकते है।

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फार्मेसी कॉउंसिल में रजिस्ट्रेशन कैसे करवाए

medical store kaise khole- जब आप अपना कोर्स पूरा करने के बाद अपनी मेडिकल की डिग्री हासिल कर लेते है तो आप एक Registered Pharmacist   बन जाते है लेकिन इसके बाद आपको 1 काम और करना होता है की आपको मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको अपने राज्य की फार्मेसी कॉउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। medical business

ये सभी कार्य आप ऑनलाइन भी कर सकते है इस काम को पूरा करने के लिए आपको अपने 12th की डीएमसी और पूरा किया गया कोर्स की डिग्री चाहिए होती है। उसके बाद आपको सरकार आपके डाक्यूमेंट्स को देखकर आपको फाइनल कर देती है। medical agency business plan

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Medical Store License कैसे बनवाए

दवा दुकान का लाइसेंस कैसे बनाये? Medical shop licence

मेडिकल लाइसेंस कैसे बनाये?-अपना कोर्स पूरा करने के बाद आपको अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है लेकिन जो अंतिम कार्य है वो है लाइसेंस बनवाने के लिए आपको State Drugs Standard Control Organization से संपर्क करना पड़ेगा वह से आप अपना Medical Store License बनवा सकते है इसको बनवाने में करीब 3 हज़ार का खर्चा आता है। (Medical shop licence) (Medical shop licence cost)

State Drugs Standard Control Organization – 2 तरह के लाइसेंस उपलब्ध करवाता है।

  • Retail Drugs License- अगर आप छोटे लेवल पर काम करना चाहते है
  • Wholesale Drugs License -अगर आप बड़े लेवल पर काम करना चाहते है

How to get medical store license in india

documents required for medical shop

  • एप्लीकेशन फोम
  • फार्मासिस्ट लिविंग सर्टिफिकेट
  • 10th और 12th का सर्टिफिकेट
  • फार्मासिस्ट मार्कसीट
  • कोर्स के दौरान ट्रेनिंग एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट
  • कोर्स डिग्री
  • राज्य की फार्मेसी कॉउंसिल में रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
  • एक फार्मासिस्ट
  • पर्याप्त स्टोर स्पेस (जगह)
  • फार्मासिस्ट के लिए भर्ती
  • कोल्ड स्टोरेज की सुविधा

मेडिकल स्टोर के लिए फार्मेसी लाइसेंस प्राप्त करने के लिए ज़रूरी चीज़ें/बातें

Requirements for Opening Medical Store- मेडिकल स्टोर कौन खोल सकता है?

  • अच्छा सा स्थान देखे
  • आप किसी हॉस्पिटल के बाहर भी शुरू कर सकते है
  • शॉप खुली होनी चाहिए लगभग 10 Square Meter
  • शॉप की साफ सफाई अच्छी होनी चाहिए
  • AC जरूर लगवाए क्योकि दवाईया ठंडी जगह पर ही रखनी चाहिये
  • एक फ्रिज जरूर रखे
  • लाइसेंस जो अपने बनवाया है वो हमेशा अपने शॉप कर ही रखना है आप उसे फ्रेम करवा कर भी रख सकते है क्योकि मेडिकल स्टोर में वो बहुत जरूरी होता है

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Location for Medical Store

सिर्फ मेडिकल स्टोर ही नहीं लेकिन हर बिज़नेस की सफलता उसके लोकेशन पर निर्भर करती है Medical Store Business के लिए आप कोई अच्छी दी जगह जरूर ढूंढे।

अगर आपका मेडिकल का स्टोर किसी हॉस्पिटल के बहार है तो आपका और अपनी मेडिकल शॉप का बहुत फायदा है और अगर हॉस्पिटल के अन्दर आपको मेडिकल स्टोर खोलने के लिए जगह मिल जाती है तो इसे ज्यादा फायदेमंद बात हो नहीं सकती।

क्लिनिक या हॉस्पिटल में मेडिकल स्टोर खोलने के लिए आपको वहां के Doctor MD से सम्पर्क करना पड़ेगा।

मेडिकल स्टोर के लिए जरूरी काम

1. सप्लायर से संपर्क करे.

Contact with Medical Store Suppliers – अगर आप रिटेल का स्टोर चलाना चाहते है तो Medical Store की दुकान की दवाईया खरीदने के लिए आपको Suppliers ढूढ़ना पड़ेगा जिससे आपको उचित दामों में दवाईया मिल जाती वही से आपको दवाईया खरीदनी है और वहा से आप अपनी दुकान पर बेचने के लिए दवाईया खरीद सकते है।

जब आपकी दुकान थोड़ी पुरानी हो जाती है 1 2 महीने बाद Suppliers आपको खुद फ़ोन करके आपके दवाईया के बारे में पूछने लगेंगे और सारा सामान वो अपने आप आपकी दुकान तक पंहुचा देंगे।

अगर आप बड़े लेवल पर काम करना चाहते है तो आपको दवाईया बनाने वाली कंपनियों से संपर्क करना पड़ेगा और आपको कुछ डॉक्यूमेंट देने पड़ेगे उसके बाद आपको वो अपनी कंपनी का प्रोडक्ट देने लगेंगे ऐसी आपको 5-7 कंपनियों से संपर्क करना है।

2. डॉक्टर से संपर्क करे

अगर आपको अपना मेडिकल स्टोर पर ज्यादा कस्टमर चाहिए तो आपको कुछ स्थानीय डॉक्टर से संपर्क करना पड़ेगा उनसे कॉन्टेक्ट बनाना पड़ेगा जो भी मरीज उनके यहाँ चेकउप के लिए आइये तो उनहे वो आपकी शॉप पर भेजे आप डॉकटर को कुछ कमिशन देकर भी उसे इस काम के मना सकते है।

3. Tax Registration

इसमें लाइसेंस उन व्यक्तियों को दिया जाता है जो कि रिहायसी इलाको में Medical Store खोलना चाहते हैं , किसी गली या मोहल्ले में स्थित मेडिकल इसी लाइसेंस के अंतर्गत आते है।

Medical Store Investment

मेडिकल स्टोर के लिए बुनियादी जरूरतों का होना आवश्यक होता है। इस व्यवसाय के लाइसेंस के लिए बुनियादी जरूरतों की पूर्ति होनी चाहिए जैसे खुद की जमीन,दुकान, फर्नीचर, फ्रिज इत्यादि इन्ही सब मे आपका लगभग 1.5 से 3 लाख तक लग जायेगा मेडिकल स्टोर में निवेश करने के लिए आपको कुछ कोर्स भी करने पड़ेगे बाद में अपनी शॉप भी लेनी पड़ेगी उसके बाद दवाइया के लिए संपर्क करने पड़ेगे ऐसे में मेडिकल स्टोर में अगर छोटे निवेश की बात करे तो आप 3 से 4 लाख तो आपको निवेश करने ही पड़ेगे अगर आप बड़े लेवल पर काम करना चाहते है तो ये निवेश ज्यादा भी हो सकता है।

मेडिकल स्टोर में आपको स्टोर बनाने में और सेटअप के लिए खर्चा और जगह का खर्चा सभी मिलाकर बिज़नेस की शुरुवात कर सकते है बड़े पैमाने पर आप ज्यादा निवेश की भी जरूरत पड़ सकती है। एलिजिबिलिटी फॉर मेडिकल स्टोर लाइसेंस

Business के लिए लोन

भारत सरकार ने मेक इन इंडिया को प्रमोट करने के लिए सभी बैंको को नए बिज़नेस को शुरू करने के लिए आसानी से लोन देने के लिए आदेश दिए है अगर आप इस बिज़नेस को शुरू करना चाहते है और आपके पास पैसे नहीं है तो भारत सरकार ने एक स्कीम चलायी हुई है जिसका नाम है  प्रदानमंत्री मुद्रा योजना  इसके अंतर्गत आपको ये बिज़नेस शुरू करने के लिए बेहद कम ब्याज पर भारत सरकार दुवारा लोन दिया जाता है।

Rule of Medical Store

अगर आप मेडिकल स्टोर खोलना चाहते है तो आपके पास 12th की DMC   होनी चाहिए और इनमे से कोई कोर्स किया होना चाहिए।

D. Pharma (Diploma in Pharmacy), B. Pharma (Bachelor of Pharmacy), M. Pharma (Master of Pharmacy), Pharma D. (Doctor of Pharmacy)

साथ में आपके पास आपका राज्य की फार्मेसी कॉउंसिल का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस होना जरूरी है।

इसके लिए आपको एक फर्म या कंपनी भी बनानी पड़ती है कंपनी रजिस्टर करवाने के लिए ये आर्टिकल पढ़े-  अपनी कंपनी रजिस्ट्रेशन कैसे करवाये Register Company in India Hindi

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कितनी की जा सकती है महीने की कमाई ?

Medical store business profit margin in hindi- वैसे तो आप खुद ही जानते होंगे की इस व्यवसाय में कितनी कमाई है लेकिन फिर भी अगर इस बिजनेस में कमाई की बात करें तो आप 20 हजार से लेकर लाखो तक कमा सकते है। how to start medical agency

अब अगर आपकी शॉप किसी हॉस्पिटल के पास है तो आपकी कमाई लाखो में हो सकती है और वही अगर अपने ऐसी जगह शॉप खोल रखी है जहा पर लोग बहुत काम रहते है तो आपको हजारो से ही संतोष करने होगा। दोस्तों बहुत से मेडिकल शॉप वाले है जो 20 से 50 वर्कर रख कर शॉप चला रहे है अब आप खुद ही इनकी कमाई का अंदाजा लगा सकते है। what is b pharma in hindi

Search For- होलसेल मेडिकल स्टोर लाइसेंस, सिर्फ 2 लाख रुपए में शुरू करें अपना मेडिकल स्टोर, medical store kaise khole, medical shop business plan, medical shop business, how to open a medical store.

9 thoughts on “2023 मेडिकल स्टोर खोलने की प्रक्रिया, कोर्स, निवेश, मुनाफा और लाइसेंस Medical Store Business Hindi”

I want open a jenerik medical store

Visit सरकारी जेनेरिक मेडिसिन स्टोर कैसे खोलें?

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you can apply online

Medical store opening

madical store

Kya M Sc chemistry ki degree medical store hetu license ka kam karti h

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