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शैक्षिक तकनीकी का अर्थ, विशेषताएं, प्रकृति एवं क्षेत्र | Educational Technology in Hindi

शैक्षिक तकनीकी का अर्थ (meaning of educational technology).

‘ एजुकेशनल टेक्नॉलॉजी ’ (Educational Technology) शब्द, दो शब्दों से मिलकर बना है- एक, ‘ एजुकेशन ’ और दूसरा, ‘ टेक्नॉलॉजी ’। एजुकेशन का अर्थ है शिक्षा देना, पढ़ाना या प्रशिक्षित करना। अतः जब शिक्षक अपने शिक्षण को प्रभावशाली बनाने के लिए विभिन्न तकनीकी साधनों की मदद लेता है जिससे शिक्षण एवं अधिगम दोनों प्रभावित होते हैं तो उसे शिक्षण तकनीकी कहा जाता है।

शिक्षा से तात्पर्य बालक के व्यवहार में वांछित परिवर्तन लाना है। शिक्षा से बालक की मूलप्रवृत्तियाँ परिमार्जित होती हैं। मूलप्रवृत्तियों के परिमार्जन में मनोविज्ञान, तकनीकी तथा विज्ञान अपना प्रभावपूर्ण योगदान शिक्षा के क्षेत्र में प्रदान करता है। अतः शिक्षा स्वयं में एक आत्मनिर्भर (Independent) प्रत्यय नहीं है वरन् यह तकनीकी विज्ञान से सम्बन्धित है। वैज्ञानिक व्यवस्थाओं तथा प्रविधियों का प्रयोगात्मक रूप ही तकनीकी या तकनीकी विज्ञान है। आज विज्ञान के युग में वैज्ञानिक तथा प्रौद्योगिकी अविष्कारों ने मानव जीवन के हर पक्ष को प्रभावित किया है जिनसे शिक्षा, शिक्षण तथा अधिगम भी बहुत प्रभावित हुए हैं। शैक्षिक तकनीक में मुख्यतः दो बिंदु निहित है।

  • शिक्षण उद्देश्यों की प्राप्ति करना
  • शिक्षण की क्रियाओं का यंत्रीकरण करना।

शैक्षिक तकनीकी की अवधारणा (Concept Of Educational Technology)

आज के युग में मानव जीवन का प्रत्येक पक्ष वैज्ञानिक खोज तथा अविष्कारों से प्रभावित है। शिक्षा का क्षेत्र भी इसके प्रभाव से मुक्त नहीं रह सका है। रेडियो, टेप रिकॉर्डर, टेलीविजन, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर आदि का बढ़ता हुआ उपयोग शिक्षा को तकनीकी के निकट लाता जा रहा है। शिक्षा शास्त्र का कोई भी अंग चाहे वह विधियों-प्रविधियों का हो, चाहे उद्देश्यों का हो, चाहे शिक्षा प्रक्रिया का हो, चाहे शोध का हो बिना तकनीकी के अपंग सा महसूस होता है। तकनीकी विज्ञान इतना समृद्ध और शक्तिशाली होता जा रहा है कि बिना इसके अध्ययन किए छात्राध्यापकों का शिक्षण संबंधी ज्ञान या उनके परीक्षण तथा प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान और कौशल अधूरे रह जाते हैं। शैक्षिक तकनीकी ने शिक्षा के क्षेत्र में पुरानी अवधारणाओं में आधुनिक संदर्भ के साथ अभूतपूर्व क्रांतिकारी परिवर्तन कर उन्हें एक नवीन स्वरूप प्रदान किया है।

शिक्षा में तकनीकी का इस्तमाल तो होना ही चाहिए इसमें कोई शंक़ा नहीं है लेकिन इसके साथ में आपको टाइम टेबल की भी काफ़ी ज़्यादा ज़रूरत पड़ सकती है। बहुत से छात्रों को ये ही नहीं पता की टाइम टेबल कैसे बनाएं ? टाइम टेबल के होने से आपका कार्य बहुत ही आसान हो जाता है और आपकी दक्षता भी बढ़ जाती है।

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Educational technology and ict, शैक्षिक तकनीकी की परिभाषाएँ (definition of educational technology).

1. डॉ. एस. एस. कुलकर्णी के अनुसार , “शैक्षिक तकनीकी उन सभी प्रणालियों, विधियों एवं माध्यमों का विज्ञान है जिसके द्वारा शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है।”

2. जे. पी. डिसिको के अनुसार , “शैक्षिक तकनीकी व्यावहारिक शिक्षण की समस्याओं में अधिगम मनोविज्ञान के विस्तृत प्रयोग का एक रूप है।” 

3. बी. एफ. स्किनर के अनुसार , “शिक्षण तकनीकी वह शास्त्र है जो शिक्षा की प्रभावशीलता में वृद्धि करता है तथा संपूर्ण शिक्षण प्रक्रिया के अपेक्षाकृत अधिक समुन्नत करता है।” 

4. आई. के. डेविस के अनुसार , “शैक्षिक तकनीकी का संबंध शैक्षिक और प्रशिक्षण के संदर्भ में समस्याओं से होता है और उसमें अधिगम के स्रोतों के संगठन में अनुशासित और प्रणाली उपागम के प्रयोग की क्षमता विशेष होती है।”

शैक्षिक तकनीकी के उद्देश्य (Objectives of Educational Technology)

शैक्षिक तकनीकी के उद्देश्य शैक्षिक तकनीकी के उद्देश्य निम्न प्रकार हैं-

  • पाठ्यवस्तु का विश्लेषण करना जिससे उसके तत्वों अथवा घटकों को क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित किया जा सके.
  • विद्यार्थियों की उपलब्धियों को निर्धारित उद्देश्यों के संबंध में मूल्यांकन कर शिक्षण में सुधार लाना.
  • पुनर्बलन की प्रविधियों का चयन करना तथा उनका प्रयोग करना.
  • शिक्षण को सरल, स्पष्ट, रुचिकर, वैज्ञानिक, वस्तुनिष्ट, बोधगम्य एवं प्रभाव उत्पादक बनाना.
  • ज्ञान का संचय, विकास एवं प्रसार करना.
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में अपेक्षित सुधार लाना.
  • शिक्षकों में शिक्षण कौशलों का विकास कर उनकी योग्यता एवं क्षमताओं में वृद्धि करना.
  • शिक्षण के उद्देश्यों का निर्धारण करना जिससे शिक्षण तथा जांच में सुगमता हो सके.
  • छात्रों के गुणों, क्षमताओं, उपलब्धियों एवं कौशलों का विश्लेषण करना.
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शैक्षिक तकनीकी की विशेषताएं (Characteristics of Educational Technology)

उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर शैक्षिक तकनीकों की निम्न विशेषताएं हैं-

  • शैक्षिक तकनीकों का उद्देश्य शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का विकास करना है।
  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षा से विज्ञान एवं तकनीकी का अनुप्रयोग है।
  • शैक्षिक तकनीकी समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, भाषा, भौतिक विज्ञान इत्यादि का उपयोग करती है।
  • शैक्षिक तकनीकी को शैक्षिक साधनों (रेडियो, टेपरिकार्डर, दूरदर्शन) के साथ मिलाया नहीं जा सकता। यह तो एक अभिगमन है।
  • शैक्षिक तकनीकी में विज्ञान के व्यावहारिक पक्ष पर बल दिया जाता है।
  • यह निरन्तर प्रयोगात्मक एवं विकासशील विषय है।
  • यह वातावरण संसाधनों, विधियों के नियन्त्रण द्वारा अधिगम प्रक्रिया को सरल बनाती है।
  • इसमे शिक्षा के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये अधिगम दशाओं का संगठन शामिल होता है।
  • शैक्षिक तकनीकी का सम्बन्ध शिक्षा की समस्याओं उनके विश्लेषण, निराकरण से होता है।
  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षण को सरल, स्पष्ट, रुचिकर, बोधगम्य एवं प्रभावशाली बनाती हैं।
  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षण की विभिन्न विधियों प्रविधियों युक्तियों का विकास पर शिक्षा को छात्र केन्द्रित बनाने में योगदान देती है।
  • शैक्षिक तकनीकी के द्वारा शिक्षा के तीनों प्रकार के उद्देश्यों की प्राप्ति सम्भव हो पाती है।

शैक्षिक तकनीकी की प्रकृति (Nature of Educational Technology)

  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षा को दूर-दराज के इलाकों में फैलाने में सहायता देती है।
  • यह शैक्षिक उद्देश्यों की पूर्ति हेतु अधिगम की परिस्थितियों में आवश्यकता अनुसार परिवर्तन लाने में सहायक है।
  • शैक्षिक तकनीकी स्वयं से सीखने को बढ़ावा देती है।
  • शैक्षिक तकनीकी अधिगम की प्रक्रिया को अधिक सरल और सशक्त बनाती है।
  • शैक्षिक तकनीकी के विकास के फल स्वरुप शिक्षण में नवीन शिक्षण विधियों तथा नवीन शिक्षण तकनीकी का विकास हुआ है।
  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षा पर विज्ञान तथा तकनीकी के प्रभाव को प्रदर्शित करती है।
  • शैक्षिक तकनीकी निरंतर विकसित होती रहती है इसमें शिक्षक छात्र तथा तकनीकी प्रक्रियाएँ है जो एक साथ मिलकर काम करते हैं।
  • शैक्षिक तकनीकी का उद्देश्य सीखने सिखाने की प्रक्रिया को विकसित करना है।
  • यह मनोविज्ञान, इंजीनियरिंग आदि विज्ञानों के नियम से सहायता लेती है।
  • इसमें क्रमबद्ध उपागम को प्रधानता दी जाती है।

शैक्षिक तकनीकी का क्षेत्र (Scope of Educational Technology)

शैक्षिक तकनीकी का क्षेत्र इसकी अवधारणा के अनुरूप है। यदि हम शैक्षिक तकनीकी को श्रव्य-दृश्य साधनों के रूप में लेते हैं तो इसका क्षेत्र, शिक्षा में केवल श्रव्य-दृश्य साधनों तक ही सीमित रहता है। यदि शैक्षिक तकनीकी का तात्पर्य हम अभिक्रमित अध्ययन लेते हैं तो इसके क्षेत्र में अभिक्रमित-अधिगम अध्ययन सामग्री ही आती है। यदि शैक्षिक तकनीकी का अर्थ हम व्यवस्था उपागम के रूप में लेते हैं तो इसका क्षेत्र काफी बढ़ जाता है। डैरक रौन्ट्रा ने इसके निम्नांकित क्षेत्र बताये हैं-

  • अधिगम के लक्ष्य तथा उद्देश्य चिन्हित करना।
  • अधिगम वातावरण का नियोजन करना।
  • विषय-वस्तु की खोज करना तथा उन्हें संरचित (Structuring) करना।
  • उपयुक्त शिक्षण व्यूह रचनाओं (Teaching Strategies) तथा अधिगम संचार (Learning Media) का चयन करना।
  • अधिगम व्यवस्था की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना।
  • भविष्य में प्रभावशीलता बढ़ाने के लिये मूल्यांकन के आधार पर वांछित सूझ-बूझ प्राप्त करना।

शैक्षिक तकनीकी को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Influencing Educational Technology)

किसी भी राष्ट्र में शैक्षिक तकनीकी का विकास अनेक कारकों पर निर्भर रहता है। इन कारकों का संक्षिप्त वर्णन निम्नलिखित है-

शैक्षिक तकनीकी का अर्थ

1. राजनैतिक कारक (Political Factors)— राजनैतिक कारकों से तात्पर्य है वे कारक जो राष्ट्र की राजनीतिक परिस्थितियों, राजनीतिक नीतियों तथा वैज्ञानिक अन्वेषणों एवं राजनीतिक उद्देश्यों की प्राप्ति से सम्बन्धित होते हैं। यदि शासन करने वाली पार्टी को लगता है कि किन्हीं तकनीकी विशेष के प्रयोग से उन्हें ज्यादा लाभ सम्भव है तो वह उनके विकास के लिये भरपूर प्रयास करेगी। टेलीविजन तथा दूरसंचार के क्षेत्र में छुपे अभिनव प्रयोगों में तथा उनके प्रचार-प्रसार में राजनीतिक कारकों का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हाथ रहा है।

2. मनोवैज्ञानिक कारक (Psychological Factors)— मनोवैज्ञानिक कारकों के अन्तर्गत शिक्षकों, छात्रों तथा शिक्षालयों की रुचि, स्तर, प्रवृत्तियों आदि का समावेशन होता है। शिक्षकों की अभिप्रेरणा, सीखने-सिखाने की इच्छा-शक्ति, ध्यान एवं रुचि आदि का प्रभाव मनोवैज्ञानिक कारकों के अन्तर्गत समावेशित होते हैं।

3. शैक्षिक कारक (Educational Factors)— शैक्षिक कारकों में शिक्षकों की शिक्षा एवं प्रशिक्षण मुख्य कारक हैं। यदि शिक्षकों को शैक्षिक तकनीकी के क्षेत्र में उचित स्तर का सुनियोजित प्रशिक्षण प्रदान किया जाये तो ये शिक्षक शैक्षिक तकनीकी के विकास में मील के पत्थर सिद्ध हो सकते हैं। ये शिक्षक शैक्षिक तकनीकी के विभिन्न उपागमों का प्रयोग करने के लिये प्रयोगशाला का कार्य करने में सक्षम हो सकते हैं।

4. आर्थिक कारक (Economic Factors)— शैक्षिक तकनीकी के विकास में आर्थिक कारक भी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। किसी भी प्रयोग, अन्वेषण तथा खोज की रीढ़ ‘धन’ होता है। बिना समुचित धन के किसी भी तकनीकी का विकास, प्रसार तथा प्रशिक्षण सम्भव नहीं। शैक्षिक तकनीकी में श्रव्य-दृश्य साधनों तथा अन्य उपकरणों के लिये तथा शैक्षिक तकनीकी की प्रयोगशाला निर्माण करने के लिये भी आर्थिक अनुदान चाहिये। बिना अर्थ के न तो उपकरण खरीदे जा सकते हैं और न ही प्रयोग हो सकते हैं और न ही किसी प्रकार के परिष्करण व अन्वेषण का कार्य सम्भव है।

5. सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक (Social and Cultural Factors)— समाज एवं संस्कृति शिक्षा का दर्पण है। जैसा समाज होगा, जैसी संस्कृति होगी वैसी ही वहाँ की शिक्षा होगी। यदि समाज में शैक्षिक तकनीकी के प्रति जागरूकता है, वांछित नेतृत्व का बोलबाला है तथा संस्कृति की नस-नस में तकनीकी का प्रभाव दृष्टिगोचर होता है तो निःसंदेह शैक्षिक-तकनीकी के क्षेत्र में भी भविष्य उज्ज्वल रहेगा।

शैक्षिक तकनीकी की सीमाएँ (Limitation Of Educational Technology)

  • यह ज्ञानात्मक क्षेत्र के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रही है लेकिन भावात्मक एवं क्रियात्मक क्षेत्र में योगदान सीमित ही है।
  • इसके प्रारंभिक प्रयोग में अतिरिक्त धन की आवश्यकता होती है क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के उपकरण एवं सामग्री खरीदनी पड़ती है।
  • इसके प्रयोग के लिए विशेष प्रकार के शिक्षण की आवश्यकता होती है।
  • इसके माध्यम से सभी प्रकार के समस्याओं का समाधान करना संभव नहीं होता है।
  • शैक्षिक तकनीकी कठोर शिल्प की मशीनों के निर्माण से संबंधित नहीं है।
  • शैक्षिक तकनीकी इंजीनियरिंग की तकनीकी शिक्षा नहीं है।

शैक्षिक तकनीकी की उपयोगिता (Utility of Educational Technology)

शैक्षिक तकनीकी की उपयोगिता आज दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। विश्व का प्रत्येक देश इसे अपना रहा है। कोठारी कमीशन (1966) ने अपनी एक टिप्पणी में कहा है, पिछले कुछ सालों में भारत के विद्यालयों में कक्षा-अध्ययन को फिर से जीवन-दान देने या उसे अनुप्रमाणित करने की प्रविधियों पर काफी ध्यान दिया गया है। बुनियादी शिक्षा का पहला उद्देश्य प्राइमरी स्कूलों के सारे जीवन और कार्य-कलापों में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाना एवं बच्चे के मन, शरीर तथा आत्मा का सर्वोत्तम तथा सर्वांगीण विकास करना था। इस दृष्टि से भी शैक्षिक तकनीकी का अपना महत्त्व स्वयंसिद्ध है।

1. शिक्षक के लिए उपयोगिता:- शैक्षिक तकनीको पर शिक्षक का पूर्ण अधिकार होता है। यदि शिक्षक, शैक्षिक तकनीकी का ज्ञान प्राप्त कर उसे व्यवहार में लाता है तो वह अपने छात्रों के व्यवहार का अध्ययन भली-भाँति कर सकता है। शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को शिक्षण व्यूह रचनाओं के ज्ञान के साथ-साथ व्यवहार अध्ययन और व्यवहार सुधार की प्रणालियों से भी अवगत कराती है तथा वैज्ञानिकता का ज्ञान प्रदान करती हैं। शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को यह बताने में सहायता प्रदान करती है कि किस समय किस प्रकरण को स्पष्ट करने के लिए कौन सी दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग किया जाये, रेडियो, टेलीविजन का उपयोग कर किस प्रकार से रेडियोविजन तथा कैसेट विजन का प्रयोग किया जाये तथा छात्रो की अध्ययन गति से अनुसार, उनके लिए कैसे अभिक्रमित अध्ययन सामग्री तैयार की जाये। माइक्रो टीचिंग, मिनी टीचिंग, समिलेटेड टीचिंग आदि नवीन विधियों का प्रयोग करने के लिए शैक्षिक तकनीकी शिक्षक का उचित मार्ग प्रदर्शन करती है।

2. प्रणाली उपागम का उपयोग:- शैक्षिक प्रशासन तथा प्रबन्ध से सम्बन्धित अनेक समस्याये शिक्षक के सामने आती हैं जिनका अध्ययन करने के लिए शिक्षक प्रणाली उपागम का प्रयोग कर सकता है। शिक्षक का कार्य किसी भी प्रकार का हो जैसे पाठ योजना बनाने का शिक्षण बेन्दुओं के चयन का या अन्य कोई कार्य हो वह शैक्षिक तकनीकी के बिना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकता है। उसे निरन्तर शैक्षिक तकनीकी की सहायता लेनी पड़ेगी। आधुनिक तकनीकी युग में शिक्षकों में शैक्षिक तकनीकी की इस कारण भी आवश्यकता पड़ती है ताकि वह छात्रों के जीवन में शिक्षा के उद्देश्य तथा मनोविज्ञान की खामियो का अध्ययन करा सकें। छात्रों के व्यक्तित्व की भिन्नताओं को ध्यान में रखकर शिक्षक अभिक्रमित अनुदेशन का उपयोग करता है। अतः आधुनिक तकनीकी युग में शिक्षकों को शैक्षिक तकनीकी की अत्यन्त आवश्यकता है।

3. अधिगम के क्षेत्र में उपयोगिता:- शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली और सार्थक बनाने में योगदान देती है। जिससे शिक्षा को एक अर्थपूर्ण दिशा की ओर ले जाया जा सकता है। अधिगम के क्षेत्र में शैक्षिक तकनीकों की उपयोगिता विशेष रूप से सिद्ध हो रही है। शैक्षिक तकनीकी द्वारा शिक्षण तथा प्रशिक्षण की प्रभावपूर्ण विधियों तथा सिद्धान्तों की जानकारी प्राप्त होती है। इस क्षेत्र में शैक्षिक तकनीकी छात्रों को उनकी शिक्षण क्षमता के अनुसार ही ज्ञान कराती है। यह शिक्षण तथा प्रशिक्षण इन दोनों ही प्रक्रिया का वैज्ञानिक विवेचन करती है। सीखने के नये प्रतिमान, शैक्षिक तकनीकी की ही देन हैं। अत: हम कह सकते हैं कि शैक्षिक तकनीकी शिक्षण तथा प्रशिक्षण की प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली बनाने में सहायक है।

4. समाज के लिए उपयोगिता:- आधुनिक समय में जनसाधारण के पास रेडियो, ट्रांजिस्टर, टेप रिकॉर्डर, टेलीविजन आदि की सुविधायें है। शैक्षिक तकनीकी के द्वारा इनका प्रयोग शिक्षा के क्षेत्र में किया जा रहा है। अतः कहा जा सकता है कि शैक्षिक तकनीकी आज के तकनीकी युग में शिक्षक की उपादेयता बढ़ाती है तथा जनसाधारण के ज्ञानात्मक, प्रभावात्मक तथा मनोगत्यात्मक पक्षों का विकास करती है। शैक्षिक तकनीकी समाज के लिए ज्ञान के संचयन प्रचार प्रसार तथा विकास के लिए अत्यन्त उपयोगी है। शैक्षिक तकनीकी के द्वारा किसी शिक्षक नेता या समाज सुधारक को ज्ञान तथा कौशल को टेलीविजन, रेडियो तथा अभिभाषण आदि के द्वारा समाज के प्रत्येक भाग में सरलता से पहुंचाया जा सकता है। अत: इसको उपयोगिता समाज के लिए महत्त्वपूर्ण है।

शैक्षिक तकनीकी का प्रयोग शिक्षक को अनेक त्रुटियों से बचाता है। इस सन्दर्भ में गैरीसन का कथन निम्नलिखित है " यदि हम तकनीशियन हैं तो पहले से हो हमको जानकारी हो जाती है कि अमुक विधियाँ गलत होंगी। अतएव हमें त्रुटियों से बचाती हैं और मानवीय प्रेरकों का स्पष्टीकरण करती हैं। इस प्रकार व्यक्ति तथा समूह की समझ को प्राप्त करना सम्भव हो जाता है। "

शैक्षिक तकनीकी आज के तकनीकी युग में शिक्षक की उपादेयता बढ़ाती है, छात्रों व छात्राध्यापकों को प्रभावशाली विधि से सिखाती है और समाज के लिए ज्ञान के संचयन, प्रचार, प्रसार तथा विकास के लिए अत्यन्त उपयोगी है। शैक्षिक तकनीकी के माध्यम से एक प्रभावशाली शिक्षक, नेता या समाज-सुधारक के ज्ञान तथा कौशल का उपयोग, टेलीविजन, टेप तथा रेडियो, अभिभाषण आदि के द्वारा समाज के प्रत्येक वर्ग तथा प्रत्येक भाग तक सरलता से पहुँचाया जा सकता है।

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शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान

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शिक्षा हम सबके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है सीखना या सिखाना और शिक्षा हम किसी भी माध्यम के द्वारा ग्रहण कर सकते है। मनुष्य को बौद्धिक रूप से तैयार करने में शिक्षा का अहम योगदान है।

आज के आधुनिक युग में शिक्षा प्राप्त करने का सबसे सरल तरीका है-  ऑनलाइन शिक्षा । आधुनिक समय में यह शिक्षा प्रणाली एक वरदान की तरह है। l

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल  छात्र, शिक्षक और माता-पिता कई तरीकों से कर सकते हैं। खासकर की अगर छात्रों को टेक्नोलॉजी की सुविधा क्लासरूम में मिलेगी तो शैक्षिक वातावरण काफी अच्छा होगा। टेक्नोलॉजी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपकरण है।

इसके द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है और शिक्षा प्रणाली को एक नई दिशा दी जा सकती है। इसके अलावा, इससे छात्रों को इंटरैक्टिव और रोचक तरीकों से शिक्षा प्रदान की जा सकती है।

अब जब हम शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी की बात कर ही रहे हैं, तो आइए इसके फायदे और नुकसान भी जान लेते हैं।  Advantages And Disadvantages Of Technology In Education World.

टेक्नोलॉजी ने हर जगह अपनी एक मजबूत पकड़ बना ली है। आज के युग में छात्रों के लिए जितने अवसर और सुविधाएं, ज्ञान प्राप्त करने के लिए हैं, ये सारी सुविधाएं पहले नहीं हुआ करती थीं। पहले तो बस कॉपी, किताब और कलम हुआ करती थी।

लेकिन अगर आधुनिक युग की बात करें तो आज कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, ऑनलाइन-नोट्स और पीडीएफ का जमाना आ गया है। जाहिर सी बात है अगर टेक्नोलॉजी इसी तरह से तरक्की करती रही तो हमें और भी बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा। 

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल छात्र, शिक्षक और माता-पिता कई तरीकों से कर सकते हैं। खासकर की अगर छात्रों को टेक्नोलॉजी की सुविधा क्लासरूम में मिलेगी तो  शैक्षिक वातावरण educational environment  काफी अच्छा होगा। इंटरनेट का ज़माना है और हमने इस कोरोना काल में ही शिक्षा जगत में कई बडे़ बदलाव देखे हैं।

आज बच्चों के पास  ऑनलाइन कोचिंग, डाउट क्लासेज   Online Coaching, Doubt Classes  की सुविधा है। बच्चे को बस एक कंप्यूटर और अच्छे इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता है।

आपको बता दें कि कई बड़ी ऑनलाइन कोचिंग कंपनियों ने बताया है कि कोरोना काल में उनकी कोचिंग से जुड़ने वाले छात्र और छात्राओं की संख्या में अचानक से वृद्धि देखी गई और आज भी बच्चे ऑनलाइन कोचिंग को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं।

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान Advantages And Disadvantages Of Technology In Education World

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के फायदे benefits of technology in education world, 1. टेक्नोलॉजी की मदद से माता- पिता और शिक्षक के बीच संचार काफी आसान हो गया है।.

अब वह दिन नहीं रहे जब पेरेंट्स को टीचर से अपने बच्चे की परफॉर्मेस को जानने के लिए पीटीएम यानी कि पेरेंट्स टीचर मीटिंग का इंतजार करना पड़ता था। अब तो हर क्लास का अपना एक व्हाट्सएप ग्रुप होता है और ग्रुप में ही होमवर्क से लेकर  क्लास परफॉर्मेस class performance  तक सारी इन्फॉर्मेशन आ जाती हैं। 

2. टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल छात्रों को भविष्य के लिए भी तैयार करता है।

भले ही कोई माने या ना माने लेकिन  भविष्य में टेक्नोलॉजी की अहमियत importance of technology in future  और भी ज्यादा बढ़ेगी इसीलिए छात्रों का टेक्नो फ्रेंडली होना बेहद आवश्यक है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल छात्रों को भविष्य के लिए भी तैयार करता है।

3. टेक्नोलॉजी की मदद से सीखने की प्रक्रिया काफी आसान और मजेदार हो जाती है।

टेक्नोलॉजी आपको उस तरह सीखाती है, जिस तरह आपको सीखना सबसे ज्यादा पसंद होता है। टेक्नोलॉजी की मदद से कुछ सीखने की प्रक्रिया आसान और मजेदार होती है। आप फ्लो चार्ट्स, डायग्राम्स, मैप्स की मदद से जल्दी सीख जाते हैं। 

4. टेक्नोलॉजी की मदद से छात्र एक ही जगह पर सारी इनफॉर्मेशन पा सकते हैं।

आपको टेक्नोलॉजी की मदद से एक ही जगह सारी इन्फॉर्मेशन मिल जाती है। अगर आप क्यूरियस हैं तो आप टेक्नोलॉजी की मदद लेकर कम समय में बहुत कुछ सीख सकते हैं।

5. टेक्नोलॉजी की मदद से शिक्षकों के लिए छात्रों तक सटीक और सही जानकारी पहुंचाना काफी आसान हो गया है।

आज हमें समय-समय पर अपडेट होने की आवश्यकता है और टेक्नोलॉजी हमारा यह काम आसान बनाती है। इसकी मदद से ना सिर्फ स्टूडेंट्स का बल्कि टीचर का भी काम बेहद आसान हो गया है और वह छात्रों तक सटीक और सही जानकारी पहुंचा पा रहे हैं। 

6. टेक्नोलॉजी की मदद से सीखना काफी मजेदार होता है इसीलिए छात्र भी सीखने के लिए अधिक प्रेरित रहते हैं।

टेक्नोलॉजी सीखने का एक क्रिएटिव तरीका है इसीलिए खुद छात्र भी इससे सीखने के लिए तैयार रहते हैं। 

7. चाहे होमवर्क हो या कोई असाइनमेंट, टेक्नोलॉजी की मदद से अभिभावक और शिक्षक छात्रों तक कई उपयोगी इनफॉर्मेशन पहुंचा सकते हैं।

8. टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल छात्रों और शिक्षकों का समय बचाता है।, शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के नुकसान disadvantages of technology in education world, 1. कई लोगों का मानना है कि टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल डिस्ट्रेक्शन को बढ़ावा देता है।.

इस बात में कोई दोराय नहीं है कि टेक्नोलॉजी की मदद से सीखना एक मज़ेदार प्रोसेस है लेकिन यह डिस्ट्रेक्शन को भी बढ़ावा देता है। छात्र जिस फोन या लैपटॉप की मदद से पढ़ाई करते हैं, उसी लैपटॉप पर उन्हें गेम खेलने का भी मन करता है। वह उसी लैपटॉप पर  सोशल मीडिया social media  का भी इस्तेमाल करना चाहते हैं।

कई लोगों का ये भी मानना है कि टेक्नोलॉजी की मदद से छात्र ज्यादा आलसी भी हो गए हैं और प्रोडक्टिव होने के बजाय, वो काम को टालने लगे हैं। 

2. टेक्नोलॉजी के ज्यादा इस्तेमाल से छात्रों में मेंटल और फिजिकल समस्याएं देखी गई है।

ज्यादा समय तक लैपटॉप पर वीडियो की मदद से सीखने के कारण छात्रों में मोटापे और खराब पोश्चर की समस्या देखी गई है इसके साथ-साथ  छात्रों में खराब आईसाइट poor eyesight in students  की समस्या भी बेहद आम हो गई है क्योंकि वह अपना ज्यादातर समय टेक्नोलॉजी के साथ ही बिता रहे हैं। 

स्मार्टफोन और लैपटॉप पर लगातार काम करने से बच्चों के पीठ, कंधों और आंखों में दर्द होने लगा है। गैजेट्स के कारण बच्चों के रूटीन में भी काफी बदलाव हुआ है और यही कारण है कि बच्चे अब माता-पिता के साथ समय नहीं बिता रहे हैं। फोन को इस्तेमाल करने से मना करने पर बच्चों में चिड़चिड़ापन देखने को मिल रहा है। 

3. कुछ परिवार आज भी अपने बच्चों को स्कूल के काम के लिए फोन, कंप्यूटर या लैपटॉप देना सही नहीं मानते हैं।

बहुत से माता-पिता पढ़ाई के उसी पारंपरिक तरीके को प्राथमिकता देते हैं इसीलिए वह अपने बच्चों को फोन और लैपटॉप से दूर ही रखना चाहते हैं। 

4. छात्र ऑनलाइन दुनिया में इतने व्यस्त हो जाते हैं और इसी वजह से वे लोगों से फेस टू फेस बात करने में असहज महसूस करते हैं।

आज अगर आप बच्चों से कहेंगे कि सोशल मीडिया पर किसी अंजान व्यक्ति से बात कर लो तो शायद वे दो मिनट भी नहीं सोचेंगे और उस अंजान व्यक्ति को टेक्स्ट कर देंगे लेकिन वही अगर उन्हें ये कहो कि पड़ोस में जाकर ये काम कर लो या पड़ोस में जाकर किसी से ये बात कह दो तो वो मना कर देंगे।

दरअसल, आज बच्चों को इस वर्चुअल दुनिया virtual world से ही फुर्सत नहीं मिल रही है इसीलिए वे आज लोगों से फेस टू फेस बात करने में असहज महसूस करते हैं।

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शिक्षा में टेक्नोलॉजी का महत्व (Importance of Technology in Education)

टेक्नोलॉजी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है। आधुनिक समय में टेक्नोलॉजी ने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत से बदलाव लाए हैं और आने वाले समय में इसका उपयोग और बढ़ जाएगा।  निम्नलिखित हैं टेक्नोलॉजी के महत्वपूर्ण दस्तावेज:

1. अध्ययन के साधना में आसानी:

ऑनलाइन शिक्षा: टेक्नोलॉजी के साथ, छात्र अपने घर से ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उन्हें यदि वे शिक्षा के लिए अन्य शहर जाने के लिए सामर्थ्य होती है, तो यह उनकी शिक्षा में आसानी पैदा करता है।

ऑनलाइन संसाधन: टेक्नोलॉजी के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध होते हैं, जैसे कि वीडियो, वेबसाइट, और शैक्षिक ऐप्स, जिन्हें छात्र अपने पढ़ाई में सहायकता के लिए उपयोग कर सकते हैं।

2. गुणवत्ता के लिए बेहतर माध्यम:

  • शैक्षिक सॉफ़्टवेयर: शिक्षक और छात्रों के लिए शैक्षिक सॉफ़्टवेयर, जैसे कि एलर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम, ग्रेडिंग सॉफ़्टवेयर, और वर्चुअल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म, उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।

3. छात्रों के विकास के लिए व्यक्तिगत अध्ययन:

वर्चुअल लर्निंग: वर्चुअल लर्निंग छात्रों को उनके अध्ययन के लिए व्यक्तिगत अध्ययन करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिससे वे अपने रूचि और गुणों के हिसाब से अध्ययन कर सकते हैं।

4. शिक्षा में रोमांचक और आकर्षक बनाना:

  • इंटरैक्टिव शिक्षा: टेक्नोलॉजी इंटरैक्टिव शिक्षा को बढ़ावा देती है, जिसमें छात्रों को शिक्षा के माध्यम से ग्रहण करने में रोमांचकता मिलती है और वे सीखने को आकर्षक तरीके से अनुभव करते हैं।

5. विशेष जरूरतों के छात्रों के लिए समर्थन:

  • विशेष जरूरतों के छात्रों के लिए समर्थन: टेक्नोलॉजी के माध्यम से विशेष जरूरतों के छात्रों के लिए अधिक समर्थन उपलब्ध होता है, जैसे कि व्यक्तिगत शैक्षिक सॉफ़्टवेयर और उपकरण, जो उनके शिक्षा में मदद कर सकते हैं।

6. विश्व में शिक्षा के लिए नए द्वार:

  • ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफ़ॉर्म: टेक्नोलॉजी विश्वभर में शिक्षा के लिए नए द्वार खोलती है, जिससे विद्यार्थियों को विश्व के विभिन्न हिस्सों से शिक्षा की सुविधा मिलती है, और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने विद्यान को बढ़ावा देने के लिए अवसर प्राप्त करते हैं।
  • शिक्षण प्रक्रिया का संचालन:  शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के उपयोग से शिक्षकों को शिक्षण प्रक्रिया को संचालित करने के लिए सहायता मिलती है। इससे शिक्षक छात्रों की उनकी सीमाओं को समझ सकते हैं और उन्हें विभिन्न विषयों में समृद्ध करने के लिए उन्हें सहायता प्रदान कर सकते हैं।
  • शिक्षण सामग्री:  टेक्नोलॉजी के द्वारा शिक्षण सामग्री को समृद्ध किया जा सकता है। विभिन्न शिक्षण सामग्री ऑनलाइन माध्यमों के माध्यम से उपलब्ध होती है जो छात्रों को अध्ययन करने में मदद करती हैं।
  • इंटरैक्टिव शिक्षा प्रणाली:  टेक्नोलॉजी के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में इंटरैक्टिव शिक्षा प्रणाली का बहुत ही सटीक तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। 

टेक्नोलॉजी का शिक्षा में महत्व अब और भी बढ़ चुका है, और यह छात्रों के लिए अध्ययन को रोचक और प्रासंगिक बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, टेक्नोलॉजी छात्रों के विकास के लिए व्यक्तिगत अध्ययन और समर्थन प्रदान करती है, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक बेहतर भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान जानने पर यह साफ पता चलता है कि चाहे वह कोई भी सेक्टर हो, हमें उसमें टेक्नोलॉजी की आवश्यकता है। हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नुकसान से ज्यादा फायदा देता है। शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल छात्र, शिक्षक और अभिभावक तीनों के लिए ही अच्छा है।

टेक्नोलॉजी की मदद से छात्र के लिए ज्ञान प्राप्त करना आसान हो जाता है। छात्र खुद से ही कई टॉपिक्स और चैप्टर्स पढ़ सकते हैं और नहीं समझ आने पर डाउट भी क्लियर कर सकते हैं। 

आसान भाषा में कहें तो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अपनी जगह बिलकुल सही है लेकिन छात्र, शिक्षक और माता-पिता इसका उपयोग कैसे करते हैं, इससे बड़ा फर्क पड़ता है।

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Aditi-Yadav

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technology and education essay in hindi

टेक्नोलॉजी पर निबंध – Essay on Technology in Hindi

Essay on Technology in Hindi

टेक्नोलॉजी ने हमारा जीवन इतना आसान बना दिया है और हमें इतनी सुख-सुविधाएं प्रदान की है, जिसके बारे में हम इससे पहले कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। वहीं टेक्नोलॉजी से न सिर्फ मनुष्य का जीवन स्तर सुधरा है, बल्कि देश-दुनिया के विकास के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं, हालांकि, बढ़ती टेक्नोलॉजी का बुरा प्रभाव वातावरण और मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है।

इसलिए टेक्नोलॉजी का सही तरीके से इस्तेमाल के प्रति जागरूक करने के लिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में टेक्नोलॉजी के विषय पर निबंध ( Essay on Technology) उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है –

Essay on Technology

आज टेक्नोल़ॉजी ने लोगों के जीवन स्तर पर काफी हद तक सुधार दिया है और देश-दुनिया के विकास को एक नया आयाम प्रदान किया है। इसके अनगिनत फायदों को देखकर अब लोग इसके आदि हो चुके हैं।

वहीं टेक्नोलॉजी से लोगों को अपनी मानसिक क्षमता का आकलन करने में भी मद्द मिली है। वहीं व्यक्ति अथवा देश का विकास सीधे तौर पर टेक्नोलॉजी से ही जुड़ा है।

प्रौद्योगिकी / टेक्नोलॉजी का अर्थ – Technology Meaning

टेक्नोलॉजी से तात्पर्य उन सभी मेथड, सिस्टम अथवा डिवाइसेस से है, जिसका इस्तेमाल विज्ञान की दुनिया में किसी खोज के प्रयोग के लिए किया जाता है। हालांकि, विज्ञान की दुनिया में इसका उपयोग करने के लिए उचित कौशल, ज्ञान और सामर्थ्य की जरूरत होती है।

प्रौद्योगिकी / टेक्नोलॉजी का महत्व – Importance of Technology

आज टेक्नोलॉजी का हर किसी के जीवन में खास महत्व है क्योंकि यह न सिर्फ व्यक्ति के विकास में मद्द करती है, बल्कि देश-दुनिया के विकास में भी अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाती है।

वहीं अगर किसी भी देश की विकास की दर धीमी है तो इसका मतलब साफ है कि उस देश की टेक्नोलॉजी काफी पिछड़ी हुई है। टेक्नोल़ॉजी की मद्द से पिछड़ी हुई औद्योगिक अर्थव्यवस्थाओं की सामाजिक व्यवस्था को भी सुधार लाने में मद्द मिलती है।

आज जिंदगी से संबंधित हर काम टेक्नोलॉजी से जुड़ गया है, जिससे जीवन स्तर में न सिर्फ सुधार हुआ है, बल्कि विकास को एक नई दिशा मिली है।

टेक्नोलॉजी की आर्थिक विकास में भूमिका:

टेक्नोलॉजी और आर्थिक विकास एक-दूसरे के पूरक हैं। आर्थिक विकास की दर को सिर्फ और सिर्फ टेक्नोलॉजी के द्धारा ही बढ़ाया जा सकता है।

टेक्नोलॉजी की मद्द से ही नए-नए उपकरण बनाना और नई खोजें करना संभव हो सका है। इसलिए तकनीकी उन्नति ही आर्थिक प्रगति का मुख्य आधार है।

जाहिर है कि विकसित देश इसलिए संपन्न हैं, क्योंकि वहां की उन्नत टेक्नोलॉजी ने उन्हें विकास के नए आयाम प्रदान किए हैं और आर्थिक दर को बढ़ाने में मद्द की है।

विज्ञान और टेक्नोलॉजी – Science And Technology

विज्ञान और टेक्नोलॉजी एक-दूसरे के पूरक है, अथवा उन्नत तकनीकी का इस्तेमाल कर ही आज विज्ञान नई-नई खोजें कर रहा है और विकास की दर को बढ़ाने में मद्द कर रहा है। वहीं आज का युग विज्ञान और तकनीकी का युग है, जिसमें मानव जीवन पूरी तरह विज्ञान और टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो चुका है।

आज टेक्नोलॉजी और विज्ञान की मद्द से ही इंसान समुद्र की गहराइयों से लेकर आसमान की ऊंचाई तक को माप सकता है। यही नहीं विज्ञान और तकनीकी ने इंसान की पहुंच अंतरिक्ष तक बना दी है।

निष्कर्ष –

टेक्नोलॉजी ने आज मानव जीवन को जितना आसान बना दिया और देश -दुनिया की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना पूर्ण रुप से सहयोग दिया है तो वहीं दूसरी तरफ टेक्नोलॉजी के इस बढ़ते इस्तेमाल ने मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है, इसलिए हम सभी को जरूरत के वक्त ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए।

टेक्नोलॉजी पर निबंध – Technology Par Nibandh

प्रस्तावना-

आज का युग विज्ञान और तकनीकी का युग है। आज कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां टेक्नोलॉजी और आधुनिक उपकरणों का इ्स्तेमाल नहीं किया जा रहा है क्योंकि टेक्नोलॉजी ने न सिर्फ मानव जीवन को विकास की नई गति प्रदान की है, बल्कि उसे सफलता की नई ऊंचाईयों तक पहुंचाया।

टेक्नोलॉजी के फायदे – Benefits of Technology

टेक्नोलॉजी के फायदे ही फायदे हैं, यही वजह है कि आज का इंसान इसका आदि हो चुका है। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है, जहां टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं हो रहा है।

टेक्नोलॉजी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन, व्यापार, पर्यटन, यातायात, कृषि आदि क्षेत्रों के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी अदा की है।

इसकी वजह से कई ऐसे उपकरण और साधनों का इजाद किया गया है, जिससे मानव जीवन बेहद आसान हो गया है तो वहीं आज मनुष्य घर पर बैठे-बैठे ही देश-दुनिया के किसी भी कोने का हाल कुछ ही सैकेंड्स में जान सकता है। टेक्नोलॉजी के कुछ फायदे इस प्रकार हैं –

औद्योगिक उत्पादन में बढ़़ोतरी:

टेक्नोलॉजी से कई ऐसी मशीनें, सॉफ्टवेयर अथवा उपकरण बनाए गए हैं, जिससे माल बनाने की प्रक्रिया में तेजी आई है और औद्योगिक उत्पादन में तेजी से वृद्धि हुई है।

खाद्य उत्पादन में बढ़ोतरी:

टेक्नोलॉजी की मद्द से कृषि के क्षेत्र में कई ऐसे उपकरण बनाए गए हैं, जिससे सिंचाई व्यवस्था और खेती में सुधार हुआ, जिससे खाद्य उत्पादन में वृद्धि हुई है।

कृषि की स्थिति में सुधार:

टेक्नोलॉजी ने कृषि के क्षेत्र को विकास की एक नई गति दी है, आज खेती में उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर अच्छी पैदावर की जा रही है। वहीं कई ट्रैक्टर समेत कई ऐसे उपकरण बनाए गए हैं, जिसने खेती करना आसान हो गया है।

व्यापार में विकास:

टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से व्यापार में अभूतपूर्व विकास हुआ है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कई ऐसी मशीने बनाईं गईं हैं, जिससे शारीरिक क्षम बेहद कम हो गया है, और उत्पादन में वृद्धि हुई है।

टेक्नोलॉजी की माध्यम से माल-खरीदना बेचना अथवा ग्राहकों तक पहुंचाना आसान हो गया, साथ ही कैलकुलेटर, कम्यूटर आदि की सहायता से गणना करना अथवा लेन-देन का रिकॉर्ड रखना भी आसान हो गया है।

शिक्षा का स्तर सुधरा:

आधुनिक एवं मॉडर्न टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बच्चों को स्मार्ट क्लासेस में पढ़ाया जाने लगा है, यही नहीं बच्चे अब कंप्यूटर और इंटरनेट की मद्द से किसी भी विषय की जानकारी हासिल कर सकते है, इसके साथ ही घर बैठे-बैठे ही ई-लेक्चर, अथवा ई-रीडिंग कर सकते हैं।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव:

आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से चिकित्सा के क्षेत्र में कई गंभीर बीमारियों की इलाज ढूंढ लिया गया है, वहीं कई ऐसे चिकित्सक यंत्र बनाए गए हैं, जिसकी सहायता से मनुष्य के शरीर से संबंधित हर चीज का पता आसानी से लगाया जा सकता है।

अर्थात, टेक्नोलॉजी ने चिकित्सा को विकास की नई दिशा प्रदान की है।

यातायात में आसानी:

टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही आज घंटों की दूरी मिनटों में तय की जाने लगी है। अब दुनिया के किसी भी कोने में पहुंचना बेहद आसान हो गया है।

टेक्नोलॉजी की माध्यम से ही आज मनुष्य हेलीकॉप्टर, हवाईजहाज, ट्रेन, बस, गाड़ी आदि का लाभ ले रहे हैं।

संचार के क्षेत्र में विकास:

टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही आज संसार के किसी भी कोने में बैठे शख्स से न सिर्फ बात कर सकते हैं, बल्कि सैंकेडों में अंतरिक्ष में भी अपना संदेश भेज सकते हैं।

जीवन स्तर में सुधार:

टेक्नोलॉजी से टीवी, फ्रिज, एसी, कूलर, गाड़ी, वाशिंग मशीन, कंप्यूटर, इंटरनेट समेत कई ऐसी सुख-सुविधाएं प्रदान की हैं, जिससे न सिर्फ मनुष्य का जीवन बेहद आसान हो गया है, बल्कि उसके रहन-सहन और खान-पान का स्तर भी सुधरा है।

मनोरंजन के क्षेत्र में योगदान:

टेक्नोलॉजी के माध्यम से आज मनोरंजन जगत को एक नई पहचान मिल गई है। आज हम टीवी में प्रोग्राम देख सकते हैं, म्यूजिक सुन सकते हैं और वीडियो देख सकते हैं।

टेक्नोलॉजी के नुकसान – Disadvantages of Technology

टेक्नोलॉजी से एक तरफ जहां कई सारे फायदे हैं, तो दूसरी तरफ कई नुकसान भी हैं। जो कि इस प्रकार हैं-

प्रदूषण का स्तर बढ़ा:

टेक्नोलॉजी से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिला है, तो वहीं दूसरी तरफ उद्योगों से निकलने वाली दूषित गैसें पर्यावरण के संतुलन को बुरी तरह प बिगाड़ रही हैं और प्रदूषण को बढ़ावा दे रही हैं।

ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ी:

विज्ञान और टेक्नोलॉजी की मद्द से बनाए गए तमाम आधुनिक संसाधन जैसे एसी, वाहनों आदि के इस्तेमाल और फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला धुआं से पर्यावरण के संतुलन को बिगाड़़ रहा है, जिससे धरती का तापमान बढ़ रहा है, और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या पैदा हो रही है।

समय की बर्बादी:

मॉडर्न टेक्नोलॉजी ने कंप्यूटर, इंटरनेट, मोबाइल, टीवी आदि ऐसे उपकरण प्रदान किए हैं, जिसका इस्तेमाल अब इंसान जरूरत के लिए नहीं बल्कि मनोरंजन के लिए करने लगा है, जिससे अनावश्यक समय की बर्बादी होती है।

टेक्नोलॉजी पर निर्भर मनुष्य आलसी बन रहा है:

टेक्नोलॉजी के माध्यम से अब घर बैठे-बैठे ही दुनिया की सभी चीजों को इंटरनेट एवं तमाम आधुनिक उपकरण के माध्यम से करना संभव हो गया है, जिससे मनुष्य में आलसीपन बढ़ रहा है।

क्राइम रेट में बढ़ोतरी:

टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल लोग गलत तरीके से भी कर रहे हैं, इंटरनेट के माध्यम से कई गलत अफवाह फैलाकर संप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे दंगे – फसाद आदि हो रहे हैं। इसके अलावा कई परमाणु, बिस्पोटक आदि का निर्माण किया जा रहा है, जिससे आतंकी हमलों को भी बढ़ावा मिला है।

बढ़ती टेक्नोलॉजी से स्वास्थ्य पर प्रभाव:

आज का मनुष्य टेक्नोलॉजी का इतना आदि हो चुका है कि, घंटों मोबाइल फोन पर बातें करता है, कंप्यूटर, टीवी आदि पर गेम खेलता है, जिससे उसकी आंखों पर तो बुरा असर पड़ता है साथ ही कई तरह की बीमारियों का भी शिकार हो रहा है।

एक तरफ टेक्नोलॉजी ने जहां देश-दुनिया को तरक्की का नया आयाम प्रदान किया है और मानव जीवन को विकास की एक नई दिशा दी है,तो दूसरी तरफ यह मानव के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक है, इसलिए हम सभी को टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बेहद जरूरत के वक्त ही करना चाहिए।

  • Who Invented the Telephone
  • Who Invented Television
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Note: Hope you find this post about ”Essay on Technology in Hindi” useful. if you like this articles please share on Facebook & Whatsapp.

2 thoughts on “टेक्नोलॉजी पर निबंध – Essay on Technology in Hindi”

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It is so useful for me.I have to give a speech in my school about this topic so thank.

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Thanks for these great artical Really easy to understand

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Educational Technology क्या हैं?, विशेषताएं, महत्व एवं क्षेत्र हिंदी में

हैलो दोस्तों,इस आर्टिकल में हम Educational Technology (शैक्षिक प्रौद्योगिकी) के बारे में जानेंगे। कि आखिर Educational Technology क्या हैं? शिक्षा के क्षेत्र में आज टेक्नोलॉजी का क्या महत्व है। शैक्षिक प्रौद्योगिकी में आज इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर शिक्षा को रुचिपूर्ण और सरल बना रहे हैं।

टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर हर विषय से संबंधित जानकारी हम आसानी से इंटरनेट के द्वारा Youtube, Blogs, E-Learning Platforms से प्राप्त कर सकते हैं। वही समय के साथ-साथ ऑफलाइन कक्षाओं में डिजिटल वाइटबोर्ड, Projectors का प्रयोग विद्यार्थियों की रुचि शिक्षा के प्रति बढ़ा रहे हैं।

एजुकेशनल टेक्नोलॉजी की शिक्षा क्षेत्र में सबसे अहम भूमिका है। इसके प्रयोग से विद्यार्थी और शिक्षक दोनों का ज्ञान व रुचि बढ़ते हैं। साथ ही समय की बचत भी होती है।

E-Learning में Byju’s, Unacademy, Khan Academy, Brainly जैसे प्लेटफार्म शैक्षिक प्रौद्योगिकी में शामिल है। जिसमें टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग कर हर विद्यार्थी की रूचि शिक्षा में बढ़ाई है।

साथ ही एक शिक्षक के लिए Educational Technology किस प्रकार उपयोगी है। शैक्षिक प्रौद्योगिकी में किन चीजों का उपयोग कर वह विद्यार्थी के लिए शिक्षा को रुचिपूर्ण बना सकता है। जैसी तमाम बातों को जानेंगे।

तो चलिए अब एजुकेशनल टेक्नोलॉजी क्या है टेक्नॉलजी का शिक्षा क्षेत्र में महत्व, लाभ व नुकसान, प्रकार जैसी तमाम जानकारी को इस आर्टिकल के माध्यम से ज़ानेग़ें।

सामग्री की तालिका::

Technology क्या है?

टेक्नोलॉजी एक प्रगतिशील क्षेत्र है। आज के समय में इसके बिना सभी कार्य अधूरे हैं। आसान भाषा में Technology का मतलब: जो हमारे कार्य को जल्दी आसान सुविधा पूर्ण बना दें। जैसे कि इंटरनेट पर हम हर चीज से जुड़ी जानकारी जान सकते हैं। कंप्यूटर की मदद से अपने कार्य आसानी से जल्दी कर सकते हैं।

हर कार्य में टेक्नोलॉजी का उपयोग है। समय के साथ-साथ टेक्नोलॉजी हर दिन आज से बेहतर होती जाएगी। इसकी हमारे जीवन में अहम भूमिका है। जो हमारे दैनिक कार्यों को आसान बना देती है।

Educational Technology क्या हैं?

Educational Technology kya hai

Educational Technology (शैक्षिक प्रौद्योगिकी) का मतलब शिक्षक अपने पढ़ाने के ढंग को प्रभावी, रुचि पूर्ण, आसान बनाने के लिए शैक्षिक और वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग करते हैं। उस तकनीक को ‘Educational Technology’ कहा जाता है।

शिक्षा को तकनीक के जरिए हर विद्यार्थी तक पहुंचा सकते हैं। जिसमें इंटरनेट, कंप्यूटर, शिक्षण मशीन, टेलीविजन जैसे संसाधनों का उपयोग किया जाता है। वही पहले के समय के मुकाबले आज के समय की कक्षाओं में Digital Technology का प्रयोग किया जाता है।

जिसे हर विद्यार्थी शिक्षक के माध्यम से अपने हर विषय से संबंधित सवालों के जवाब बेझिझक पूछ सकता है। एजुकेशनल टेक्नोलॉजी से शिक्षक और विद्यार्थी दोनों को सुविधा मिलती है।

  • Blockchain क्या है?
  • IELTS Exam क्या होता है?
  • Information Technology (IT) क्या है?

Educational Technology के कितने प्रकार होते है?

एजुकेशनल टेक्नोलॉजी को अमेरिकन साइकोलॉजिस्ट “ Arthur Allen Lumsdaine ” ने तीन भागों में बांटा था। यह मीडिया के उपयोगों और शिक्षा अध्ययन में रिसर्चर थे। चलिए Educational Technology के तीन प्रकार के बारे में जानते हैं।

1. Hardware Approach (हार्डवेयर दृष्टिकोण)

शैक्षिक प्रौद्योगिकी में Hardware को पहला स्थान दिया है। इसमें शिक्षा देने में उपयोग होने वाले सहायक उपकरणों पर जोर दिया गया है। इसे ‘मशीन टेक्नोलॉजी’ भी कहा जाता है। साथ ही शिक्षा में टेक्नोलॉजी (Technology In Education) से भी प्रयुक्त किया जाता है।

Hardware Educational Technology में प्रोजेक्टर, डिजिटल वाइट बोर्ड, स्लाइड प्रोजेक्टर, टी.वी और मॉनिटर, कंप्यूटर, केलकुलेटर, प्रिंटिंग मशीन जैसे सहायक उपकरण शामिल है। जिन्हें हाथ से छुआ जाता है।

2. Software Approach (सॉफ्टवेयर दृष्टिकोण)

जिस प्रकार हार्डवेयर दृष्टिकोण में मशीन का उपयोग होता है। उसी प्रकार Software Approach सीखने और सिखाने के सिद्धांतों पर आधारित है। यानी कि विद्यार्थी के दिमागी विकास के लिए शिक्षक किन मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों ( विध्यार्थी के मन की बात जानना) का प्रयोग करते हैं।

जिससे विद्यार्थियों में आवश्यक परिवर्तन आ सकता है। इन्हें शैक्षिक प्रौद्योगिकी में सॉफ्टवेयर दृष्टिकोण में जोड़ा जाता है। इसे शिक्षा की तकनीक (Technology of Education) भी कहा जाता है।

3. System Approach (प्रणाली दृष्टिकोण)

System Approach में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों शैक्षिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर एक पूरी प्रणाली को संभालना है। जिसमें शिक्षण (Teaching) में उपयोग होने वाले सभी संसाधनों का उपयोग करना है।

जैसे कि हार्डवेयर दृष्टिकोण में कक्षा में Projector, Chalk, digital whiteboard का प्रयोग करना और सॉफ्टवेयर दृष्टिकोण में Videos, Slides, Computer Program, charts आदि का प्रयोग एक प्रणाली हेतु करना। इसे ही ‘Educational Technology’ कहते हैं। जिसमें सुव्यवस्थित ढंग से हर सिस्टम को मैनेज किया जाता है। जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों प्रकारों को मिलकर बनती है।

शैक्षिक प्रौद्योगिकी की विशेषताएं- Features of Educational Technology

  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी में वैज्ञानिक नॉलेज का उपयोग होता है।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी समय के साथ निरंतर बेहतर होती रहती है।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी से विद्यार्थी और शिक्षक के व्यवहार में परिवर्तन संभव है।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी में हर तकनीक का प्रयोग होता है-जैसे विज्ञान,कला,ऑडियो-वीजुअल मेटेरियल,मनोविज्ञान मशीनी प्रयोग आदि।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी से टीचिंग प्रक्रिया को आसान,स्पष्ट व रुचिपूर्ण बनाया जाता है।
  • विद्यार्थियों को इससे पाठ्यक्रम रुचि पूर्ण लगते हैं। साथ ही शिक्षक बेहद आसानी से तकनीक का प्रयोग कर पढ़ा सकता है।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी से परीक्षा के परिणाम को जल्दी जांच लिया जाता है।
  • शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक के प्रयोग से समय की बचत होती है।
  • लर्निंग को अलग-अलग तरीकों से प्रभावशाली बनाया जाता है।
  • शैक्षिक प्रौद्योगिकी से प्रबंधन और नियंत्रण कार्य आसान हो जाते हैं जैसे कक्षा प्रबंधन,स्कूल प्रबंधन आदि।

शिक्षा में टेक्नोलॉजी का क्या महत्व है? – Importance of Technology in Education

  • विभिन्न प्रकार के शिक्षण संस्थानों तक पहुंच होती है।
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
  • दिव्यांग छात्रों के लिए उपयोगी।
  • शिक्षण और सीखने के तरीकों को प्रभावशाली बनाना।
  • उन्नत जानकारी और समाधान में अहम भूमिका।
  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना।
  • शिक्षा में टेक्नोलॉजी के उपयोग से नौकरियां पैदा होना।
  • स्मार्ट वर्क को बढ़ावा देती है।
  • समय की बचत व मेहनत कम करती है।
  • शिक्षण संबंधी हर कार्य के प्रबंधन में उपयोगी।
  • देश विदेश के छात्रों कहीं से भी शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।

शिक्षा में टेक्नोलॉजी का उपयोग- Use Of Technology in Education

शिक्षा में टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से काफी सुधार शिक्षा प्रणाली में हुए हैं। हर टॉपिक के बारे में हम गूगल पर जान सकते हैं। वहीं डिजिटल क्लासरूम में कैमरा, प्रोजेक्टर बड़ी स्क्रीन का प्रयोग कर अध्यापक सरलता से विद्यार्थी को शिक्षा देते हैं।

टेक्नोलॉजी के उपयोग से शिक्षा कभी बाधित नहीं होगी। जिस प्रकार कोरोना महामारी में सभी विद्यार्थी अपने स्मार्टफोन पर वीडियो कॉल के माध्यम से अपने स्कूल/कॉलेज के अध्यापकों के संपर्क में रहे। जिससे ऐसे समय में भी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर सके।

Technology के उपयोग से ऐसे विद्यार्थी भी मुफ्त में शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। जो स्कूल नहीं जा पाते हो या जिनके पास पैसों की कमी हो। हालांकि उनके पास पर्याप्त संसाधन जैसे Smartphone, Internet होना चाहिए।

बड़े-बड़े Institute अपने Courses को यूट्यूब और खुद के E-Learning plateforms के जरिए पढ़ा रहे हैं। जो कि शिक्षा में टेक्नोलॉजी के उपयोग से ही संभव हो पाया है।

आने वाले वर्षों में शिक्षा को बेहद सरलता से और रुचि पूर्ण तरीके से हर विद्यार्थी को पढ़ाया जा सकेगा। इसमें धीरे-धीरे कई बदलाव हो रहे हैं। Digital India के तहत हर क्षेत्र को टेक्नोलॉजी युक्त किया जा रहा है। जिसका हर कोई फायदा उठा सकेगा।

शिक्षा में टेक्नोलॉजी के उपयोग से कागज का कम प्रयोग होगा। धीरे-धीरे इसमें बदलाव होगा असाइनमेंट को pdf, Charts, Slides के द्वारा बनाया जा रहा है। वहीं ऐसे उपकरण भी मार्केट में उपलब्ध है। जिसकी सहायता से आपको किसी कॉपी रजिस्टर की जरूरत नहीं पडेगी।

शैक्षिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र- Scope of Educational Technology

शैक्षिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र का मतलब यानी कि टेक्नोलॉजी किन क्षेत्रों में किस तरह से कार्य करती है। आइए इसके क्षेत्र के बारे में जानते हैं।

  • शिक्षण अधिगम प्रक्रियाओं का अध्ययन व विश्लेषण।
  • शिक्षण उद्देश्य का निर्धारण।
  • पाठ्यक्रम निर्माण।
  • शिक्षण अधिगम सामग्री निर्वाण एवं विकास।
  • शिक्षण अधिगम युक्तियों का निर्माण, विकास एवं उपयोग।
  • अध्यापक प्रशिक्षण में उपयोग।
  • शिक्षण मूल्यांकन द्वारा उचित नियंत्रण।
  • शिक्षा की उप-प्रणालियों का प्रभावपूर्ण उपयोग।
  • हार्डवेयर उपकरण व जनसंचार के माध्यमों का चयन व उपयोग।
  • सामान्य व्यवस्था प्रशिक्षण और अनुदेशन।

शैक्षिक प्रौद्योगिकी के रूप- Forms of Educational Technology

Forms of Educational Technology in hindi

शैक्षिक प्रौद्योगिकी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच बातचीत विश्लेषण की विधि है। जिसमें शिक्षण प्रक्रिया के तरीकों में उचित बदलाव व सुधार लाया जाता है। जिससे विद्यार्थी के व्यवहार में परिवर्तन हो। जैसी शिक्षा हम विद्यार्थी को देना चाहते हैं। वैसे शिक्षा विद्यार्थी Educational Technology से ग्रहण कर सके।

विषय वस्तु की प्रकृति के आधार पर शैक्षिक प्रौद्योगिकी के चार प्रकार हैं।

1. शिक्षण तकनीकी (Teaching Technology)

शिक्षण तकनीकी में शिक्षक अपने शिक्षण को प्रभावशाली सरल व सुगम का बनाता है। जिसे अध्यापक अपने विश्व को आसानी से विद्यार्थियों को समझा सके।

तकनीक की सहायता से शिक्षण तकनीकी को रुचिपूर्ण, रोचक बनाया जा सकता है। आज के विज्ञान और तकनीक की खोजों का प्रयोग कर शिक्षण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित बनाना है। तो शिक्षण तकनीकी को आगे बढ़ाना होगा।

शिक्षण तकनीकी की विशेषताएं:

  • शिक्षण तकनीकी के माध्यम से ज्ञानात्मक, प्रभावात्मक पक्षों का अध्ययन किया जाता है।
  • शिक्षण तकनीकी कक्षा व्यवहार की निरीक्षण, व्याख्या, मूल्यांकन एवं सुधार के लिए उपयोगी है।
  • शिक्षण प्रक्रिया को उन्नतशील बनाने के लिए तकनीक के माध्यम से दार्शनिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया जाता है।
  • शिक्षण तकनीकी शिक्षक को उचित शिक्षण विधियों, नीतियों एवं युक्तियों को अपनाने के लिए प्रेरित करती है।

डेविस तथा रॉबर्ट ग्लेसर के द्वारा विभाजित शिक्षण तकनीकी की विषय वस्तु:

  • शिक्षण का नियोजन
  • शिक्षण की व्यवस्था
  • शिक्षण का मार्गदर्शन
  • शिक्षण का नियंत्रण

2. अनुदेशन तकनीकी (Instructional Technology)

अनुदेशन का अर्थ ‘सूचना प्रदान करना’ अनुदेशन तकनीकी में उपलब्ध साधनों के माध्यम से आवश्यकता की पूर्ति करना है। साथ ही विद्यार्थी के व्यवहार को परिमार्जित करता है यानी कि शिक्षण के दौरान शिक्षक अपनी शैक्षिक पद्धति को बार-बार दोहराते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप विद्यार्थियों के व्यवहार में बदलाव आता है।उनकी रूचि शिक्षा में पढ़ती है।

अनुदेशन तकनीकी की विशेषताएं:

  • अनुदेशन तकनीकी में सही उत्तरों का पुर्नबलन होता हैं।
  • अनुदेशन तकनीकी के जरिए ज्ञानात्मक उद्देश्य को अधिक प्रभावशाली विधि से प्राप्त किया जाता है।
  • छात्रों को अनुदेशक तकनीकी के प्रयोग से अपनी गति के अनुसार सीखने का अवसर मिलता है।
  • अनुदेशन तकनीकी का मुख्य कार्य सूचनाएं प्रदान करना है।

3. व्यवहार तकनीकी (Behavioural Technology)

व्यवहार तकनीकी में शिक्षकों के कक्षा संबंधी व्यवहार और विद्यार्थियों के सीखने के व्यवहार में सुधार लाया जाता है।आसान भाषा में व्यवहार तकनीकी वह विज्ञान है- जो शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के व्यवहार का वैज्ञानिक विधियों द्वारा अध्ययन करता है। आवश्यकता अनुसार उनके व्यवहार में विकास करता है।

व्यवहार तकनीकी की विशेषताएं:

  • व्यवहार तकनीकी शिक्षण के सिद्धांतों के विकास में सहायक है।
  • व्यवहार तकनीकी ज्ञानात्मक तथा क्रियात्मक दोनों ही तरह के उद्देश्य की पूर्ति करता है।
  • शिक्षण का वैज्ञानिक ढंग से मूल्यांकन करती है।
  • व्यवहार तकनीकी मनोविज्ञान केंद्रित विचारधारा है।

4. अनुदेशन प्रारूप (Instructional Design)

अनुदेशन का अर्थ सूचनाएं प्रदान करना और प्रारूप का अर्थ “वैज्ञानिक विधि के द्वारा किसी चीज का प्रारूप (design) तैयार करना” डेविस मेरिट के अनुसार छात्रों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए सीखने के सिद्धांतों के साथ-साथ शिक्षण की परिस्थितियों, कार्यों, विधियों और उपागमो के सम्मिलित रूप को ‘अनुदेशन प्रारूप’ कहा जाता है।

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शैक्षिक प्रौद्योगिकी के उद्देश्य- (Objective of Education Technology)

शैक्षिक प्रौद्योगिकी को शिक्षण में उपयोग करना शिक्षक और छात्र छात्राओं व शिक्षा से जुड़े लक्ष्य और उद्देश्य को पूरा करना है। शैक्षिक तकनीकी के लक्ष्य एवं उद्देश्य इस प्रकार हैं।

  • पाठ्यवस्तु का विश्लेषण करना।
  • शिक्षा के उद्देश्य का निर्धारण करना।
  • पाठ्यवस्तु का चयन।
  • शिक्षा अधिगम प्रक्रिया में सुधार।
  • ज्ञान का संचय।
  • विद्यार्थियों के उद्देश्य के संबंध में मूल्यांकन करना।
  • शिक्षण कौशल का विकास करना।
  • शिक्षण को सरल स्पष्ट और रुचि पूर्ण बनाना।
  • छात्रों के गुण, क्षमता, स्किल का विश्लेषण करना।
  • सूचनाओं का प्रक्षेप करना

शिक्षा में तकनीकी और शिक्षा की तकनीकी में अंतर

अब जानते हैं कि शिक्षा में तकनीकी और शिक्षा की तकनीकी में कौन सी चीजें शिक्षण प्रक्रिया में शामिल होती हैं। साथ ही इन दोनों के सामान्य तत्व के बारे में विस्तार पूर्वक ज़ानेगे।

1. शिक्षा में तकनीकी (Technology in Education)

  • हार्डवेयर टेक्नोलॉजी को इसमें शामिल किया जाता है।
  • शिक्षा तकनीकी में सभी प्रकार के श्रव्य दृश्य सामग्री संचार एवं संप्रेक्षण साधन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं।
  • शिक्षा में तकनीकी का आशय विभिन्न उपकरणों साधनों और मशीनों का शिक्षा के क्षेत्र में प्रभावपूर्ण उपयोग से है।
  • यह शिक्षण सामग्री से संबंधित बाहरी आयाम है।

शिक्षा में तकनीकी में शामिल तत्व:

  • प्रोजेक्टर (projector)
  • फिल्म (Film)
  • रेडियो (Radio)
  • कंप्यूटर (Computer)
  • मोबाइल (Mobile)
  • टेप रिकॉर्डर (Recorder)
  • इंटरनेट (Internet)

2. शिक्षा की तकनीकी (Technology Of Education)

  • शिक्षक की तकनीकी में शिक्षण समस्याओं का विश्लेषण शामिल है।
  • यह अधिगम सामग्री से संबंधित है।
  • शिक्षा की तकनीकी बाल मनोविज्ञान के सिद्धांत और व्यवहारगत विज्ञान पर आधारित है।
  • शिक्षा की तकनीकी धारणा शिक्षण अधिगम की योजना में निहित है।
  • सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का उपयोग शिक्षा की तकनीकी में किया जाता है।

शिक्षा की तकनीकी में शामिल तत्व:

  • अनुदेशात्मक तकनीकी (instructional Technology)
  • शिक्षण तकनीकी (Teaching Technology)
  • व्यवहारगत तकनीकी (Behavioural Technology)
  • सूक्ष्म शिक्षण (Micro Teaching)
  • प्रणाली विश्लेषण (System Anaylsis)
  • शिक्षक का व्यवहार (Teacher Behaviour)

शैक्षिक तकनीकी के लाभ – Advantages of Educational Technology

  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया को सरल, सुगम, रुचिपूर्ण व प्रभावशाली बनाती है।
  • शिक्षण कार्य को उद्देश्य केंद्रित बनाने में छात्र केंद्रित रखने में सहायता एवं प्रभावशाली निर्देशन प्रदान करती है।
  • शैक्षिक तकनीकी शिक्षक को पाठ प्रस्तुतीकरण को प्रभावशाली बनाने में सहायक है।
  • शिक्षण अधिगम (teaching Learning) प्रक्रिया को रोचक प्रेरक प्रभावशाली बनाकर शिक्षण में सुधार लाकर शिक्षण की गुणवत्ता में विकास करती है।
  • शिक्षण में विविधता लाने के लिए विभिन्न विधाओं साधनों का प्रयोग करती है।
  • जनसंचार साधनों का प्रयोग कर बड़ी जनसंख्या तक प्रचार तथा दूरस्थ शिक्षा आदि के द्वारा शिक्षा पहुंचाने में सहायक है।

एजुकेशनल टेक्नॉलजी से जुड़े कुछ सवाल-जवाब (FAQ)

Educational technology कितने प्रकार की होती हैं.

एजुकेशनल टेक्नोलॉजी तीन प्रकार की होती है- 1. hardware approach 2. software approach 3. system approach

Educational Technology का हिंदी मतलब क्या हैं?

एजुकेशनल टेक्नोलॉजी को हिंदी में “शैक्षिक प्रौद्योगिकी” और “शैक्षिक तकनीकी” कहते हैं।

शैक्षिक प्रौद्योगिकी के रूप कौन-कौन से हैं?

शैक्षिक प्रौद्योगिकी के चार रूप हैं- 1. शिक्षण तकनीकी 2. अनुदेशन तकनीकी 3. व्यवहार तकनीकी 4. अनुदेशन प्रारूप

White Hat Education Technology क्या हैं?

Whitehat एक शिक्षा सेवा है जिस पर इंटरनेट के जरिए बच्चों को कोडिंग सिखाई जाती है।

EDTech का मतलब क्या हैं?

EdTech का पूरा मतलब “educational Technology” है। जिससे शिक्षा को सरल , स्पष्ट, सुगम, रुचिपूर्ण व प्रभावशाली बनाया जाता है।

Educational Technology समय के साथ इस क्षेत्र का विकास भी बहुत तेजी से हुआ है। आज हर घर में बच्चे अपने पढ़ाई से लेकर मनोरंजन जैसे कार्टून आदि देखकर भी पढ़ते हैं। टीवी, इंटरनेट पर ऐसी वीडियो जाती है जो बेहद आसानी से रुचिपूर्ण तरीके से बच्चों को ज्ञान देती है।

वही एजुकेशन टेक्नोलॉजी का आज इतनी ज्यादा विकास हुआ है। जिसमें आप पूरे कोर्स को अपने घर बैठे सीख सकते हो। ऐसे प्लेटफार्म तैयार किए गए हैं। जिसमें शिक्षक हर सवाल का जवाब कॉमेंट्स में देता है। साथ ही आप उस कोर्स को जब चाहे तब देख सकते हो।

शिक्षण प्रौद्योगिकी में धीरे-धीरे कई और तकनीक को भी शामिल किया जाएगा। जिससे विद्यार्थी शिक्षा को एक दबाव के तौर पर ने देखकर रुचि लेते हुए इसे ग्रहण करें।

आपको हमारी पोस्ट Educational Technology क्या हैं?, विशेषताएं, महत्व एवं क्षेत्र कैसी लगी अपनी राय नीचे कॉमेंट्स के ज़रिए अवश्य दें। साथ ही इस पोस्ट को अपने मित्रों में अवश्य शेयर करें।

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मेरा नाम Abhishek है। इस ब्लॉग का संस्थापक और लेखक हूं। मै Yoabby.com पर सभी आर्टिकल को हिंदी भाषा में लिखता हूं। मुझे लिखने का बहुत पहले से ही शौक था। ब्लॉगिंग के द्वारा मैं अपने शौक को भी पूरा कर रहा हूं। और साथ ही YoAbby.com पर आए लोगों को टेक्नोलॉजी के बारे में हिंदी भाषा में आर्टिकल उपलब्ध करवा रहा हूं।

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तकनीकी शिक्षा का महत्व निबंध। Essay on Technical Education in Hindi

तकनीकी शिक्षा का महत्व निबंध। Essay on Technical Education in Hindi : जो शिक्षा विशेष व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है, उसे तकनीकी शिक्षा के रूप में जाना जाता है। यह सामान्य पारंपरिक शिक्षा से अलग है। यह छात्रों को कृषि, कम्प्यूटर, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, ड्राइविंग आदि क्षेत्रों में कुशल बनाती देती है। जो लोग विशेष तकनीकी कौशल और ज्ञान रखते हैं, उन्हें तकनीशियन कहा जाता है। बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए तकनीकी शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। कुशल लोग बेरोजगार नहीं हो सकते। यदि वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू करते हैं, तो वे अन्य शिक्षित लोगों को नौकरी के अवसर प्रदान कर सकते हैं। इस प्रकार तकनीकी शिक्षा हमें बेरोजगारी की समस्या की गंभीरता को कम करने में मदद करती है।

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तकनीकी शिक्षा पर निबंध

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रूपरेखा : प्रस्तावना - तकनीकी शिक्षा क्या है - तकनीकी शिक्षा की आवश्यकता - तकनीकी शिक्षा की समस्याएं - तकनीकी शिक्षा की समस्याओं का समाधान - तकनीकी शिक्षा की विशेषता - तकनीकी शिक्षा के लाभ - तकनीकी शिक्षा का उद्देश्य - तकनीकी शिक्षा का महत्व - उपसंहार।

किसी व्यावसाय के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल एवं अभिवृतियों की शिक्षा देना तकनीकी शिक्षा है। तकनीकी शिक्षा एक विशिष्ट प्रकार का शिक्षा रुप है जिनका व्यक्ति और समाज के साथ अभिन्न समन्वय है। जो शिक्षा विशेष व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है, उसे तकनीकी शिक्षा के रूप में जाना जाता है। यह सामान्य पारंपरिक शिक्षा से अलग है। यह छात्रों को कृषि, कम्प्यूटर, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, ड्राइविंग आदि क्षेत्रों में कुशल बनाती देती है। जो लोग विशेष तकनीकी कौशल और ज्ञान रखते हैं, उन्हें तकनीशियन कहा जाता है जैसे बढ़ई, ड्राइवर, यांत्रिकी, इंजीनियर, डॉक्टर, पायलट आदि तकनीशियन हैं। तकनीकी शिक्षा किसी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। निर्माण के हर क्षेत्र में तकनीशियनों की जरूरत होती है।

तकनीकी शिक्षा एक विशिष्ट प्रकार का शिक्षा रुप है जिनका व्यक्ति और समाज के साथ अभिन्न समन्वय है। जो शिक्षा विशेष व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है, उसे तकनीकी शिक्षा के रूप में जाना जाता है। यह शिक्षा विशेष प्रकार के वृत्तिमुखी एवं तकनीकी कार्य करने के लिए परिकल्पित मानव संपदा की सृष्टि में भाग लेती है, इसलिए इस शिक्षा को वृत्तिमुखी तथा तकनीकी शिक्षा कहा जाता है। अर्थात जो शिक्षा शिक्षार्थी को किसी विशेष वृत्ति के समन्वय में ज्ञान एवं कुशलता अर्जित करने में सहायक होती है और पूर्व एवं नव अर्जित दक्षता का प्रयोग कर उस वृत्ति को सुंदर ढंग से संपन्न करने में सक्षम होता है, उसे ही वृत्तिमूलक एवं तकनीकी शिक्षा कहते है।

आज हमारा भारत विकास की ओर बढ़ रहा है कई सुख सुविधाएं हमारे देश को मिल चुकी हैं। अब हमारे देश की तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की आवश्यकता है क्योंकि जिस देश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जाता है वह देश विकास की ओर बढ़ता हैं। हमारे पास ऐसे युवा व्यक्ति नहीं हैं जो इन साधनों का उचित प्रकार से उपयोग कर सके। सिर्फ तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा ही हमें विशेषज्ञ इंजीनियर और तकनीशियन देती है। हमारे देश में बड़ी मात्रा में इनकी आवश्यकता है। तकनीकी शिक्षा के माध्यम से देश के युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनको हुनर सीखा कर आगे बढ़ाया जाता है । जब देश के युवा आगे बढ़ेंगे तब हमारे देश का विकास होगा । हमें सभी व्यवसायों में योग्य और प्रशिक्षित कार्य करने वालों की आवश्यकता है। यह तब ही सम्भव हो सकता है जब हम उन्हें व्यावसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण दें। सरकार भी इस विषय को गंभीरता से ले रही है क्योंकि सरकार भी जानती है कि हमारे देश में तकनीकी शिक्षा का स्तर बढ़ाने की आवश्यकता है । तकनीकी शिक्षा को बढ़ाने के लिए हमारे देश में कई इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोले गए हैं जहां से युवा प्रशिक्षण लेकर देश के विकास में अपना योगदान दे सकता है ।

तकनीकी शिक्षा की कई समस्याएं हमें देखने को मिलती है जैसे

  • अनुचित दृष्टिकोण की समस्या

हमारे देश में इस शिक्षा के प्रति लोगों का दृष्टिकोण उचित नहीं है। यहाँ मानसिक श्रम की अपेक्षा शारीरिक श्रम को हेय दृष्टि से देखा जाता है।

  • शिक्षा में अनुपयुक्त माध्यम की समस्या

तकनीकी शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी है। इससे छात्रों को विषय समझने में कठिनाई होती है।

  • संकीर्ण पाठ्यक्रम की समस्या

इस तरह के विद्यालय का पाठ्यक्रम संकीर्ण होता है। ऐसी शिक्षा ग्रहण करने वाले व्यक्तियों के दृष्टिकोण प्राय: भौतिकवादी हो जाता है और वे समाज की विभिन्न रुचियों, प्रवृतियों तथा आवश्यकताओं को नहीं समझ पाते हैं।

  • विद्यालयों का अभाव

स्वतंत्र भारत में अनेक तकनीकी शिक्षा संस्थान स्थापित किये जा चुके हैं। फिर भी व्यापक माँग की अपेक्षा उनकी संख्या कम है। शिक्षा प्राप्त नवयुवक तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने में विशेष रुप से इच्छुक होते हैं, किन्तु विद्यालयों की कमी के कारण उन्हें प्रवेश नहीं मिल पाता है।

  • प्रशिक्षित अध्यापकों का अभाव

तकनीकी शिक्षा संस्थाओं के लिए सुयोग्य प्रशिक्षित अध्यापक नहीं मिल पा रहे हैं जिससे इस शिक्षा के विस्तार-कार्य को काफी धक्का पहुँच रहा है। तकनीकी शिक्षा में जिन विद्यार्थीयों को अच्छे अंक प्राप्त होते हैं, वे आर्थिक कारणों से अन्य संस्थाओं में चले जाते हैं। जिसके कारण औसत मान के विद्यार्थी ही शिक्षकीय पेशा को अपनाते हैं।

  • प्रायोगिक शिक्षा की उपेक्षा

तकनीकी शिक्षा में प्रयोगों का विशेष महत्व है, किन्तु विद्यालयों में सैद्धांतिक शिक्षा पर ही विशेष बल दिया जाता है। तकनीकी विषयों को श्यामपट (ब्लैकबोर्ड) पर ही समझा दिया जाता है। प्रायोगिक शिक्षा के अभाव में विद्यार्थी विषय को अच्छी तरह नहीं समझ पाते और शिक्षा समाप्ति के पश्चात उन्हें व्यावहारिक क्षेत्र में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य की सुविधाओं का अभाव है।

तकनीकी शिक्षा की समस्याओं के समाधान के लिए प्रमुख सुझाव कुछ इस प्रकार है -

  • दृष्टिकोण में परिवर्तन (Change in attitude)

शारीरिक श्रम के प्रति जनता का दृष्टिकोण बदलना आवश्यक है। इसके लिए सरकार एवं समाज संस्थाओं का कर्तव्य है कि वे जनता को शारीरिक श्रम के महत्व से अवगत कराएं।

  • पर्याप्त संख्या में विद्यालयों की स्थापना (Increase in the number of Vocational schools)

सरकार को विभिन्न स्तर की तकनीकी शिक्षा संस्थाओं का स्थापना करनी चाहिए। जिससे की तकनीकी शिक्षा की महत्वता को लोग जान सके।

  • विद्यालयों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों का प्रोत्साहन (Encouragement to the teachers for teaching in Vocational schools)

तकनीकी विद्यालयों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित करना चाहिए। इस शिक्षा के अभाव की समस्या तभी हल की जा सकती है, जब सरकार इन विद्यालयों के शिक्षकों के वेतन में सुधार लाकर उनके समस्याओं का समाधान करे। इन्हें सुधारने से शिक्षकों को प्रोत्साहन मिलेगा।

  • पाठ्यचर्या में सामान्य शिक्षा का स्थान (General Education in curriculum)

तकनीकी शिक्षा के पाठ्यचर्या में सामान्य शिक्षा को भी उचित स्थान देना चाहिए। पाठ्यचर्या का जीवन के साथ सामंजस्य होना आवश्यक है।

  • राष्ट्रीय भाषा एवं मातृभाषा शिक्षा का माध्यम (National language or Mother tongue is the medium of the instruction)

हिंदी को तकनीकी शिक्षा का माध्यम बनाया जा सकता है। इसके लिए आवश्यक है कि हिन्दी भाषा में समस्त तकनीकी पुस्तकों का अनुवाद कराया जाए।

  • प्रायोगिक शिक्षा का तकनीकी विद्यालयों में महत्वपूर्ण स्थान (Importance place of Technical education in technical school)

तकनीकी विद्यालयों में प्रायोगिक शिक्षा पर विशेष बल देना चाहिए।

  • इस शिक्षा का आधार मनोवैज्ञानिक है। यह बालक की रुचि, प्रवृति एवं व्यक्तित्व का ध्यान रखती है। इस शिक्षा योजना में शिक्षक एवं पुस्तक के स्थान पर बालक को विशेष महत्व दिया जाता है।
  • जीवन से संवंधित-यह शिक्षा जीवन से संबंधित है। यह शिक्षा परिवार, श्रम तथा कार्य से संबंधित है।
  • इस शिक्षा का आधार व्यक्तित्व का विकास करना है।
  • तकनीकी शिक्षा एक विशिष्ट शिक्षा है।
  • तकनीकी शिक्षा का रुप स्थिर नहीं रहता है। समय की गति एवं सभ्यता के विकास के साथ इसके रुप में परिवर्तन आता है।
  • यह शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान न प्रदान कर जीवन के हर क्षेत्र के लिए उपयोगी होती है। यही तकनीकी शिक्षा की विशेषता है।

बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए तकनीकी शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। कुशल लोग बेरोजगार नहीं हो सकते। यदि वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू करते हैं, तो वे अन्य शिक्षित लोगों को नौकरी के अवसर प्रदान कर सकते हैं। इस प्रकार तकनीकी शिक्षा हमें बेरोजगारी की समस्या की गंभीरता को कम करने में मदद करती है। तकनीकी शिक्षा किसी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। निर्माण के हर क्षेत्र में तकनीशियनों की जरूरत होती है। कारखानों, सड़कों, पुलों, नहरों, भवनों, हवाई अड्डों आदि को बनाने के लिए तकनीशियनों की आवश्यकता होती है। तकनीकी शिक्षा निर्विवाद रूप से राष्ट्र की आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देती है। यदि किसी देश में माल का अधिक उत्पादन होता है, तो वह अपने लोगों को आसानी से खिला सकता है। अन्य देशों को अतिरिक्त उत्पादन बेचकर विदेशी मुद्रा अर्जित की जा सकती है। इसी प्रकार और भी कई तकनीकी शिक्षा के लाभ होते है।

  • इस शिक्षा का आधार मनोवैज्ञानिक होना चाहिए

यह बालक की रुचि, प्रवृति एवं व्यक्तित्व को ध्यान में रखते हुए शिक्षा योजना में शिक्षक एवं पुस्तक के स्थान पर बालक को विशेष महत्व दिया जाना चाहिए।

  • स्थायी ज्ञान की प्राप्ति

इस शिक्षा प्रणाली में प्रत्येक कार्य को वैज्ञानिक ढ़ंग से सिखाया जाता है। विभिन्न क्रियाओं में सक्रिय भाग लेने तथा क्रियाओं के रुचि के अनुकूल होने से इससे प्राप्त ज्ञान स्थायी होता है।

  • व्यक्ति को आर्थिक दृष्टि से स्वावलम्बन एवं आत्मनिर्भर बनाना

इस शिक्षा प्रणाली में स्वावलम्वन एवं आत्मनिर्भरता के सिद्धान्त को अपनाया जाता है।

  • सर्वागीण विकास

यह शिक्षा बालक के सर्वागीण विकास पर बल देता है।

  • जीवन से संबंधित

यह शिक्षा जीवन से संबंधित है। यह शिक्षा परिवार,श्रम तथा कार्य से संबंधित है।

  • देश की उत्पादन क्षमता को बढ़ाना तकनीकी शिक्षा का उद्देश्य है।

तकनीकी शिक्षा का मानव जीवन में अत्यधिक महत्व है। दैनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इस शिक्षा के महत्व का आभास होता है और होना भी चाहिए। आधुनिक युग में तो किसी विशेषधर्मी शिक्षा के अभाव में जीवन निर्वाह ही कठिन है। यातायात वाहनों के प्रयोग, विभिन्न वेश-भूषा की संरचना, रोगों के उपचार, रहन-सहन, सांस्कृतिक परिवेश का संरक्षण, मानसिक विकास, संगीत नृत्य नाट्य, चित्राकंन जैसे कार्य के लिए यह शिक्षा अनिर्वाय है। जीविकोपार्जन सम्बन्धी कार्य करने के लिए यह शिक्षा प्रशिक्षण देता है। कहा जाता है कि मनुष्य रोटी के बिना नहीं रह सकता। रोटी कपड़ा और मकान अनिर्वाय है। इसके लिए मनुष्य को कार्य करना ही पड़ता है। किन्तु बिना समुचित प्रशिक्षण के यह कार्य कठिन है।

तकनीकी शिक्षा के द्वारा व्यक्ति विभिन्न प्रशिक्षण माध्यम से अपना आवश्यकता को पूर्ण कर सकती है। सांस्कृतिक अभिरुचि की पूर्ति के लिए यह शिक्षा आवश्यक है। संस्कृति ही उसे आत्मिक सौंदर्य एवं उल्लास प्रदान करती है। संगीत साहित्य कला के माध्यम से व्यक्ति सुसंस्कृत एवं सभ्य बनता है। उनका रचनात्मक प्रभाव मानवीय आचार-विचार पर पड़ता है। इस शिक्षा का महत्व इसलिए भी है कि यह व्यक्ति की उन्नति का साधन मात्र न होकर समाज एवं राष्ट्र की उन्नती, राष्ट्रीय एकता, अंतर्राष्ट्रीय बंधुत्व जैसे कार्यों में भी योगदान देती है। समाज, जाति तथा राष्ट्र तभी विकास करती है जब उसमें ड़ाक्टर, इंजीनियर, तकनीशियन, कारीगर आदि हों क्योंकि इन लोगों का विशेष ज्ञान , दक्षता एवं अभिज्ञता ही समाज एवं जाति अथवा राष्ट्र की उन्नति के कारण बन जाते हैं। कला-कौशल, वाणिज्य-व्यवसाय तथा तकनीकी इंजीनियरिंग दृष्टि से विकसित राष्ट्र सहज ही आधुनिक विश्व मंच पर महत्वपूर्ण प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। इसीलिए तकनीकी शिक्षा का अधिक महत्व माना जाता है।

तकनीकी शिक्षा, ज्ञान और अनुभव से परिपूर्ण प्रशिक्षित प्रतिभा का सृजन करने का एक स्वच्छंद, स्थिर एवं अपरंपरागत माध्यम है। यह प्रसन्नता का संकेत है कि सरकार इस समस्या को लेकर गंभीर हैं। स्वतंत्रता से लेकर अब तक हजारों तकनीकी शिक्षण संस्थान खोले जा चुके हैं। किसी भी राष्ट्र की आर्थिक प्रगति कुशल लोगों के हाथों पर निर्भर करती है। राष्ट्र की समृद्धि के उत्थान के लिए हर देश को तकनीकी शिक्षा पर उच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। देश में बढ़ती बेरोजगारी, युवाओं में जन्मती दुष्प्रवृत्तियाँ तथा उनका असामाजिक कृत्यों की ओर झुकाव देश को अराजकता की ओर भधकेल रहा है। इसलिए अनिवार्य है कि हमारी शिक्षा का तकनीकी के साथ सामंजस्य हो, संतुलन हो।

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प्रौद्योगिकी पर निबंध 10 lines (Technology Essay in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, words

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प्रौद्योगिकी पर निबंध (Technology Essay in Hindi) – शब्द “प्रौद्योगिकी” और इसके उपयोग 20वीं शताब्दी के बाद से बहुत बदल गए हैं, और समय के साथ, यह तब से विकसित होना जारी है। हम प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित दुनिया में रह रहे हैं। प्रौद्योगिकी की उन्नति ने सांस्कृतिक परिवर्तनों के साथ-साथ मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्रौद्योगिकी विभिन्न स्मार्ट और नवीन साधनों के माध्यम से कार्य करने के नवीन तरीके प्रदान करती है। 

इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, गैजेट्स, संचार के तेज़ तरीके और परिवहन ने हमारे जीवन में आराम कारक को जोड़ा है। इसने व्यक्तियों और विभिन्न व्यावसायिक उद्यमों की उत्पादकता में सुधार करने में मदद की है। प्रौद्योगिकी ने कई परिचालन क्षेत्रों में एक क्रांति ला दी है। वर्षों से मानव जाति ने जो प्रगति की है, उसमें निस्संदेह इसने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

प्रौद्योगिकी पर 10 लाइनें (10 Lines on Technology in Hindi)

  • 1) प्रौद्योगिकी सभी के कल्याण के लिए वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग है।
  • 2) प्रौद्योगिकी उद्योग और आजीविका का एक अभिन्न अंग बन गई है।
  • 3) यहां तक ​​कि एक छोटा पिन और एक बड़ा जेटलाइनर, सभी प्रौद्योगिकी के उत्पाद हैं।
  • 4) मानव द्वारा विकसित प्रारंभिक तकनीकी उपकरण एक छड़ी से बंधा एक पत्थर का भाला था।
  • 5) सबसे पहले मिस्र के लोगों ने नौकायन नौकाओं में पवन ऊर्जा का दोहन किया।
  • 6) पहियों का आविष्कार लगभग 4000 ईसा पूर्व मेसोपोटामिया में हुआ था।
  • 7) 12वीं शताब्दी लीवर, स्क्रू और चरखी जैसे सरल उपकरणों की उम्र थी, जो व्हीलबारो, पवन चक्कियों और घड़ियों जैसे जटिल उपकरणों के रूप में संयोजित होते थे।
  • 8) 19वीं सदी की सफलता ने टेलीग्राफ, टेलीफोन, रेडियो और टेलीविजन लाए।
  • 9) 20वीं सदी उत्पादन से लेकर अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में तकनीक में उछाल थी।
  • 10) इंटीग्रेटेड सर्किट (आईसी) के आगमन के साथ, उपकरण अधिक कॉम्पैक्ट और कुशल हो गए हैं।

प्रौद्योगिकी पर 100 शब्दों में लघु निबंध (Short Essay on technology in 100 words in Hindi)

टेक्नोलॉजी एक बहुत ही आश्चर्यजनक चीज है जिसे वैज्ञानिक बनाते हैं। वैज्ञानिक उन सभी चीजों पर ध्यान देते हैं जिनकी हमें मनुष्य के रूप में अपने जीवन में आवश्यकता होगी, फिर एक अच्छा गैजेट या वस्तु बनाएं। उदाहरण के लिए, वैज्ञानिक जानते थे कि हमें एक दूसरे के साथ संवाद करने का एक तरीका चाहिए, भले ही हम एक साथ न हों। इस वजह से उन्होंने एक ऐसा टेलीफोन बनाया जिसका इस्तेमाल हम दूसरे लोगों के साथ न होते हुए भी बात करने के लिए कर सकते हैं।

प्रौद्योगिकी हमारे जीवन को बहुत आसान और समस्या-मुक्त बनाने के लिए इस तरह के कई अलग-अलग विचारों का उपयोग करती है। यह हमारे काम को कम करके हमारी मदद करता है क्योंकि तकनीक हमारे लिए बहुत सारे काम करती है।

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प्रौद्योगिकी पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on technology in 150 words in Hindi)

प्रौद्योगिकी आपके चारों ओर है – आपके गेमिंग गैजेट्स जैसे वाईआई, प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स इत्यादि में और आपके मोबाइल फोन, आईपैड, कंप्यूटर इत्यादि में। हमारे रसोईघर में माइक्रोवेव, टोस्टर, फ्रिज जैसी अधिकांश चीजें हैं। आदि सभी विभिन्न प्रकार की तकनीक हैं। प्रौद्योगिकी तब होती है जब हम विज्ञान की दुनिया से कुछ लेते हैं और फिर इसे ऐसी चीज़ में बनाते हैं जिसका मनुष्य उपयोग करते हैं।

हमें अपने भोजन को ठंडा रखना चाहिए ताकि गर्म मौसम में बाहर रहने से यह खराब न हो। विज्ञान की इस अवधारणा ने वैज्ञानिकों को हमारे भोजन को ठंडा रखने के लिए तकनीक विकसित करने में मदद की जब हम फ्रिज का उपयोग करके इसे नहीं खा रहे थे। वैसे तो हम सभी गर्म खाना खाना पसंद करते हैं। इसलिए, भोजन को तुरंत गर्म करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक माइक्रोवेव बनाया। इस प्रकार, वैज्ञानिकों ने हमारे दैनिक जीवन में हम सभी की मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया। तकनीक हमारे दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है।

प्रौद्योगिकी पर निबंध 200 शब्दों में (Essay on technology in 200 words in Hindi)

जब हम अपने चारों ओर देखते हैं, तो हमें प्रौद्योगिकी के बहुत से उदाहरण दिखाई देते हैं। हमारे हाथों में मोबाइल फोन, संगीत सुनने के लिए हम जो हेडफोन लगाते हैं, माइक्रोवेव जो हम अपने भोजन को गर्म करने के लिए उपयोग करते हैं, और यहां तक ​​कि हम जिस भवन में रहते हैं उसका निर्माण भी – सभी किसी न किसी प्रकार की तकनीक का उपयोग करते हैं।

आज की दुनिया में तकनीक इतनी महत्वपूर्ण है कि इसके बिना जीवन की कल्पना करना लगभग असंभव है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि यदि आप हर बार टेलीविजन नहीं देख पाते तो आप क्या करते? या अगर आप अपनी दादी से बात नहीं कर पाते जो आपसे दूर रहती हैं तो आप क्या करेंगे?

हमारे जीवन में तकनीक नहीं होने से हमें ऐसा महसूस होगा कि हमारे जीवन में कुछ कमी है। हां, अगर हम इसके बारे में गहराई से सोचें तो हमारे जीवन में तकनीक कितनी बड़ी भूमिका निभाती है।

प्रौद्योगिकी के सबसे अच्छे और सबसे सुलभ रूपों में से एक मोबाइल फोन या अधिक सटीक रूप से स्मार्टफोन है। एक स्मार्टफोन एक फोन है जो इंटरनेट से जुड़ सकता है। उनके पास एक फोन में कई उन्नत सुविधाएं हैं और प्रौद्योगिकी का एक बहुत अच्छा उदाहरण हैं।

प्रौद्योगिकी पर 250 शब्दों में निबंध (Essay on technology in 250 words in Hindi)

“प्रौद्योगिकी” – हमारे जीवन को आसान बनाने के साथ हमारी दक्षता बढ़ाने के लिए एक यांत्रिक, विद्युत, जैविक और सूचना प्रणाली को डिजाइन करने के लिए सामग्री, विज्ञान, प्रकृति के तकनीकी पहलुओं का अध्ययन और अनुप्रयोग। प्रौद्योगिकी का इतिहास नवपाषाण युग या उससे पहले का है। नवपाषाण युग में या उससे पहले के लोगों ने अपने कौशल, संसाधनों और विकसित तकनीकों का उपयोग अपने इष्टतम उपयोग के लिए किया। तब से, प्रौद्योगिकी ने मानव जीवन में बहुत प्रगति की है।

प्रौद्योगिकी की भूमिका

व्यापक स्तर पर प्रौद्योगिकी का पहला दृश्यमान उपयोग 18वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के रूप में शुरू हुआ, जहां मानव हाथों को मशीन टूल्स द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। उसके बाद कई शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने तकनीक को इंसानों के करीब लाने की कोशिश की है। मनुष्य और प्रौद्योगिकी के इस बंधन ने हमारे जीवन को प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भर और केक की तरह आसान बना दिया है।

प्रौद्योगिकी हमारे दैनिक जीवन के परमाणु स्तर से स्थूल स्तर तक प्रवेश कर चुकी है। तकनीक के बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन ने हमारे लिए कई प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित अन्य ग्रहों को देखना संभव बना दिया है।

प्रौद्योगिकी ने हमारी अर्थव्यवस्था को भी गतिशील बनाया है। लोग अपनी मर्जी से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, दूर और करीबियों के साथ आसानी से घूम सकते हैं। प्रौद्योगिकी इस ग्रह की 360 डिग्री प्रणाली बन गई है। चाहे वह खरीदारी, स्वचालन, आईटी, चिकित्सा, अंतरिक्ष, शिक्षा, संचार आदि के बारे में हो, आप आसानी से प्रौद्योगिकी की उपस्थिति का पता लगा सकते हैं।

संक्षेप में ‘प्रौद्योगिकी हमारी नई डिजिटल युग की जीवन रेखा है’। दिन-ब-दिन, प्रौद्योगिकी का विस्तार और विकास हो रहा है। प्रौद्योगिकी को रीढ़ की हड्डी के रूप में उपयोग करते हुए नए आविष्कार, दृष्टि, शोध किए जाते हैं।

प्रौद्योगिकी पर 300 शब्दों में निबंध (Essay on technology in 300 words in Hindi)

प्रौद्योगिकी पर निबंध (Technology Essay in Hindi) – प्रौद्योगिकी सामान्य आबादी के लिए विज्ञान का सबसे उपयोगी रूप है। सरल शब्दों में, प्रौद्योगिकी तब होती है जब हम विज्ञान की अवधारणाओं को लेते हैं और उन्हें गैजेट्स और उपकरणों में बदलते हैं जो मनुष्य के रूप में हमारे लिए उपयोगी होते हैं। जब हम अपने चारों ओर देखते हैं, तो लगभग सब कुछ प्रौद्योगिकी का परिणाम या एक रूप है।

उदाहरण के लिए, अभी आप जिस उपकरण का उपयोग कर रहे हैं वह संचार के लिए बनाई गई तकनीक का एक रूप है, या आपकी रसोई में रेफ्रिजरेटर विज्ञान का एक उपयोग है जो आपके भोजन को ताज़ा और ठंडा रखने में मदद करता है। इन उदाहरणों से हम देखते हैं कि हम तकनीक पर कितने निर्भर हैं और हमारे दैनिक जीवन में यह हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है।

किसी भी प्रकार की तकनीक का उपयोग किए बिना हमारे जीवन की कल्पना करना आसान नहीं है। संचार के सबसे छोटे संचार के लिए, हम अपने मोबाइल फोन की ओर रुख करते हैं। यहां तक ​​कि हमारे द्वारा खाए जाने वाले अधिकांश भोजन को विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके कारखानों में पैक किया जाता है। इस प्रकार, प्रौद्योगिकी के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। यह न केवल जीवन का एक तथ्य है बल्कि हम सभी के लिए एक आवश्यकता भी है।

वास्तव में, स्मार्टफोन, यानी एक मोबाइल फोन जो इंटरनेट से जुड़ सकता है, दुनिया भर में प्रौद्योगिकी के सबसे तेजी से बढ़ने वाले और सबसे सुलभ रूपों में से एक बन रहा है। स्मार्टफोन पर आप तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं, इंटरनेट ब्राउज़ कर सकते हैं, संगीत सुन सकते हैं और सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं। स्मार्टफोन प्रौद्योगिकी के आगमन के साथ, न केवल आपके दोस्तों के साथ संवाद करने का व्यावहारिक उद्देश्य पूरा हो गया है, बल्कि कई अन्य लोगों के साथ भी, जैसा कि उल्लेख किया गया है।

इस प्रकार, आज की दुनिया में, जैसे-जैसे वर्ष बीतते हैं, प्रौद्योगिकी का महत्व अधिक से अधिक होता जाता है। वैज्ञानिकों ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करके मनुष्यों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया है, और हमें अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है।

प्रौद्योगिकी पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on technology in 500 words in Hindi)

प्रौद्योगिकी पर निबंध (Technology Essay in Hindi) – प्रौद्योगिकी पर इस निबंध में, हम चर्चा करने जा रहे हैं कि प्रौद्योगिकी क्या है, इसके उपयोग क्या हैं, और यह भी कि तकनीक क्या कर सकती है? सबसे पहले, प्रौद्योगिकी, मशीनरी बनाने, निगरानी और डिजाइन करने के लिए तकनीकी और वैज्ञानिक ज्ञान के उपयोग को संदर्भित करती है। साथ ही, प्रौद्योगिकी अन्य वस्तुओं को बनाने में मदद करती है जो मानव जाति की सहायता करती हैं।

प्रौद्योगिकी पर निबंध – एक वरदान या अभिशाप?

विशेषज्ञ इस विषय पर वर्षों से बहस कर रहे हैं। साथ ही, तकनीक ने मानव जीवन को आसान बनाने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया है लेकिन इसके नकारात्मक पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वर्षों से तकनीकी प्रगति ने प्रदूषण में गंभीर वृद्धि की है। साथ ही, प्रदूषण कई स्वास्थ्य समस्याओं का एक प्रमुख कारण बन गया है। साथ ही इसने लोगों को जोड़ने के बजाय समाज से काट दिया है। सबसे ऊपर, इसने श्रमिक वर्ग से कई नौकरियां छीन ली हैं।

प्रौद्योगिकी और विज्ञान के बीच परिचित

चूंकि वे पूरी तरह से अलग-अलग क्षेत्र हैं लेकिन वे एक-दूसरे पर अन्योन्याश्रित हैं। साथ ही, विज्ञान के योगदान के कारण ही हम नए इनोवेशन और नए तकनीकी उपकरणों का निर्माण कर सकते हैं। इसके अलावा, प्रयोगशालाओं में किए गए शोध प्रौद्योगिकियों के विकास में बहुत योगदान देते हैं। दूसरी ओर, प्रौद्योगिकी विज्ञान के एजेंडे का विस्तार करती है।

हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा

नियमित रूप से विकसित हो रही तकनीक हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। इसके अलावा, नई प्रौद्योगिकियां बाजार में तूफान ला रही हैं और लोग कुछ ही समय में उनके अभ्यस्त हो रहे हैं। इन सबसे ऊपर, तकनीकी प्रगति ने राष्ट्रों के विकास और विकास को प्रेरित किया है।

प्रौद्योगिकी का नकारात्मक पहलू

हालांकि तकनीक एक अच्छी चीज है, लेकिन हर चीज के दो पहलू होते हैं। टेक्नोलॉजी के भी दो पहलू होते हैं एक अच्छा और दूसरा बुरा। यहां तकनीक के कुछ नकारात्मक पहलू हैं जिन पर हम चर्चा करने जा रहे हैं।

नई तकनीक के साथ औद्योगीकरण बढ़ता है जो हवा, पानी, मिट्टी और शोर जैसे कई प्रदूषणों को जन्म देता है। साथ ही, वे जानवरों, पक्षियों और मनुष्यों में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का कारण बनते हैं।

प्राकृतिक संसाधनों की समाप्ति

नई तकनीक के लिए नए संसाधनों की आवश्यकता होती है जिसके लिए संतुलन बिगड़ जाता है। आखिरकार, इससे प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन होगा जो अंततः प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ देगा।

एक मशीन कई मजदूरों की जगह ले सकती है। साथ ही, मशीनें कई घंटों या दिनों तक बिना रुके एक समान गति से काम कर सकती हैं। इसके कारण, कई श्रमिकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा जो अंततः बेरोजगारी को बढ़ाता है।

प्रौद्योगिकी के प्रकार

आमतौर पर हम तकनीक को एक ही पैमाने पर आंकते हैं लेकिन वास्तव में तकनीक को विभिन्न प्रकारों में बांटा गया है। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी, औद्योगिक प्रौद्योगिकी, वास्तु प्रौद्योगिकी, रचनात्मक प्रौद्योगिकी और कई अन्य शामिल हैं। आइए इन तकनीकों पर संक्षेप में चर्चा करें।

औद्योगिक प्रौद्योगिकी

यह तकनीक मशीनों के निर्माण के लिए इंजीनियरिंग और विनिर्माण प्रौद्योगिकी का आयोजन करती है। साथ ही, यह उत्पादन प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बनाता है।

रचनात्मक तकनीक

इस प्रक्रिया में कला, विज्ञापन और उत्पाद डिजाइन शामिल हैं जो सॉफ्टवेयर की मदद से बनाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें 3डी प्रिंटर, आभासी वास्तविकता, कंप्यूटर ग्राफिक्स और अन्य पहनने योग्य प्रौद्योगिकियां शामिल हैं।

सूचान प्रौद्योगिकी

इस तकनीक में सूचना भेजने, प्राप्त करने और संग्रहीत करने के लिए दूरसंचार और कंप्यूटर का उपयोग शामिल है। इंटरनेट सूचना प्रौद्योगिकी का सबसे अच्छा उदाहरण है।

आज हम अपने दैनिक जीवन में जो कुछ भी उपयोग करते हैं वह प्रौद्योगिकी का उपहार है और जिसके बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। साथ ही, हम इस तथ्य से भी इनकार नहीं कर सकते कि इसने हमारे आसपास के वातावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

प्रौद्योगिकी निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs)

Q.1 तकनीक का मूल शब्द क्या है.

उत्तर. टेक्नोलॉजी शब्द दो ग्रीक शब्दों से बना है जिसका अर्थ है कला और शिल्प और लोगो का अर्थ है शब्द।

प्र.2 तकनीक क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर. प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने हमारे जीवन को अधिक सुविधाजनक और आसान बना दिया है।

Q.3 तकनीक अच्छी है या बुरी?

उत्तर. तकनीक अच्छी या बुरी नहीं होती, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करती है कि हम इसे अपने जीवन में किस तरह इस्तेमाल करते हैं।

Q.4 प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पहला आविष्कार क्या था?

उत्तर. प्रारंभिक मनुष्य द्वारा उपयोग किए जाने वाले पत्थर के औजारों को प्रौद्योगिकी का पहला आविष्कार माना जाता था।

Q.5 तकनीक का आविष्कार करने वाला दुनिया का पहला देश कौन सा था?

उत्तर. तकनीक का आविष्कार करने वाला मिस्र दुनिया का पहला देश था।

टेक्नोलॉजी पर निबंध सरल भाषा में – Essay on Technology in Hindi

जब हमलोग छोटे होते है तो अपने दोस्तों के साथ जाएदा मस्ती करते है और जो भी स्कूल में होम वर्क दिया जाता है वो अपने दोस्तों के साथ मिल जुलकर होमवर्क कर लेते है कई बार एशा होता है की हमलोग अपना होमवर्क नहीं कर पाते है क्यूंकि हमलोग जानते नहीं है खेर अगर आपको टेक्नोलॉजी पर निबंध सरल भाषा में (Essay On Technology In Hindi) लिखने के लिए मिलता है तो आपको में Technology par nibandh 1500 words point wise में लिखकर बताऊंगा जिससे आपको हेल्प मिलेगी और आप अपने स्कूल में बहेतर मार्क्स लाएंगे।

आज हमारे जिंदगी में हर एक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। आज हम बिना टेक्नोलॉजी के एक पल नहीं रह सकते।टेक्नोलॉजी ने हमारी जिंदगी को बहुत ही आसान बना दिया है। आज पढ़ाई से लेकर घर के हर एक शाम तक में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है।

Essay on Technology in Hindi

आज से 100 साल पहले हमारी जिंदगी में टेक्नोलॉजी का उतना असर नहीं थी। पर जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास हुआ इसमें हमारी जिंदगी को बदल कर रख दिया। आज हम अपने बहुत ही बड़े बड़े काम को बहुत आसानी से टेक्नोलॉजी की मदद कर सकते हैं जैसे कि आज हम घर बैठे ही मोबाइल फोन के द्वारा विश्व के किसी भी कोने की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं विश्व में भी लोग से बात कर सकते हैं यह सारे चमत्कार टेक्नोलॉजी के कारण हुई है।

आज कपड़े बर्तन धोने के लिए भी हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं। Technology ने हमारी जिंदगी को एक नया आयाम दिया है हमारे समय को बचाया है यह साथ ही साथ हर एक काम को करने में बहुत ही सहूलियत प्रदान की। आज घर बैठे ही पढ़ाई कर सकते हैं, घर बैठे ही बैंक के सारे कामों को कर सकते हैं यह सारे काम हम कंप्यूटर मोबाइल फोन के द्वारा करते हैं और यह मोबाइल फोन और कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का देन है।

आए दिन जैसे जैसे विज्ञान का विकास होगा टेक्नोलॉजी का विकास भी वैसे ही हो रहा है जैसे कि इलेक्ट्रिक कार, self driving car, smart television, VR,mobile, automatic house appliance, robots, artificial intelligence, bullet train, hydro power, solar power.

देश के विकास में टेक्नोलॉजी का महत्व (Importance of Technology in Hindi)

जिस देश में जितनी अच्छी टेक्नोलॉजी है उस देश को उतना ही विकसित माना जाता है आज किसी देश विकास को हम उसके टेक्नोलॉजी से भी मापते हैं। टेक्नोलॉजी ने हमारे देश की रक्षा पर भी बहुत अहम भूमिका निभाई है आज देश के पास बहुत से ऐसे हथियार हैं जिससे उनकी देश की रक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। शहर में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जिससे लोगों की जान माल की सुरक्षा की जाती है और शहर पर निगरानी की जाती है।

टेक्नोलॉजी ने हमारे आर्थिक विकास को भी पंख दिए हैं Technology के कारण हमारे बहुत सारे प्रोद्योगिकी के काम हो जाते हैं। आज बहुत सी फैक्ट्री में रोबोट का उपयोग किया जा रहा है जो कि ट्रैक्टर के उत्पादन को बढ़ाता है और कामों को बहुत आसानी से करता है। जिस काम को मनुष्य नहीं कर सकते हैं उस काम को टेक्नोलॉजी के द्वारा करते हैं। आज हम स्पेस टेक्नोलॉजी के द्वारा अंतरिक्ष में खोज कर रहे हैं.

Technology ने हमें अपने धरती तक ही सीमित नहीं रखा उसने हमें और भी बहुत कुछ सीखने का मौका दिया है।  कोई भी देश अभी अपनी अधिकतर खर्च अपने देश के टेक्नोलॉजी को विकास करने में  लगा रही है क्योंकि जितनी अच्छी और नई टेक्नोलॉजी उनके देश में होगी उनके देश का विकास उतना अच्छा होगा उनके देश में लोगों को इतनी अच्छी सुविधाएं प्राप्त होगी।

हमारे सामने इजराइल का उदाहरण है इजराइल एक बहुत ही छोटा देश है पर वह टेक्नोलॉजी के मामले में बहुत ही ज्यादा आगे हैं उसने अपने देश की सुरक्षा के लिए बहुत ही उच्चतम स्तर के हथियार बनाए हैं। आज वह अपने हथियार को एक उद्योग की तरह चला रहा है आज बहुत से देश अपने देश की रक्षा के लिए इजराइल से हथियार खरीदते हैं। इजराइल ने शुरुआत में ही अपने देश के विकास के लिए सबसे अधिक खर्च उसकी टेक्नोलॉजी के रिसर्च पर किए हैं।

दूसरा सबसे बड़ा उदाहरण है जापान दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान पूरी तरह से तबाह हो गया जब उसके ऊपर परमाणु बम से हमला किया गया उसके 2 सबसे बड़े शहर तबाह हो गए पर जापान आज के समय में टेक्नोलॉजी के मामले में सबसे विकसित देश है। आज अधिकतर नई टेक्नोलॉजी का विकास जापान से हो रहा है क्योंकि जापान ने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बहुत ज्यादा पैसा इन्वेस्ट किया है.

उसने टेक्नोलॉजी के विकास के लिए अपने देश के विज्ञान के रिसर्च और Technology रिसर्च पर बहुत ज्यादा पैसा invest किया है। हमारा देश प्राचीन समय से ही विज्ञान की छत में बहुत ही आगे था पर जब से हमारा देश गुलाम हुआ उस वक्त हमारे विज्ञान और लोगों का पतन शुरू हुआ पर अब आजादी के बाद से हमारे देश के लोगों ने बहुत मेहनत की और हमारे देश की टेक्नोलॉजी को बहुत आगे बढ़ाया।

आज हमारा देश टेक्नोलॉजी के मामले में बहुत आगे बढ़ गया हमने सबसे कम खर्च में मंगल मिशन को पूरा किया है। आज हमारे देश में बहुत सारा हाईटेक हथियार हैं जिनसे हम अपने देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं और यह सारे हथियार हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने बनाए हैं। हमारे देश के DRDO, ISRO जैसी रिसर्च संस्थाएं नई टेक्नोलॉजी के विकास पर बहुत अच्छा काम कर रही है। आने वाले कुछ सालों में हमारा देश नई टेक्नोलॉजी का हक बन जाएगा।

  • समाचार पत्र पर निबंध (Essay on Newspaper in Hindi)

टेक्नोलॉजी के फायदे (BENEFITS OF TECHNOLOGY IN HINDI)

टेक्नोलॉजी के अनेकों फायदे हैं आज हमारी जिंदगी बिना टेक्नोलॉजी की पूरी हो ही नहीं सकती। आज हम टेक्नोलॉजी के आदी हो गई। अगर घर का कोई भी काम करना है तो टेक्नोलॉजी कमाल करते हैं। टेक्नोलॉजी शिक्षा स्वास्थ्य मनोरंजन व पर्यटन और क्षेत्रों में बहुत ही महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं जिसके कारण से आज के क्षेत्र बहुत ही तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज हम घर बैठे ही पूरे विश्व की जानकारी जुटा सकते हैं। हम घर बैठे अंतरिक्ष के बारे में पढ़ सकते हैं।

आज हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपना बहुत समय बचाते हैं टेक्नोलॉजी ने हमारे सारी जरूरतों को बहुत आसानी से पूरा कर कर दिया है. आज बच्चे घर बैठे पढ़ाई कर सकते हैं हम लोग घर बैठे ही हर एक मनोरंजन का लाभ उठा सकते है।

 1  औद्योगिक क्षेत्र में उत्पादन की बढ़ोतरी (Production Growth in Industrial Sector)

आज औद्योगिक क्षेत्र में नए-नए Technology का इस्तेमाल करके उत्पादन को बढ़ाया जा रहा है। मोबाइल कंपनियां हो या ऑटोमोबाइल कंपनियां अपनी फैक्ट्रियों में रोबोट का उपयोग किया जा रहा है इससे उनके काम में सटीकता आ रही है कि वह मार्केट की मांग को भी बहुत जल्दी पूरा कर पा रहे हैं। जिन कामों को लोग बहुत सटीकता से नहीं कर पाते हैं वही कामों को लोग रोबोट और टेक्नोलॉजी के माध्यम से बहुत ही सटीकता से कर पा रहे हैं।

ऑटोमोबाइल कंपनियों में डिजाइनिंग के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। आज हर कंपनियां अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रही है। कंपनी कंप्यूटर रोबोट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके अपने उत्पादन में तेजी ला रही है। रक्षाबंधन पर निबंध आसान भाषा में.

 2  खाद्य उत्पादन में बढ़ोतरी  (Increase in Food Production)

टेक्नोलॉजी ने खाद्य उत्पादन में भी बढ़ोतरी मैं भी बहुत अहम भूमिका निभाई है। आज कृषि के क्षेत्र में लोग नए नए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि ट्रैक्टर, सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम की व्यवस्था, ऑर्गेनिक खेती के इन सब चीजों का इस्तेमाल करके आज बहुत ज्यादा खाद्य उत्पादन किया जा रहा है।

Technology के माध्यम से आज किसान कृषि के नए नए माध्यमों और तकनीकों को सीख रहे हैं जिससे कि वह अपने उत्पादन को बढ़ाने और अपने लिए मुनाफा कमा रहे हैं। आज टेक्नोलॉजी के द्वारा हम अपने खाद्य सामग्री को बहुत दिनों तक सुरक्षित  रख सकते हैं। आज हमारा देश राज आपूर्ति में आत्मनिर्भर हो गया है। 

 3  व्यापार में विकास (Business Development)

टेक्नोलॉजी ने व्यापार को भी बहुत आसान बना दिया है। और इसके विकास को भी पंख दिए हैं आज हम घर बैठे अपने व्यापार को बढ़ा सकते हैं। ऑनलाइन मार्केटिंग के द्वारा हम अपने सामानों को बहुत आसानी से एक जगह से दूसरी जगह के लोगों को दे सकते हैं। पहले जब टेक्नोलॉजी नहीं थी.

तब हम व्यापार सिर्फ कुछ ही जगह तक सीमित रखते थे पर अब टेक्नोलॉजी की वजह से हमारा व्यापार पूरे विश्व में फैल सकता और इसके लिए हमें बहुत कम खर्च भी करना  होता है।

 4  स्वास्थ क्षेत्र में विकास (Health Sector Development)

स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी में सबसे ज्यादा भूमिका निभाई है क्योंकि आज टेक्नोलॉजी के कारण उन सारी बीमारियों का इलाज संभव है। जो कि पहले लाइलाज थी आज Technology के उपयोग से अभी और बहुत सी बीमारियों के इलाज पर Research चल रही है।

टेक्नोलॉजी ने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुगम बना दिया है. आज हम घर बैठे हमारे देश के किसी भी डॉक्टर से अपना इलाज करवा सकते हैं. और उनसे अपना चेकअप करवा सकते हैं और उनसे सलाह ले सकते हैं।

  • मोबाइल फ़ोन पर निबंध 2000 Words | Essay on Mobile Phone in Hindi

 5  शिक्षा के क्षेत्र में विकास (Development in Education)

टेक्नोलॉजी के विकास में शिक्षा के क्षेत्र को बहुत ही गतिशील बना दिया है। आज हम घर बैठे ही किसी भी कोर्स को आसानी से अपने मोबाइल फोन से कर सकते हैं। आज तकनीकी शिक्षा हर किसी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

टेक्नोलॉजी ने शिक्षा को दूरदराज इलाकों तक बहुत आसानी से पहुंचा दिया है आज हर एक गांव के लोगों के पास शिक्षा के पहुंच है।

 6  यातायात में आसानी (Ease of Traffic)

आज हम Technology के कारण भी एक जगह से दूसरी जगह बहुत कम समय में जा सकते हैं और धीरे-धीरे यह टेक्नोलॉजी और विस्तृत होती जा रही है जिसके कारण आज हम 566 किलोमीटर की दूरी को मात्र 5 घंटे में ही पूरी कर सकते हैं।

यातायात की सुविधा में और भी बहुत ज्यादा विकास हुआ है आज हम घर बैठे ही किसी भी जगह से होटल को बुक कर सकते हैं और यह भी टेक्नोलॉजी के कारण ही मुमकिन है।

 7  संचार की सुविधा (Communication Facilities)

मोबाइल फोन टेलीफोन कंप्यूटर जैसे टेक्नोलॉजी के कारण आज विश्व के हर लोग एक दूसरे से जुड़े हुए हैं हम घर बैठे अपने मोबाइल फोन के द्वारा किसी से भी बात कर सकते हैं।

 8  मनोरंजन के क्षेत्र में (In Entertainment)

आज हमें मनोरंजन के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ती हम अपने मोबाइल फोन टेलीविजन में घर बैठे हर एक मनोरंजन का लुफ्त उठा सकते हैं और यह भी मुमकिन टेक्नोलॉजी के विस्तार के कारण हुआ है।

टेक्नोलॉजी के नुकसान (Disadvantages of Technology in Hindi)

टेक्नोलॉजी के फायदे जितने हैं उतना ही ज्यादा नुकसान है अगर हम टेक्नोलॉजी को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यह हमारे जिंदगी में बहुत ही बुरा प्रभाव डालती है।

गाड़ी और मोटरसाइकिल के इस्तेमाल के कारण हमारे पर्यावरण में बहुत ज्यादा प्रदूषण बढ़ रहा है आज बहुत ज्यादा केमिकल वेस्ट कार्बन बेस्ट हम अपने पर्यावरण में छोड़ रहे हैं जिसके कारण हमारे पर्यावरण में बहुत अधिक प्रदूषण हो गया है।

अधिक प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों के स्वास्थ्य में भी बहुत अधिक असर पड़ेगा और अधिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के कारण लोग अपने शारीरिक काम को ज्यादा महत्व नहीं दे रहा है जिसके कारण उनकी शारीरिक क्षमता कम हो रही है।

आज हम अपना अधिकतर समय मोबाइल फोन टेलीविजन या कंप्यूटर में बिताते हैं टेक्नोलॉजी के आदत होने के कारण आज हमारे समय भी बहुत ज्यादा बर्बाद हो रहा है अधिकतर युवाओं को मोबाइल फोन और इंटरनेट की लत लग गई है जिस कारण वह अपने पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते हैं।

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको ये आर्टिकल पढ़के बहुत अच्छा लगा होगा और आपको काफी जाएदा हेल्प फूल हुआ होगा आपके स्कूल के होम वर्क में खेर टेक्नोलॉजी पर निबंध सरल भाषा में (Essay On Technology In Hindi) लिखने का प्रयाश किया है अगर आप पूरी आर्टिकल पढ़ते है तो आपको काफी जाएदा ज्ञान मिलेगा होगा और आपके (Essay On Technology In Hindi) में अच्छे तरीके से लिख पाएं होंगे।

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Essay on Computer in Hindi: जानिए कंप्यूटर पर परीक्षाओं में पूछे जाने वाले निबंध

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  • Updated on  
  • दिसम्बर 26, 2023

Essay on Computer in Hindi

Essay on Computer in Hindi: आज की टेक्नोलॉजी की दुनिया में डिजिटल लिट्रेसी के लिए कंप्यूटर को समझना महत्वपूर्ण है। कंप्यूटर में डिजिटल उपकरणों, सॉफ्टवेयर और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म को प्रभावी ढंग से उपयोग और नेविगेट करने की क्षमता शामिल है। कंप्यूटर इंटरनेट के माध्यम से बड़ी मात्रा में जानकारी तक पहुंच प्रदान करते हैं। छात्र रिसर्च करने, शैक्षिक संसाधनों को प्राप्त करने और वर्तमान घटनाओं पर अपडेट रहने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हैं। इसलिए कई बार छात्रों को कंप्यूटर पर निबंध तैयार करने को दिया जाता है। Essay on Computer in Hindi के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें। 

कंप्यूटर पर निबंध 100 शब्दों में

कंप्यूटर एक इक्विपमेंट है जो सूचनाओं को स्टोर, डिस्प्ले और मैनेज करता है। कंप्यूटर नए अपडेट और सुधारों के साथ विकसित हुए हैं। कंप्यूटर के तीन मुख्य प्रकार होते हैं: एनालॉग, डिजिटल और हाइब्रिड, प्रत्येक की गति और सटीकता अलग-अलग होती है। कंप्यूटर केवल डेटा को संभालने के अलावा भी विभिन्न उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं, वे मशीनों को नियंत्रित करते हैं, व्यवसायों को व्यवस्थित करते हैं, बिक्री की सुविधा प्रदान करते हैं और शैक्षणिक गतिविधियों में भी समर्थन करते हैं। अपनी अत्यधिक उपयोगिता और बहुमुखी प्रतिभा के कारण कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है।

कंप्यूटर पर निबंध 200 शब्दों में

अब कंप्यूटर के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है।  कंप्यूटर के आविष्कार ने कई सपनों को हकीकत में बदल दिया है। कंप्यूटर विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करते हैं जैसे जानकारी संग्रहीत करना, प्रोग्रामिंग, सॉफ्टवेयर विकास, गणना, ईमेल और बहुत कुछ।

एक कंप्यूटर में मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, सीपीयू और यूपीएस जैसे आवश्यक भाग होते हैं, और यह अपने विशाल भंडारण के लिए जाना जाता है। लोग टेक्नोलॉजी पर बहुत अधिक निर्भर हो गए हैं, और कंप्यूटर का उपयोग हर क्षेत्र में किया जाता है, छात्रों से लेकर शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए कार्यालय कर्मचारी तक अपने कार्यों के लिए इसका उपयोग करते हैं।

कंप्यूटर छात्रों को पेशेवर कौशल सुधारने और सीखने में बहुत मदद करता है। 21वीं सदी में, अधिक उन्नत कंप्यूटरों में रुचि बढ़ रही है जो हल्के, छोटे, शक्तिशाली और उच्च गति और सटीकता वाले हैं।  कंप्यूटर केवल स्कूल और कार्यालय के काम के लिए नहीं हैं, उनका उपयोग यातायात को नियंत्रित करने, मौसम का पूर्वानुमान लगाने, शैक्षिक और चिकित्सा उद्देश्यों, अंतरिक्ष यान डिजाइन, संचालन, परीक्षा, अपराध का पता लगाने और बहुत कुछ के लिए किया जाता है।

जैसे-जैसे लोगों की ज़रूरतें और मांगें विकसित हो रही हैं, कंप्यूटर ने गति बनाए रखी है। हमारी सभी आवश्यकताओं को पूरा करने और संतुष्ट करने के लिए यह लगातार विकसित हो रहा है।

कंप्यूटर पर निबंध 500 शब्दों में

Essay on Computer in Hindi 500 शब्दों में नीचे दिया गया है-

कंप्यूटर हमारी रोजमर्रा के कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है और पिछले दशक में इसका उपयोग काफी बढ़ गया है। आज की दुनिया में, कंप्यूटर लगभग हर ऑफिस का एक अभिन्न अंग है, चाहे वह निजी क्षेत्र हो या सरकारी।  मनुष्य कई दशकों से कंप्यूटर पर निर्भर रहा है, और उनका अनुप्रयोग, कृषि, डिज़ाइन, मशीनरी निर्माण, रक्षा और अन्य विभिन्न क्षेत्रों तक फैला हुआ है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कंप्यूटर ने पूरी दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है।

कंप्यूटर का इतिहास

कंप्यूटर की उत्पत्ति के बारे में सटीकता से कहना तो मुश्किल है, लेकिन विशेषज्ञ बताते हैं कि द्वितीय विश्व युद्ध के समय यह अस्तित्व में आया था। उस समय, कंप्यूटर का उपयोग मुख्य रूप से डेटा भंडारण के लिए किया जाता था। इसका पूरी तरह से सरकारी उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता था, जनता के लिए नहीं। प्रारंभिक चरण में, कंप्यूटर विशाल और वजनदार मशीनें थीं।

कंप्यूटर का कार्य करना

कंप्यूटर तीन-चरणीय चक्र के माध्यम से चलता है जिसे इनपुट, प्रोसेस और आउटपुट के रूप में जाना जाता है। कंप्यूटर के प्रत्येक कार्य के लिए इसी प्रक्रिया को फॉलो किया जाता है, जिसे करने के लिए कंप्यूटर को निर्देश दिया जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो जब हम कंप्यूटर को जानकारी देते हैं तो वह इनपुट होता है। इस पूरी कार्य प्रणाली में सीपीयू सबसे अधिक आवश्यक होता है यह कार्य करता है, कंप्यूटर जो परिणाम प्रदान करता है वह आउटपुट है।

कंप्यूटर के प्रकार

एक बुनियादी कंप्यूटर सीपीयू, मॉनिटर, माउस और कीबोर्ड से बना होता है। इसके अतिरिक्त, कई अन्य भागों को इससे जोड़ा जा सकता है, जैसे प्रिंटर, लेजर पेन, स्कैनर, और बहुत कुछ।

कंप्यूटर के प्रकार होते हैं, जैसे सुपर कंप्यूटर, मेनफ्रेम, पर्सनल कंप्यूटर (डेस्कटॉप), PDA, लैपटॉप और यहां तक कि मोबाइल फोन भी कंप्यूटर के रूप में योग्य हैं क्योंकि वे सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा करते हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में कंप्यूटर का उपयोग

जैसे-जैसे कंप्यूटर का उपयोग बढ़ा, यह लगभग हर क्षेत्र में आवश्यक हो गया, जिससे संचालन अधिक कुशल हो गया।  बहुत सारे ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जहां कंप्यूटर दैनिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं-

  • चिकित्सा क्षेत्र: कंप्यूटर का उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में बीमारियों का उपचार करने, परीक्षण करने और विभिन्न बीमारियों का इलाज खोजने के लिए किया जाता है।  उन्होंने चिकित्सा प्रगति और घातक बीमारियों के उपचार की खोज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
  • रिसर्च: वैज्ञानिक, अंतरिक्ष और सामाजिक अनुसंधान में कंप्यूटर बहुत उपयोगी है।  वे पर्यावरण की निगरानी, अंतरिक्ष की खोज और अध्ययन करने में सहायता करते हैं।  उदाहरण के लिए, स्पेस रिसर्च ने गैलेक्सीज की खोज को सक्षम बनाया है। यह साइंटिफिक रिसर्च में भी पृथ्वी पर वैलुएबल रिसोर्सेज का पता लगाने में मदद करता है।
  • रक्षा: रक्षा क्षेत्र में, कंप्यूटर किसी देश की सुरक्षा और संरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। वे संभावित खतरों का पता लगाने और दुश्मनों पर निगरानी रखने में सुरक्षा एजेंसियों की सहायता करते हैं। राष्ट्र की सुरक्षा के लिए रक्षा उद्योग की क्षमता को बनाए रखने में कंप्यूटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कंप्यूटर के प्रतिकूल प्रभाव 

कंप्यूटर अब बहुत जरूरी हो गए हैं, लेकिन वे खतरे भी पैदा करते हैं, मुख्य रूप से हैकरों से जो प्राइवेट डेटा को चुरा सकते हैं और ऑनलाइन आपकी जानकारी लीक कर सकते हैं। इससे महत्वपूर्ण जोखिम पैदा होता है, इसके अतिरिक्त, वायरस, स्पैम, बग और कई अन्य मुद्दे कंप्यूटर से संबंधित मुश्किलें बढ़ती हैं। व्यक्तिगत जानकारी से छेड़छाड़ का खतरा अनधिकृत पहुंच और दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों से सुरक्षा के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा उपाय आवश्यक है। कंप्यूटर हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए एक सुरक्षित और संरक्षित डिजिटल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए इन खतरों के बारे में जागरूक होने महत्वपूर्ण हो जाता है।

कंप्यूटर एक महत्वपूर्ण मशीन है जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके दोहरे प्रभाव हैं, एक अनुकूल और एक प्रतिकूल, यह इस बात पर निर्भर करता है कि इसका उपयोग कैसे किया जाता है। कंप्यूटर का नियंत्रण पूरी तरह से आपके हाथ में होता है। भविष्य में एक समय ऐसा भी आ सकता है जब मानव सभ्यता कंप्यूटर पर हमारी अत्यधिक निर्भरता के कारण कंप्यूटर के बिना नहीं पनप सकेगी। अब तक, यह एक उल्लेखनीय मानवीय खोज है जिसने अनगिनत लोगों की जान बचाई है। इसके फायदे और चुनौतियों दोनों को पहचानते हुए, कंप्यूटर का जिम्मेदार और विचारशील उपयोग हमारे जीवन पर उनके सकारात्मक प्रभाव को सुनिश्चित करने की कुंजी है।

कंप्यूटर पर 10 लाइंस

Essay on Computer in Hindi जानने के बाद अब कंप्यूटर पर 10 लाइंस जान लेते हैं, जो नीचे दी गई हैं-

  • कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो विभिन्न कार्यों को करने के लिए डेटा को प्रोसेस और संग्रहीत करता है।
  • यह इनपुट, प्रोसेसिंग और आउटपुट के एक चक्र के माध्यम से संचालित होता है, जो इसे अपने कार्यों में बहुमुखी बनाता है।
  • कंप्यूटर के प्रमुख घटकों में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू), मॉनिटर, कीबोर्ड और माउस शामिल हैं।
  • पिछले कुछ वर्षों में कंप्यूटर बड़ी, भारी मशीनों से कॉम्पैक्ट और शक्तिशाली उपकरणों में विकसित हुए हैं।
  • इनका व्यापक रूप से शिक्षा, व्यवसाय, चिकित्सा, अनुसंधान और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।
  • कंप्यूटर के आविष्कार ने संचार में क्रांति ला दी है, जिससे कार्य तेज़ और अधिक कुशल हो गए हैं।
  • कंप्यूटर वैज्ञानिक अनुसंधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जटिल डेटा की खोज और विश्लेषण में सहायता करते हैं।
  • इंटरनेट के आने के साथ, कंप्यूटर विश्व स्तर पर लोगों को जोड़ते हैं, जिससे सूचनाओं के आदान-प्रदान में सुविधा होती है।
  • साइबर सुरक्षा एक चिंता का विषय है क्योंकि कंप्यूटर वायरस, हैकिंग और डेटा उल्लंघनों जैसे खतरों से जानी पंहुचायी जा सकती है।
  • कंप्यूटर का निरंतर विकास हमारे रहने और काम करने के तरीके को आकार देता है, जो आधुनिक समाज के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है।

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो विभिन्न कार्यों को करने के लिए डेटा को प्रोसेस करता है।  इसमें सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू), मॉनिटर, कीबोर्ड और माउस जैसे हार्डवेयर डिवाइस शामिल हैं।

कंप्यूटर इनपुट, प्रोसेसिंग और आउटपुट की प्रक्रिया का पालन करते हैं। यूजर्स डेटा इनपुट करते हैं, सीपीयू इसे प्रोसेस करता है, और आउटपुट के रूप में परिणाम प्रदर्शित होते हैं।  

कंप्यूटर विभिन्न प्रकार के आते हैं, जिनमें पर्सनल कंप्यूटर (डेस्कटॉप और लैपटॉप), सर्वर, मेनफ्रेम, सुपर कंप्यूटर और स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे मोबाइल डिवाइस शामिल हैं।

कंप्यूटर सुरक्षा खतरों में वायरस, मैलवेयर, फ़िशिंग हमले, रैंसमवेयर और अनधिकृत पहुंच शामिल हैं।  इन खतरों से बचाव में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, फ़ायरवॉल का उपयोग करना और सुरक्षित ऑनलाइन प्रयोग करना शामिल है।

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में Essay on Computer in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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टेक्नोलॉजी पर निबंध – Essay on Technology in Hindi

Essay on Technology in Hindi: दोस्तो आज हमने  टेक्नोलॉजी पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

500+ शब्द टेक्नोलॉजी पर निबंध Essay on Technology in Hindi

टेक्नोलॉजी पर इस निबंध में, हम चर्चा करने जा रहे हैं कि टेक्नोलॉजी क्या है, इसके उपयोग क्या हैं, और यह भी कि प्रौद्योगिकी क्या कर सकती है? सबसे पहले, प्रौद्योगिकी तकनीकी और वैज्ञानिक ज्ञान के उपयोग को संदर्भित करता है ताकि मशीनरी का निर्माण, निगरानी और डिजाइन किया जा सके। इसके अलावा, टेक्नोलॉजी मानव जाति की सहायता करने वाले अन्य सामान बनाने में मदद करती है।

Essay on Technology in Hindi

विशेषज्ञ इस विषय पर वर्षों से बहस कर रहे हैं। इसके अलावा, प्रौद्योगिकी ने मानव जीवन को आसान बनाने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया लेकिन इसके नकारात्मक पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में तकनीकी प्रगति के कारण प्रदूषण में भारी वृद्धि हुई है। साथ ही, प्रदूषण कई स्वास्थ्य मुद्दों का एक प्रमुख कारण बन गया है। इसके अलावा, इसने समाज के लोगों को जोड़ने के बजाय उन्हें काट दिया है। इन सबसे ऊपर, इसने श्रमिक वर्ग से कई नौकरियां छीन ली हैं।

प्रौद्योगिकी और विज्ञान के बीच की परिचितता

जैसा कि वे पूरी तरह से अलग क्षेत्र हैं, लेकिन वे एक दूसरे पर निर्भर हैं। इसके अलावा, यह विज्ञान योगदान के कारण है कि हम नए नवाचार बना सकते हैं और नए तकनीकी उपकरणों का निर्माण कर सकते हैं। इसके अलावा, प्रयोगशालाओं में किए गए शोध प्रौद्योगिकियों के विकास में बहुत योगदान करते हैं। दूसरी ओर, प्रौद्योगिकी विज्ञान के एजेंडे का विस्तार करती है।

हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा

नियमित रूप से विकसित होती तकनीक हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। इसके अलावा, नई प्रौद्योगिकियां तूफान से बाजार ले जा रही हैं और लोगों को कुछ ही समय में उनकी आदत पड़ रही है। इन सबसे ऊपर, तकनीकी प्रगति ने राष्ट्रों के विकास और विकास को प्रेरित किया है।

हालाँकि तकनीक एक अच्छी चीज है, लेकिन हर चीज के दो पहलू होते हैं। टेक्नोलॉजी के भी दो पहलू होते हैं एक अच्छा और दूसरा बुरा। यहाँ प्रौद्योगिकी के कुछ नकारात्मक पहलू हैं जिनके बारे में हम चर्चा करने जा रहे हैं।

नई तकनीक से औद्योगीकरण बढ़ता है जो हवा, पानी, मिट्टी और शोर जैसे कई प्रदूषणों को जन्म देता है। इसके अलावा, वे जानवरों, पक्षियों और मनुष्यों में कई स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का कारण बनते हैं।

प्राकृतिक संसाधनों की थकावट नई तकनीक के लिए नए संसाधनों की आवश्यकता होती है जिसके लिए संतुलन गड़बड़ा जाता है। आखिरकार, इससे प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन होगा जो अंततः प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ता है।

एक मशीन कई श्रमिकों को बदल सकती है। इसके अलावा, मशीनें बिना रुके कई घंटों या दिनों तक लगातार गति से काम कर सकती हैं। इसके कारण, कई श्रमिकों ने अपनी नौकरी खो दी जो अंततः बेरोजगारी बढ़ाती है ।

प्रौद्योगिकी के प्रकार

आमतौर पर, हम प्रौद्योगिकी को उसी पैमाने पर आंकते हैं लेकिन वास्तव में, प्रौद्योगिकी को विभिन्न प्रकारों में विभाजित किया जाता है। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी, औद्योगिक प्रौद्योगिकी , वास्तुकला प्रौद्योगिकी, रचनात्मक प्रौद्योगिकी और कई और अधिक शामिल हैं। आइए इन तकनीकों पर संक्षिप्त में चर्चा करते हैं।

औद्योगिक प्रौद्योगिकी

यह तकनीक मशीनों के निर्माण के लिए इंजीनियरिंग और विनिर्माण प्रौद्योगिकी का आयोजन करती है। साथ ही, यह उत्पादन प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बनाता है।

क्रिएटिव टेक्नोलॉजी

इस प्रक्रिया में कला, विज्ञापन और उत्पाद डिजाइन शामिल हैं जो सॉफ्टवेयर की मदद से बनाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें 3 डी प्रिंटर , वर्चुअल रियलिटी, कंप्यूटर ग्राफिक्स और अन्य पहनने योग्य तकनीक शामिल हैं।

सूचान प्रौद्योगिकी

इस तकनीक में सूचना भेजने, प्राप्त करने और संग्रहीत करने के लिए दूरसंचार और कंप्यूटर का उपयोग शामिल है। इंटरनेट सूचना प्रौद्योगिकी का सबसे अच्छा उदाहरण है।

500+ Essays in Hindi – सभी विषय पर 500 से अधिक निबंध

आज, हम अपने दैनिक जीवन में जो कुछ भी उपयोग करते हैं वह प्रौद्योगिकी का एक उपहार है और जिसके बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा, हम उन तथ्यों से इनकार नहीं कर सकते हैं कि इसने हमारे परिवेश को गंभीर नुकसान पहुंचाया है।

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प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान Advantages Disadvantages of Technology in Hindi

प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान (Advantages Disadvantages of Technology in Hindi)

इस लेख में आप हिंदी में प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान (Advantages – Disadvantages of Technology in Hindi) के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे। साथ ही इसमें हमने टेक्नॉलजी क्या है, महत्व, प्रकार जैसी जानकारियाँ भी सम्मिलित किया है।

Table of Content

टेक्नोलॉजी क्या है? What is Technology in Hindi?

जिस गति से आज हम प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं, उसकी तुलना यदि मानव इतिहास में हुए बदलाओं से करी जाए तो विज्ञान और टेक्नोलोजी विकास की एक नई श्रृंखला बनाती है। 

वर्तमान सभ्यता के नवीनीकरण का मुख्य कारण टेक्नोलॉजी में विकास है। आमतौर पर टेक्नोलॉजी का अर्थ ऐसे औद्योगिक तथा व्यवहारिक कलाओं का मिश्रण होता है, जो विज्ञान से संबंधित अध्ययन अथवा विज्ञान का ज्ञान कहलाता है। 

मानव ने विज्ञान के क्षेत्र में जितना प्रगति कर लिया है, वह इसी के द्वारा निर्मित तमाम तरह के अविष्कारों अथवा तकनीकों के कारण ही संभव हो सका है।

प्रौद्योगिकी अथवा टेक्नोलॉजी को परिभाषित करने के लिए विभिन्न प्रकार के दृष्टिकोण अपनाए जाते हैं, अतः इसकी कई सारी परिभाषाएं हैं। आसान शब्दों में कहा जाए, तो मानव जीवन को सुगम और सरल बनाने वाली तमाम तरह की सुविधाएं टेक्नॉलॉजी द्वारा निर्मित हैं।

टेक्नोलॉजी का महत्त्व Importance of Technology in Hindi

  • प्रौद्योगिकी विकास के कारण ही स्वास्थ्य सुविधाओं में बेमिसाल परिवर्तन आया है। जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज पलक झपकते ही हो सकता है।
  • दुनिया भर में सिर्फ एक जगह बैठे बैठे ही हम हजारों मिलो दूर किसी से भी बातचीत कर सकते हैं।
  • दुनिया में सबसे शक्तिशाली राष्ट्र वही माने जाते हैं, जिनके पास एडवांस टेक्नोलॉजी और सशस्त्र बल उपलब्ध होते हैं और वह केवल टेक्नॉलॉजी से ही विकसित किए जा सकते हैं।
  • जिन निर्माण कार्यों के लिए वर्षों का समय लग जाता था। वह अब एक महीने के अंदर ही पूरा हो सकता है। उदाहरण स्वरूप बड़ी बड़ी इमारतें, पुल इत्यादि।
  • टेक्नोलॉजी के कारण ही ऑटोमेशंस का प्रभाव इतना बढ़ा है, जिससे कठिन से कठिन लगने वाले काम भी स्वयं पूर्ण हो सकते हैं।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की ऐसी सर्वश्रेष्ठ खोज है, जिससे मानव मस्तिष्क जितनी क्षमता दूसरे मशीनों में उत्पन्न की जा सकती है। यह भविष्य के लिए कई सुनहरे अवसर को प्रकट करता है।
  • व्यवसाय चाहे जो भी हो छोटे, मध्यम या बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी का प्रयोग वहां जरूर किया जाता होगा। इससे टेक्नालॉजी के विस्तृत स्वरुप का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
  • हमें प्राचीन समय से अलग और विकसित बनाने में टेक्नोलॉजी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। यदि हमारे पास प्रौद्योगिकी जैसा वरदान ना होता, तो हम शायद जंगलों अथवा कबीलों में निवास कर रहे होते।

टेक्नोलॉजी के प्रकार Types of Technology in Hindi

Artificial intelligence technology (कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौधौगिकी).

मानव द्वारा निर्मित ऐसे डिवाइस अथवा सॉफ्टवेयर जो कि मानव मस्तिष्क की तरह ही सोचने और कार्य करने की क्षमता रखते हैं, ऐसी टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी कहलाती है। 

विभिन्न प्रकार के रोबोट्स अथवा मशीनों में स्वयं निर्णय लेने की क्षमता स्थापित कर दी जाती है। आधुनिक समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा है।

Medical Technology (चिकित्सा प्रौधौगिकी)

प्रौद्योगिकी के कारण इंसानों का जीवन परिवर्तित हो चुका है। एडवांस टेक्नोलॉजी की सहायता से ऐसे रोगों का पता और निदान किया जा रहा है, जिनके विषय में कोई भी नहीं जानता था। और यह केवल टेक्नोलॉजी की सहायता से ही संभव हो सका है। 

मेडिकल के क्षेत्र में रोगियों की बीमारी का इलाज बेहद सरलता से हो पा रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा की मेडिकल टेक्नोलॉजी के कारण ही इंसानों की आयु कुछ वर्ष और बढ़ गई है।

Construction Technology (निर्माण प्रौधौगिकी)

दुनिया में जितने भी बड़ी बड़ी इमारतें, पुल और अन्य स्थलों का निर्माण किया गया है, वह निर्माण प्रौद्योगिकी के अंतर्गत आता है। ऐसी टेक्नोलॉजी जिसकी सहायता से कंस्ट्रक्शन करने के लिए जरूरी मशीनों का निर्माण होता है। 

2D और 3D नक्शे को भी आसानी से टेक्नॉलॉजी की सहायता से अंजाम दिया जा रहा है। यह टेक्नोलॉजी समय के साथ-साथ उर्जा और धन सभी के अतिरिक्त व्यय को कम कर रहे हैं और ऑटोमेशन को बढ़ावा दे रहे हैं।

Education Technology (शिक्षा प्रौधौगिकी)

टेक्नालॉजी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी अद्वितीय क्रांति लाई है, जिससे विद्यार्थियों के लिए ज्ञान प्राप्ति का मार्ग और भी आसान हो चुका है। इंटरनेट , कंप्यूटर , लैपटॉप, मोबाईल , इत्यादि के जरिए अब सभी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

एजुकेशन टेक्नोलॉजी इतनी बेहतरीन है कि एक ही जगह पर बैठे आप दुनिया के किसी भी क्षेत्र के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Agriculture Technology (कृषि प्रौधौगिकी)

टेक्नोलॉजी ने इंसानों के ऊपर बहुत बड़ा उपकार किया है। हर क्षेत्र की तरह कृषि क्षेत्र में भी हमने इसकी सहायता से बेमिसाल उपलब्धियां प्राप्त किए हैं। 

उदाहरण स्वरूप ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और कल्टीवेटर इत्यादि कृषि प्रौद्योगिकी के अंतर्गत आते हैं, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। टेक्नोलॉजी की मदद से ही हरित क्रांति संभव हो पाई है।

Communication Technology (संचार प्रौधौगिकी)

संचार प्रौद्योगिकी ने मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा योगदान दिया है। कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के कारण ही दुनिया भर में कहीं भी सूचनाओं का आदान प्रदान करना संभव हो सका है। 

इंटरनेट की मदद से चलने वाले तमाम डिवाइस इसके अलावा सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी में बड़ा बदलाव आया है।

Information Technology (सूचना प्रधौगिकी)

ऐसे गुप्त जानकारियां या डाटा जिनका सुरक्षित होना अति आवश्यक होता है तथा सही समय और सही व्यक्ति तक सुरक्षित तरीके से जानकारी का आदान-प्रदान करना सूचना प्रौद्योगिकी के कारण बहुत ही सुगम बन गया है। 

बड़े-बड़े व्यवसाय जिनके डाटा बेशकीमती होते हैं, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के जरिए ही तमाम व्यवसायों का संचालन किया जाता है। 

Entertainment Technology (मनोरंजन प्रौधौगिकी)

सभी जरूरी कार्यों के जैसे ही मनोरंजन करना भी आवश्यक होता है। यदि व्यक्ति 24 घंटे बिना रुके किसी रोबोट के जैसे काम करने लगे, तो यह उसके लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। 

ऐसे में मनोरंजन के क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी ने धूम मचाई है। टेलीविजन, वीडियो गेम्स, थियेटर्स, सोशल मीडिया, मोबाइल इत्यादि बहुत सारे इंटरटेनमेंट टेक्नॉलॉजी के साधन हैं।

टेक्नोलॉजी के 10 फायदे Advantages of Technology in Hindi

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं.

मेडिकल टेक्नोलॉजी की सहायता से स्वास्थ्य सुविधाओं में जितने भी सुधार और परिवर्तन आए हैं, उनसे कोई भी अनजान नहीं रहा है। टेक्नोलॉजी की सहायता से जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज संभव हो पाया है।

रोजगार के विभिन्न मार्ग

हर परिवर्तन एक नया अवसर जरूर लाती है। इसी तरह टेक्नोलॉजी में होने वाले नए बदलावों के साथ हजारों प्रकार के रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होते जा रहे हैं।

मनोरंजन का साधन

टेक्नोलॉजी मनोरंजन का एक ऐसा साधन प्रस्तुत करता है, जिससे कभी भी बोरियत नहीं महसूस होती। इस तरह मनोरंजन के क्षेत्र में भी प्रौद्योगिकी के कारण बड़ा परिवर्तन आया है।

संचार माध्यम में सहयोगी

अपने परिचितों के साथ दुनिया के किसी भी देश में बैठकर आसानी से मुलाकात की जा सकती है। कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी हमारे लिए एक वरदान स्वरूप है।

शिक्षा प्रणाली में क्रांति

विकास का पहला चरण ज्ञान होता है। प्रौद्योगिकी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी अद्वितीय क्रांति लाई है। यह परिणाम है टेक्नोलॉजी का कि अब शिक्षा के द्वार हर किसी के लिए खुले हैं।

कम लागत और बेहतर परीणाम

यदि निर्माण कार्य का उदाहरण लिया जाए, तो पहले जितने मजदूरों का परिश्रम और अधिक समय व्यर्थ होता था वह टेक्नॉलॉजी अकेले ही कुछ समय के अंदर ही करने की क्षमता रखता है। इससे संसाधनों की बचत तो हो ही रही है, साथ ही कम लागत और बेहतर परिणाम भी मिलते हैं।

यात्रा के लिए सुविधा

जाहिर सी बात है कि टेक्नॉलॉजी ने यात्रा को भी बेहद सरल बना दिया है। पहले ऐसा कुछ नहीं हुआ करता था, लोगों को एक सामान्य दूरी तय करने में कई दिनों का समय लग जाता था। लेकिन अब वही यात्रा अब कुछ घंटों में सिमट गई है।

प्रगति के रूप में होने वाले बदलाव नवीनीकरण का उदाहरण है। यह न केवल कलात्मकता को प्रकट करती है, बल्कि नए अविष्कारों की शोध करने में भी काफी सहायक है। इस तरह टेक्नॉलॉजी के कारण ही नवीनीकरण सुगम बन सका है।

घरेलू कार्यों में सुगमता

यदि घरेलू कार्यों के बात की जाए तो वाशिंग मशीन और दूसरे ऑटोमेटिक क्लीनिंग मशीन्स इत्यादि द्वारा कामों का बोझ थोड़ा कम हो गया है। इसके अलावा भोजन तैयार करने के लिए दूसरी मशीने और आरामदायक उपकरणों के कारण जीवन और भी सुखदायक बन गया है।

पूरी दुनिया में लोगों तक पहुंच

जैसा कि पहले बताया गया कि टेक्नॉलॉजी ने सुविधाओं के अनंत द्वार खोल दिए हैं, जिनसे कुछ भी करना संभव है। यह हजारों मीलो दूर बैठे किसी व्यक्ति तक आपकी पहुंच आसानी से करवा सकता है।

टेक्नोलॉजी के 10 नुकसान Disadvantages of Technology in Hindi

पूर्ण निर्भरता.

किसी भी चीज की अधिकता चाहे भले ही वह अमृत ही क्यों ना हो विष में आसानी से परिवर्तित हो सकती है। इसी तरह टेक्नोलॉजी पर पूर्ण निर्भरता भी अच्छी चीज नहीं है। धीरे-धीरे पूरी दुनिया ही टेक्नोलॉजी पर आश्रित होते जा रही है, जो एक बुरा संकेत है।

घटती रचनात्मकता

हर क्षेत्र और कार्य में जब मशीनों की सहायता ही ली जाएगी, तब भला स्वयं का मस्तिष्क का उपयोग किस तरह होगा। यही कारण है कि लोग अपनी बुद्धि का प्रयोग नहीं करते और मशीनों पर आश्रित होकर अपने कार्यों को पूरा करते हैं। यह धीरे-धीरे आपकी रचनात्मकता नष्ट कर देगी।

डिजिटल अपराध

साइबर बुलिंग, हैकिंग, ट्रॉलिंग, स्टॉकिंग इत्यादि डिजिटल अपराध का एक स्वरूप है, जिसे टेक्नोलॉजी की आड़ में अंजाम दिया जाता है। प्रौद्योगिकी के बढ़ते स्वरूप के साथ ही ऐसे अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है।

प्राकृतिक संसाधनों का अतिशोषण

यह आम बात है कि जितने भी निर्माण कार्य होते हैं, उनमें प्राकृतिक संसाधनों का ही अधिकतम उपयोग होता है। एक तरफ जहां टेक्नॉलॉजी के सहायता से बड़े-बड़े आविष्कार अथवा निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध शोषण हो रहा है।

बेरोजगारी का कारण

यह चिंता का विषय है कि जो कार्य पहले लोगों द्वारा किए जाते थे, वह अब मशीनें कर रही हैं। ऐसे से लोगों के रोजगार का माध्यम भी छिन जाता है। यदि ऐसे ही चलता रहा, तो बेरोजगार का स्तर बहुत ऊंचा चला जाएगा।

स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां

जहां एक तरफ टेक्नॉलॉजी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार किए हैं, वहीं दूसरी ओर इसके कारण ही लोगों में तरह-तरह की बीमारियां भी देखी जा रही है। हानिकारक केमिकल्स, निरंतर स्क्रीन तक पहुंच इत्यादि हजारों ऐसे कारण हैं, जिनसे स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां उत्पन्न हो सकते हैं।

पर्यावरण पर संकट

एसिड रेन , ग्लोबल वार्मिंग इत्यादि जैसी बहुत से ऐसे उदाहरण हैं, जो टेक्नॉलॉजी के कारण उत्पन्न होते हैं। भले ही टेक्नॉलॉजी हमारे लिए वरदान है, लेकिन इसका अंधाधुन उपयोग करने के कारण यह पर्यावरण पर काल की तरह मंडरा रहा है।

सोशल मीडिया के दुष्परिणाम

सोशल मीडिया लोगों के लिए किस तरह उपयोगी है, यह तो सभी जानते हैं। लेकिन इसके दुष्परिणाम भी सभी को पता होना चाहिए। यह टेक्नोलॉजी का ही एक निर्मित स्वरूप है, जिसे यदि अच्छे से इस्तेमाल ना किया जाए तो यह किसी कृतिम आपदा का स्वरूप ले सकती है।

पृथ्वी के विनाश का अंतिम कारण (युद्ध)

जब तक विकसित देशों के पास परमाणु हथियार नहीं थे, तब तक पृथ्वी के नष्ट होने की संभावना थोड़ी कम थी। लेकिन अब सभी देश टेक्नॉलॉजी की सहायता से सशस्त्र हो चुके हैं। टेक्नॉलॉजी इतनी एडवांस हो चुकी है, कि यदि अब बड़े स्तर पर कोई युद्ध होगा तो पूरी पृथ्वी तबाह हो सकती है।

मशीनों के समक्ष लोगों का कम महत्त्व

यह तो सत्य है कि जब से टेक्नॉलॉजी ने अपना विस्तार किया है, तभी से लोगों का महत्व कम हो गया है। क्योंकि यह कम समय में कम लागत में सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्रदान करता है, इसीलिए मजदूरों का रोजगार छिन गया है।

यह केवल एक उदाहरण था, लेकिन इसके अलावा भी ऐसे हजारों कारण हैं, जो यह बताते हैं कि किस तरह दिन-ब-दिन मशीनों का प्रभाव बढ़ रहा है।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान (Advantages – Disadvantages of Technology) के विषय में पढ़ा। आशा है यह लेख आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें।

13 thoughts on “प्रौद्योगिकी – टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान Advantages Disadvantages of Technology in Hindi”

This topic is so brilliant. I think I have my goose bums when I read this

nice post on technology

Bhai bhai bhai. Bhout bada halp koya bhai me to tecnology ke pura khilaf hu bhai. I’m not use all of for tecnology items

It helped me a lot.. thanku very much

Very nice essay on transport and communication

Disadvantages of technology easy , help me a lot

very very nice post excellent

Bhut hard essay

Nice points

Nice sir, aaj ham issi topic per speech dene wale hain school me hame ye topic bahut accha laga.

Advantages of technology for dibet thank

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technology and education essay in hindi

टेक्नोलॉजी क्या है ,प्रकार,उपयोग,फायदे और नुकसान – Technology In Hindi

technology kya hai

Technology शब्द को हम अक्सर सुनते रहते हैं आज के जमाने को Technology का युग कहा जाता है इसी की वजह से आज हमारा जीवन बहुत आरामदायक बन चुका है।

आज अगर आप ध्यान से देखेंगे तो लगभग हर एक क्षेत्र में Technology का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन बहुत सारे लोग आज के समय में भी टेक्नोलॉजी क्या है? ( What is Technology In Hindi ) इसके बारे में नहीं जानते हैं।

बहुत सारे लोग ऐसा समझते हैं कि टेक्नोलॉजी का संबंध सिर्फ इंटरनेट, मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, गैजेट्स, फ्रिज आदि से जुड़ा है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।

Technology अपने आप में एक बहुत बड़ा Field है साथ ही इस शब्द का अर्थ और विस्तार भी काफी बड़ा है Modern Technology से ज्यादा गतिशील कुछ भी नहीं है।

क्योंकि इसी टेक्नोलॉजी को प्रयोग करते हुए इंसान लगभग हर एक क्षेत्र में लगातार प्रगति करता जा रहा है इसी वजह से दुनिया में नए नए तरह के आविष्कार भी काफी हो रहे है।

इसकी वजह से हमारा जीवन बहुत ही आसान और अच्छा हो गया है क्योंकि हम Daily Life में बहुत सारी Modern Technology का इस्तेमाल करते हैं जिस वजह से हमारे समय और ऊर्जा की बचत होती है।

आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको Technology Kya Hai के संबंध में हर तरह की जानकारी देंगे जिसमें आप टेक्नोलॉजी के इतिहास से लेकर टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Table of Contents

  टेक्नोलॉजी क्या है ? – What is Technology in Hindi 

आसान शब्दों में समझा जाए तो टेक्नोलॉजी एक ऐसी कला है जिसका प्रयोग करके किसी भी काम को आसान और सुविधाजनक बनाया जाता है।

टेक्नोलॉजी को हम इंसानों के हाथों में विज्ञान की कला के रूप में भी जान सकते हैं क्योंकि विज्ञान का सही तरीके से उपयोग करके ही चीजों को सुविधाजनक बनाया जाता है।

अभी तक अपने दिमाग के बलबूते पर ही इंसानों के द्वारा बहुत सारी बेहतरीन टेक्नोलॉजी का आविष्कार किया गया है पत्थर के हथियार बनाने से लेकर Artificial Intelligence जैसी Advance Technology के आविष्कार तक मनुष्य ने काफी ज्यादा प्रयोग किए हैं।

इसमें कोई शक नहीं है कि भविष्य में अपने जीवन को और बेहतर बनाने के लिए टेक्नोलॉजी की मदद से इसी तरह के और भी बेहतरीन आविष्कार इंसानों के द्वारा किए जाएंगे।

अगर शुरुआत से देखते हैं तो इंसानों के पास पाषाण काल से ही Technology मौजूद है जानवरों के पिंजरे से लेकर सभी तरह के हथियार, औजार और पहिए बनाने तक में इंसान अपने इतिहास से ही अलग अलग तरह की तकनीकों का प्रयोग करता आया है।

आधुनिक जीवन में भी हमारी व्यक्तिगत और कामकाजी जिंदगी में टेक्नोलॉजी का प्रभाव और भूमिका दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले समय में टेक्नोलॉजी का और अधिक प्रभाव हमारी जिंदगी में देखने को मिलेगा Modern Technology पर नजर डालते हैं तो Artificial Intelligence, 5G Technology, Cyber Technology, Nano Tech, जैसी तकनीके इंसानों के द्वारा ही विकसित की गई है।

जैसा कि हम आपको पोस्ट में पहले ही बता चुके हैं कि टेक्नोलॉजी का अर्थ सिर्फ मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, गैजेट्स, इंटरनेट, टीवी, एसी, फ्रिज आदि से ही नहीं है, 

बल्कि तकनीक का मतलब तो इससे कई गुना आगे हैं हर वह चीज जिसके द्वारा इंसान के काम को आसान बनाया जा सकता है उसे टेक्नोलॉजी की श्रेणी में गिना जाता है।

आज के समय में Technology का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है इसी वजह से हर एक इंसान अपनी Daily Life में बहुत सारी तरह की तकनीक का इस्तेमाल करता है।

इसी सुविधा की वजह से इंसानों का समय, पैसा और ऊर्जा बच जाती है और टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को आसान बनाती हैं हम आशा करते हैं कि अब आप Technology के बारे में समझ गए होंगे।

टेक्नोलॉजी की परिभाषा – Technology Kya Hai 

इस शब्द की सबसे अच्छी परिभाषा यही है कि Technology मनुष्य के द्वारा बनाई गई तकनीकों, उपकरणों, मशीनों का अध्ययन और परिवर्तन है।

Technology इंसानों को उन Physical Elements का अध्ययन और विकसित करने की अनुमति देती है जो इंसानों के जीवन में मौजूद है।

टेक्नोलॉजी का हिंदी में अर्थ – Technology Meaning In Hindi 

बहुत सारे लोग Technology Meaning In Hindi के बारे में नहीं जानते हैं असल में यह हमारे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है जिसे हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं।

फिर भी बहुत सारे लोग इस शब्द के हिंदी अर्थ से परिचित नहीं है इसलिए हम आपको बता दे रहे हैं कि टेक्नोलॉजी का हिंदी अर्थ प्रौद्योगिकी होता है।

किसी विशेष उद्देश्य के लिए विज्ञान को उपयोग करना को प्रौद्योगिकी के रूप में जाना जाता है आशा करते हैं आपको इस शब्द का हिंदी अर्थ समझ आ गया होगा।

टेक्नोलॉजी का इतिहास – History Of Technology In Hindi 

हमेशा से ही इंसानी जीवन में टेक्नॉलजी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है इंसान ने पाषाण काल से लेकर 21वी सदी तक लगातार टेक्नोलॉजी का आविष्कार भी किया है।

जरूरत पड़ने पर इंसान के द्वारा उस टेक्नोलॉजी में समय-समय पर सुधार भी किया गया है अब आप यहां पर टेक्नोलॉजी और मनुष्य के बीच पाषाण काल से 21वीं सदी तक के इतिहास के बारे में जानेंगे।

1. पाषाण काल

टेक्नोलॉजी की शुरुआत पाषाण काल से मानी जाती है उस समय तक मनुष्य ने बस्ती बनाकर रहना सीख लिया था।

उस काल में इंसानों के द्वारा छोटे-मोटे उपकरणों का आविष्कार किया गया था पाषाण काल में मनुष्य के द्वारा पत्थर के हथियार, औजार, उपकरण, आग और कपड़ों जैसी मूलभूत चीजों का आविष्कार कर लिया था।

2. प्राचीन काल

प्राचीन सिविलाइजेशन के विकास के साथ-साथ प्राचीन काल में इंजीनियरिंग में प्रगति हुई थी इस काल(Period) में अफ्रीका, मेसोपोटामिया, सिंधु घाटी, चीन, फारसी जैसी अलग-अलग सभ्यताओं में टेक्नोलॉजी से जुड़े अनेक प्रकार के आविष्कार हुए।

मध्यकाल से प्रारंभिक आधुनिक काल तक कई महत्वपूर्ण टेक्नॉलॉजी का आविष्कार इंसानों के द्वारा किया गया इस काल में सबसे बड़ा आविष्कार अर्थव्यवस्था को माना जाता है।

मध्यकाल में विशेष रुप से अर्थव्यवस्था का काफी विकास हुआ था और यह इस साल का सबसे बड़ा आविष्कार माना जाता है जिसे हम आज भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

4. पहली औद्योगिक क्रांति

यह उस समय की बात है जब आधुनिक काल की शुरुआत हो रही थी इसे हम आधुनिक काल का शुरुआती समय कह सकते हैं जिसमें कई सारी तकनीकों का आविष्कार हुआ।

पहली औद्योगिक क्रांति में कपड़ा मशीनरी, धातु विज्ञान, खनन, मशीन टूल्स और भाप इंजन जैसे कई महत्वपूर्ण आविष्कार इंसानों के द्वारा किए गए।

5. दूसरी औद्योगिक क्रांति

19वीं शताब्दी की शुरुआत से टेक्नोलॉजी में बहुत सारे आश्चर्यजनक विकास देखने को मिलते हैं इस सदी में Transportation, Construction, Manufacturing, और Communication जैसी Technologies में बहुत विकास किए गए थे इसी वजह से इसे दूसरी औद्योगिक क्रांति कहते हैं।

6. बीसवीं सदी

19वीं शताब्दी में टेक्नोलॉजी में बहुत विकास हुए थे सदी के अंत तक Technology में काफी ज्यादा बदलाव देखा गया।

20वीं सदी में इंसानों के द्वारा Electronic Computing, Jet Engine, Radio, TV, Telephone जैसी बहुत ही महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी का विकास किया गया।

7. 21वी सदी

वर्तमान समय में हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और आज के समय में हमारे पास जो तकनीके है उनका परिचय देने की आवश्यकता नहीं है।

21वी शताब्दी के शुरुआत से ही Quantum Computer, Gene Therapy, Nanotechnology, 3D Printing, Bioengineering, Atom Technology जैसी बहुत ही महत्वपूर्ण तकनीकों का आविष्कार हुआ है।

आप अभी भी इस सदी में टेक्नोलॉजी में विकास को लगा कर देख रहे हैं वर्तमान समय में वैज्ञानिकों के द्वारा Artificial Intelligence, Robotics, Machine Learning आदि पर काम किया जा रहा है।

टेक्नोलॉजी के प्रकार – Types Of Technology in Hindi 

रोज की जिंदगी में अलग-अलग तरह के काम करने के लिए हम विभिन्न प्रकार की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं अलग-अलग कामों की वजह से टेक्नॉलॉजी के अलग-अलग प्रकार होते हैं जिसके बारे में नीचे बताया गया है।

1. Information Technology

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का काफी महत्व है यह दोनों शब्द कंप्यूटर से जुड़े हैं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को संक्षिप्त में IT भी कहा जाता है।

दोस्तों यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की मदद से किसी भी Information को Store, Transfer और Process किया जाता है।

कंप्यूटर के आविष्कार ने दुनिया को पूरी तरह बदल दिया है आप आज के समय में हर एक जगह पर Information Technology का इस्तेमाल होते हुए देख सकते हैं।

बिजनेस, शिक्षा, चिकित्सा, बैंकिंग, जैसी सभी जगह पर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी(IT) का इस्तेमाल व्यापक रूप से किया जा रहा है।

2. Constructions Technology

इसे हिंदी में निर्माण तकनीक कहा जाता है यह टेक्नोलॉजी उन्नत और बुनियादी इमारतों और संरचनाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले विधियों और उपकरणों से संबंधित है।

निर्माण तकनीक को इस्तेमाल करते हुए बड़ी-बड़ी इमारतें, पुल, रेलवे ब्रिज, स्टेडियम जैसी चीजें बहुत ही उत्तम ढंग से बनाई जाती हैं।

इस तकनीक में भारी मशीनों और टूल्स के इस्तेमाल के साथ-साथ बिल्डिंग और पुलो का डिजिटल चित्र बनाने के लिए Computer और Software का भी इस्तेमाल किया जाता है।

आप कह सकते हैं कि Construction Technology में काफी बड़े पैमाने पर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है।

3. Communication Technology

इसे हिंदी में संचार टेक्नोलॉजी कहते हैं यह बहुत ही कमाल की टेक्नोलॉजी है जिसका प्रयोग भावनाओं को अभिव्यक्त करने के लिए, जानकारी साझा करने के लिए और विचारों का आदान प्रदान करने के लिए किया जाता है।

सही तरीके से देखा जाए तो कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का ही एक हिस्सा है इस टेक्नोलॉजी की मदद से Radio, Telephone, Television, जैसी विभिन्न उपकरणों का प्रयोग करते हुए सूचना या डाटा को प्रसारित किया जाता है।

4. Transportation Technology

परिवहन टेक्नोलॉजी, एक ऐसी तकनीक है जिसमे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके परिवहन को आसान और सुविधाजनक बनाया जाता है।

वर्तमान समय में हम ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजी की मदद से ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर यात्रा कर पाते हैं इस टेक्नोलॉजी की वजह से ही सड़कें, रेल, हवाई अड्डे जैसी परिवहन सुविधाएं हमें मिलती हैं।

Transportation Technology का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे इंसान का समय काफी बच जाता है साथ ही यात्रा में लगने वाले पैसे की भी बचत होती है।

5. Agriculture Technology

कृषि इंसानों की मूलभूत जरुरत है इसी के लिए कृषि क्षेत्र में लगातार नए नए तरह के प्रयोग करने के लिए कृषि टेक्नालॉजी को बढ़ावा दिया जा रहा है।

वैसे तो इस तकनीक का इस्तेमाल कृषि के क्षेत्र में पाषाण काल से ही किया जा रहा है लेकिन अब फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए इस टेक्नोलॉजी में नए तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं।

इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए वर्तमान समय में खेती में ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, सिंचाई उपकरण और जुताई करने वाले उपकरण का लगातार विकास किया जा रहा है।

इस तरह की तकनीक में पैकेजिंग और शोर्टिंग उत्पादों से लेकर पशुओं को खिलाने पिलाने, अनाज को फेंकने, निराई गुड़ाई करने, फसलों की कढ़ाई करने और फसलों को खरपतवार और कीटों से बचाने के लिए साथ ही साथ मिट्टी की क्षमता बढ़ाने के लिए और नए तरह के बीजों के आविष्कार के लिए कृषि तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

6. Medical Technology

टेक्नोलॉजी का सबसे अधिक प्रभाव इंसानी जीवन को अधिक आरामदायक बनाने में देखा गया है और यह इसका सबसे बड़ा फायदा भी है चिकित्सा के क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी इंसान की कई तरीके से मदद करती हैं।

आज के समय में चिकित्सा के क्षेत्र में अलग-अलग तरह की इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से सभी प्रकार की चिकित्सा संबंधी जटिलताओं की समस्या का समाधान किया जाता है जैसे विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन।

चिकित्सा के क्षेत्र में हुए विकास की वजह से ही मेडिकल टेक्नोलॉजी को प्रयोग करते हुए समय से पहले गंभीर बीमारियों के बारे में पता लगाया जाता है और उनका इलाज भी सुनिश्चित किया जाता है।

7. Space Technology

जैसा कि नाम से पता चल रहा है इस टेक्नोलॉजी में अंतरिक्ष से जुड़े अलग-अलग तकनीके होती है इस टेक्नोलॉजी में Basically हम अंतरिक्ष यान, उपग्रह, अंतरिक्ष स्टेशन, सेटेलाइट, रेडियो स्टेशन, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, रिमोट सेंसिंग, पृथ्वी विज्ञान और खगोल विज्ञान जैसी तकनीकों के बारे में बात करते हैं।

अंतरिक्ष तकनीक की मदद से हम आसानी से प्राकृतिक आपदाओं का समय से पहले पता लगा सकते हैं, मौसम का अनुमान लगा सकते हैं, ग्रहों की स्थिति के बारे में पता कर सकते हैं साथ ही नए ग्रहों की खोज भी कर सकते हैं।

8. Network Technology

आज के जमाने में यह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण तकनीक कही जा सकती है क्योंकि इसी की वजह से हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए उससे जुड़े सभी तरह के कामकाज करते हैं जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, टि्वटर आदि।

Network Technology की मदद से ही हम किसी भी संदेश को कुछ ही सेकेंड के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेज सकते हैं।

इस तरीके में वायर और वायरलेस दोनों तरीके से Data Transfer किया जाता है कम्युनिकेशन तकनीक भी इसी टेक्नोलॉजी पर निर्भर करती है।

इन दोनों तरह की तकनीकों के संबंध में हम कह सकते हैं कि अगर Network Technology नहीं होगी तो Communication Technology के अस्तित्व के बारे में भी नहीं सोचा जा सकता।

9. Entertainment Technology

मनोरंजन को अच्छा बनाने के लिए जिस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है उसे एंटरटेनमेंट टेक्नोलॉजी या मनोरंजन प्रौद्योगिकी रूप में जाना जाता है।

आज के समय में मनोरंजन के लिए बहुत सारी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे टीवी, मोबाइल फोन, लैपटॉप, एलसीडी, सिनेमा हॉल, सोशल मीडिया, वीएफएक्स वीडियो स्ट्रीमिंग आदि।

दोस्तों इन सभी चीजों का आविष्कार Entertainment Technology की मदद से ही किया गया है और यह अब हमारे मनोरंजन को और बेहतर करने का काम कर रही है।

10. Education Technology

हिंदी में इसे शैक्षिक प्रौद्योगिकी कहा जाता है इस तकनीक की मदद से ही कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का इस्तेमाल शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक रूप से किया जा रहा है।

Virtual Classroom और Online Classes, Education Technology का सबसे अच्छा उदाहरण है शिक्षा के क्षेत्र में इस तकनीक के बहुत सारे फायदे देखे जाते हैं।

विद्यार्थी इंटरनेट की मदद से अपनी पढ़ाई लिखाई का काम कर सकते हैं, ऑनलाइन मॉक टेस्ट दे सकते हैं, कंप्यूटर में Graphical Representation की मदद से किसी भी मुश्किल Concept को आसानी से समझ सकते हैं साथ ही साथ ऑनलाइन परीक्षा भी दे सकते हैं।

Education Technology की मदद से आप जो भी प्रतियोगी परीक्षा देते हैं उनके परिणाम को इंटरनेट के द्वारा ही Access कर सकते हैं।

11. Artificial Intelligence Technology

कृत्रिम बुद्धिमत्ता या फिर Artificial Intelligence वर्तमान समय में तकनीक का सबसे नवीनतम रूप है जिसकी मदद से इंसानों की तरह सोचने वाले और समझ रखने वाले कृत्रिम दिमागों का निर्माण किया जा रहा है।

विशेष रुप से कृत्रिम बुद्धिमता तकनीक का इस्तेमाल रोबोट बनाने में किया जाता है हालांकि अन्य क्षेत्रों में भी इसका प्रभाव देखने को मिला है।

Artificial Intelligence सामान्य रूप से कंप्यूटर के प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर होते हैं जिनकी मदद से मशीनों को काम करने के लिए Smart बनाया जाता है कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से बनाए गए रोबोट और मशीन इंसानों की तरह निर्णय ले सकते हैं।

12. Business Technology

यह एक ऐसी तकनीक है जो किसी भी बिजनेस को चलाने और उसे आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है व्यवसाय तकनीक में विशेष रुप से हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का Combination होता है।

कई बिजनेस अपनी वृद्धि को और बेहतर करने के लिए इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल करते हैं छोटे व्यवसायों ने बड़ी कंपनियों को टक्कर देने के लिए बड़े पैमाने पर इस तकनीक का इस्तेमाल किया है।

13. Assistive Technology

हिंदी में इसे सहायक तकनीक कहते हैं इस तकनीक का इस्तेमाल विशेष रूप से ऐसे लोगों के लिए क्या जाता है जो खुद से काम करने में असफल है जैसे विकलांग।

इस तकनीक का हिंदी में अर्थ है अतिरिक्त मदद या हाथ की सहायता प्रदान करना सहायक तकनीक का इस्तेमाल इसी तरीके से किया जाता है।

जैसे स्कूलों में ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों को बेहतर तरीके से सिखाया जाता है, विकलांगों की मदद की जाती है इसके साथ जो भी लोग Type करने में असमर्थ हैं उन्हें Speech Recognition के माध्यम से कंप्यूटर का उपयोग करने में सक्षम बनाया जाता है।

14. Robotics Technology

रोबोट तकनीक में विशेष रूप से हम रोबोट के डिजाइन, उसका निर्माण, उस में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के प्रोग्रामों का निर्माण आदि के बारे में बात करते हैं।

आप तो जानते ही हैं कि बड़ी-बड़ी कंपनियों और उद्योगों में भारी कामों के लिए मशीनों और रोबोटों का इस्तेमाल किया जाता है।

रोबोट किसी काम को बहुत ही तेज गति से और बिना थके हुए कर सकते हैं Robotics Technology की मदद से बहुत से जटिल कार्य को करना आसान हो गया है इस तकनीक की मदद से ऐसे कामों को बहुत आसानी से किया जा सकता है जो मानव के लिए करना लगभग असंभव है।

15. Fixed Technology

इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किसी विशेष उत्पाद या विषय क्षेत्र में किया जाता है जैसे कवकनाशी यह ऐसे उत्पाद हैं जिनकी मदद से बैक्टीरिया, कवक, वायरस और मोल्ड आदि को हटाया जाता है।

16. Flexible Technology

Flexible Technology, एक ऐसी तकनीक है जिसका प्रयोग कई अलग-अलग क्षेत्रों में जैसे Micro Chip से बने हुए उत्पादों का प्रयोग टेलीविजन, टेलीफोन, कंप्यूटर, मशीन आदि में किया जाता है |

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  • इंटरनेट क्या है पूरी जानकारी 
  • गूगल क्या है 
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वर्तमान समय में इस्तेमाल होने वाली टेक्नोलॉजी क्या है

इस समय बहुत ही Latest Technology इस्तेमाल की जा रही है इसके बारे में नीचे बताया है।

  • Artificial Intelligence (AI)
  • Machine Learning
  • Augmented Analytics
  • Air Taxi – Bell Helicopter
  • Double Language Earbuds
  • All Bezel Less Screen
  • Wireless Laptop Charger
  • Self Driving Car
  • Mega Pixel Phone
  • Big Aperture
  • LiFi Technology
  • 5G Technology

Advance Technology क्या है

तकनीक गतिशील है और यह लगातार बदलती रहती है क्योंकि हमारी जरुरते और मांगे भी लगातार बदलती रहती हैं और उसी हिसाब से अग्रिम तकनीक काम करती है।

गतिशील तकनीक की वजह से ही हम औद्योगिक क्रांति से इंफॉर्मेशन काल में आ गए हैं औद्योगिक क्रांति के दौरान बड़ी पूंजी वाली Companies में अधिक लाभ हासिल करने के लिए महंगी तकनीक साधन स्थापित करने की क्षमता थी।

हालांकि उस समय पर छोटी Companies में यह क्षमता कम थी क्योंकि वह उस समय पर महंगे Manufacturing Equipments नहीं खरीद सकते थे।

लेकिन अब तकनीक के क्षेत्र में उन्नति ने एक नया वातावरण बनाया है जो सूचना पर निर्भर करता है और इसीलिए आज हम इसे इंफॉर्मेशन युग कहते हैं।

यह युग एक अलग तरह का वातावरण प्रदान करता है जिससे छोटे बिजनेस या कंपनी को अत्यधिक Competitive Market में अपनी स्थिति हासिल करने और उसे बनाए रखने में मदद मिलती है।

टेक्नोलॉजी के प्रभाव

टेक्नॉलॉजी के बढते विकास में हमारे सोचने समझने, रहने और आसपास के वातावरण के स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया है।

धातु और खनिजों की खोजबीन के लिए बड़े पैमाने पर भूमि की खुदाई की जा रही है साथ ही लकड़ी प्राप्त करने के लिए जंगलों को काटा जा रहा है जो कि बहुत गलत है।

टेक्नोलॉजी के विकास की वजह से ही हमने प्रयोगशाला में बहुत से Chemical Compounds को संश्लेषित किया है जिनकी वजह से हमारे वातावरण में CO2 का उत्सर्जन बढ़ा है।

जंगलों की कटाई, पर्यावरण में लगातार परिवर्तन, अम्ल वर्षा और रेडियोधर्मी प्रदूषण जैसी समस्याएं और ओजोन परत में छेद मनुष्य के द्वारा विकसित और प्रयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकी की वजह से हैं।

तकनीकी ने युद्ध और युद्ध के मैदान की अवधारणा को पूरी तरह बदल दिया है इसने हमें युद्ध में जनसंहार करने के लिए मशीन और घातक हथियार बनाने की अनुमति दी है।

पहले विश्वयुद्ध और दूसरे विश्वयुद्ध के बीच में किसी भी युद्ध के मुकाबले सबसे अधिक लोग मारे गए थे यह सब टेक्नोलॉजी की वजह से ही हुआ है।

इन्हीं सब बिंदुओं पर विचार करते हुए वर्तमान समय में इंसान उस तरह की तकनीक का विकास कर रहा है जो पर्यावरण और स्वयं के विकास के लिए अच्छी है इसमें कुछ बुरा नहीं है।

टेक्नोलॉजी की वजह से हमारे जीवन की गुणवत्ता काफी बढ़ गई है तकनीक और वैज्ञानिक प्रयोग की वजह से अब हम उन बीमारियों का समय से पहले पता लगा ले लेते हैं जो पहले के समय में बहुत घातक हुआ करती थी।

आज के समय में तकनीक की बदौलत एक ऐसे समाज का निर्माण किया गया है जहां पर कोई भी इंसान इंटरनेट के मोबाइल से किसी भी तरह के ज्ञान को ले भी सकता है और दे भी सकता है।

उसी तरह प्रौद्योगिकी की वजह से उस तरह की मशीनों का निर्माण किया गया है जिनसे बहुत भारी काम आसानी से और बहुत कम समय में किए जा सकते हैं इस तरह की टेक्नोलॉजी के विकास के लिए विशेष रूप से धन्यवाद।

टेक्नोलॉजी के फायदे और नुकसान – Advantages and Disadvantages Of Technology in hindi

तकनीक एक ऐसी चीज है जो हमेशा से ही विवादों में रही है क्योंकि इसके संबंध में कोई कहता है कि तकनीक एक अभिशाप है और यह विनाश का कारण बनती है।

वहीं कुछ लोग कहते हैं कि तकनीक एक वरदान है जिसकी मदद से चीजों को आसान बनाया जाता है आप इसके बारे में क्या राय रखते हैं कमेंट करके जरूर बताएं।

देखिए तकनीक वास्तव में एक बहुत अच्छी चीज है इसने इंसानी जीवन को बहुत आसान और आरामदायक बना दिया है तकनीक के प्रयोग से हमारे समय की बचत होती है और हम कोई भी काम बिल्कुल सटीकता से कर पाते हैं।

हालांकि हम सिर्फ तकनीक के फायदों के बारे में ही बात नहीं कर सकते इसके कुछ नुकसान भी व्यापक रूप से देखे जाते हैं।

अगर तकनीक के नुकसान की ओर देखें तो पता चला है कि वर्तमान समय में लोग स्मार्टफोन के अधिक इस्तेमाल से अवसाद और डिप्रेशन के शिकार हुए हैं।

वही टेक्नोलॉजी की गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर लाखों लोगों की जान भी गई है जैसे हिरोशिमा और नागासाकी पर डाला गया परमाणु बम।

लेकिन तकनीक के दुष्परिणामों के लिए टेक्नोलॉजी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि यह तो इंसानी नियंत्रण के द्वारा संचालित होती है।

अगर तकनीक का सही तरीके से विकास के लिए इस्तेमाल किया जाए तो यह बहुत अच्छी चीज है नीचे इसके फायदे और नुकसान के बारे में बात की गई है।

टेक्नोलॉजी के फायदे क्या है – Advantages Of Technology In Hindi 

  • तकनीक की मदद से कोई भी काम आसान हो जाता है और समय की बचत भी होती है।
  • इसकी मदद से हमारा जीवन आरामदायक बनता है।
  • तकनीक की बदौलत ही हम किसी भी सूचना को दुनिया के किसी भी कोने से Access कर सकते हैं।
  • इंटरनेट की मदद से आप Remote Working कर सकते हैं इसमें आपको ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं है।
  • Games, Movies, Social Media जैसे मनोरंजन के साधन हमें टेक्नोलॉजी की मदद से ही प्राप्त हुए हैं जिनसे हम रोजाना मनोरंजन कर सकते हैं।
  • तकनीक की मदद से हम कई सारे काम Automatic कर सकते हैं इससे समय, ऊर्जा और धन की बचत होती है।
  • ऐसे लोग जो आप से काफी दूर रहते हैं उनसे आप कम्युनिकेशन और नेटवर्क टेक्नोलॉजी की मदद से जुड़ सकते हैं।
  • चिकित्सा के क्षेत्र में छोटे-छोटे टूल्स से लेकर बड़े बड़े ऑपरेशन करने तक तकनीक का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है।
  • इमारत और सड़क बनाने जैसे निर्माण कार्य को कम खर्च और सटीकता से बनाने में तकनीक बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होती है।
  • कृषि के क्षेत्र में भी आप लगातार तकनीक का इस्तेमाल देख रहे हैं इससे किसानों की आय में वृद्धि हुई है साथ ही फसल उत्पादन में भी इजाफा हुआ है।
  • आवागमन के लिए सड़कें, रेल मार्ग, हवाई मार्ग जैसी सुविधाएं हमें तकनीक के बढ़ते विकास से ही मिली है।
  • तकनीक की वजह से शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बदलाव देखा गया है आज के समय में आप ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं और परिणाम भी आप ऑनलाइन ही देख सकते हैं।

टेक्नोलॉजी के नुकसान क्या है – Disadvantage Of Technology in Hindi 

  • तकनीक का सबसे ज्यादा नुकसान इंसानी स्वास्थ्य पर देखा गया है इसकी वजह से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं।
  • तकनीक के बढ़ते प्रयोग की वजह से लोग आलसी हो गए हैं क्योंकि अधिकतर काम अब आप Automation और Robotics के जरिए कर सकते हैं।
  • लगातार लोग कंप्यूटर या मोबाइल फोन की स्क्रीन पर लगे रहते हैं इससे त्वचा रोग और आंख संबंधी समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • नई पीढ़ी इस समय सोशल मीडिया और इंटरनेट की आदि हो रही है ज्यादा इंटरनेट और सोशल मीडिया इस्तेमाल करने की वजह से Youngsters Depression का शिकार हो रहे हैं।
  • बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अपने काम की वजह से लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठे रहते हैं ऐसे लोगों में घुटने, पीठ और गर्दन में दर्द की शिकायत देखी गई है।
  • टेक्नोलॉजी का नुकसान छोटे बच्चों पर भी देखने को मिला है देखा गया है कि आजकल छोटे बच्चे इंटरनेट पर गलत चीज देखकर मानसिक रोगी बन गए हैं।
  • तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से पर्यावरण पर गंभीर परिणाम देखे गए हैं मोबाइल टॉवर्स के बढ़ते प्रयोग की वजह से खतरनाक रेडिएशन निकलता है जिसके कारण लाखों पक्षी मारे जाते हैं।
  • Industrial Waste को खुले में छोड़ने पर हवा, मिट्टी, पानी जैसे पर्यावरण के तत्वों पर काफी बुरा प्रभाव देखा गया है इससे लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है।
  • ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हें सोशल मीडिया की लत लग चुकी है तकनीक के इस दुरुपयोग की वजह से लोगों का कीमती समय बर्बाद हो रहा है।
  • टेक्नोलॉजी के लगातार बढ़ते प्रयोग की वजह से लोग थोड़े से असामाजिक हो गए हैं वह इंटरनेट को ही अपना सच्चा साथी समझने लगे हैं।

मानव जाति के लिए टेक्नोलॉजी वरदान है या अभिशाप

टेक्नोलॉजी के प्रभावों का सही तरीके से अध्ययन करते है तो पता चलता है कि हमारे जीवन पर तकनीक के अच्छे और बुरे दोनों तरह के प्रभाव पड़ते हैं।

हम तकनीक को किस तरीके से इस्तेमाल करते हैं यह पूरी तरीके से हम पर निर्भर करता है क्योंकि तकनीक के इस्तेमाल से किसी भी तरह की समस्या को सुलझाया जा सकता है।

आज लगभग हर एक क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है वास्तव में तकनीक की मदद से जीवन को बचाया जा सकता है क्योंकि प्रमुख ऑपरेशन, स्कैन, चिकित्सा निदान तकनीक की बदौलत ही संभव है।

वहीं अगर आप गलत तरीके से इस्तेमाल करें तो इससे जीवन का विनाश भी किया जा सकता है जैसे अगर आप किसी भी स्थान पर परमाणु बम चला दे तो।

तकनीक एक ऐसा साधन है जिससे असीम शक्ति प्राप्त की जा सकती है जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि आप तकनीक का सही तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं और गलत तरीके से भी यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है।

इसीलिए मानव जाति के लिए तकनीक वरदान है या अभिशाप यह पूरी तरीके से इंसानों और उनके द्वारा इसे किस तरह इस्तेमाल किया जाता है पर निर्भर करता है

दोस्तों आज इस पोस्ट के माध्यम से आपने Technology Kya Hai In Hindi के बारे में विस्तार से जाना है हम आशा करते हैं कि आपको इस पोस्ट से टेक्नोलॉजी क्या है के संबंध में पूरी जानकारी मिली होगी।

इस पोस्ट के द्वारा हमने आपको टेक्नोलॉजी के संबंध में सभी तरह की जानकारी विस्तार से भी है इस लेख के संबंध में अगर आपका कोई सुझाव या संदेह है तो हमें कमेंट में जरूर बताएं।         

FAQ : Technology Kya Hai In Hindi 

Q1. टेक्नोलॉजी कितने प्रकार की होती है.

Ans : टेक्नोलॉजी के कई सारे प्रकार हैं जैसे Medical Technology, Information Technology, Transportation Technology, Construction Technology, Communication Technology और Network Technology आदि।

Q2.  टेक्नोलॉजी क्या है और इसका महत्व क्या है?

Ans : Technology को हम एक ऐसे शब्द के रूप में जान सकते हैं जिससे इंसानी जीवन को आसान बनाया जा सकता है मानव जीवन पर इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव देखे जाते हैं।

Q3. टेक्नोलॉजी शब्द कौन सी भाषा का है?

Ans : Technology शब्द अंग्रेजी भाषा का है हिंदी में इसका मतलब प्रौद्योगिकी होता है।

Q4. टेक्नोलॉजी का उपयोग क्या है?

Ans : टेक्नोलॉजी का मानव जीवन में बहुत ज्यादा उपयोग है इसकी मदद से हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं, घर बैठे इंटरनेट की मदद से किसी भी तरह की सूचना प्राप्त कर सकते हैं, मोबाइल की मदद से ऑनलाइन लेनदेन कर सकते हैं, और मशीनों व रोबोट की मदद से ऐसे काम कर सकते हैं जिन्हें इंसानों के द्वारा करना लगभग असंभव है।

Q5.  टेक्नोलॉजी को सरल शब्दों में क्या कहते हैं?

Ans : Technology या प्रौद्योगिकी को सरल शब्दों में ‘मानव जीवन के व्यावहारिक उद्देश्य के लिए वैज्ञानिक ज्ञान के अनुप्रयोग’ के रूप में परिभाषित किया जाता है।

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मेरा नाम शनि कुमार सैनी है मुझे इंटरनेट के जरिये लोगो के साथ जानकारी साझा करना अच्छा लगता है मैं इस ब्लॉग के जरिये लोगो के साथ टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन पैसे कमाने का तरीका शेयर करता हु

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तकनीकी पर निबंध

Technology Essay in Hindi: प्रोद्योगिकी (Technology) ने हमारे जीवन को काफी प्रभावित किया हैं। विज्ञान ने कई अविष्कार ऐसे किये हैं, जिसने हमारे जीवन को काफी आसान बना दिया हैं। हमारे जीवन को बेहतर रूप देने के लिए तकनीक का काफी उपयोग रहा हैं।

Technology Essay in Hindi

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में तकनीक पर निबंध (Essay on Technology in Hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।

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तकनीकी पर निबंध | Technology Essay in Hindi

तकनीकी पर निबंध (250 शब्द) .

जैसा कि हम आज जान चुके हैं कि तकनीक के बिना हमारा जीवन बदल चूका हैं। तकनीक ने हमारे कामों को काफी आसान बना दिया हैं और आज हम जो भी काम तेजी से करते हैं, उन सब के पीछे कहीं न कहीं तकनीक ही छुपी होती हैं।

विज्ञान और तकनीक ने हमारे जीवन को काफी प्रभावित किया हैं। तकनीक ने हमारे जीवन जीने के ढंग को आसान बना दिया हैं। मोबाइल फ़ोन पर बात करने से अच्छा अनुभव मिलता हैं, यह भी तकनीक से ही संभव हुआ हैं।

तकनीक ने राष्ट्र के विकास और राष्ट की सुरक्षा और स्वच्छता में भी काफी अहम योगदान दिया है। देश की सीमा पर हमारे जवान जिन आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल हमें दुश्मनों से बचने के लिए करते हैं वो भी तकनीक की ही देन हैं।

तकनीक ने कई क्षेत्रों में खोज की हैं, जिसमें चिकित्सा, रक्षा, शिक्षा इत्यादि और इनके बुनियादी ढाचे को मजबूत बनाने में भी तकनीक ने काफी अहम योगदान दिया हैं। अगर आज विज्ञान और तकनीक प्रकृति नहीं करती तो हमारे जीवन जीने का ढंग अलग होता और हो सकता हैं हम जीवन जीने में वो स्वंत्रता महसूस नहीं करते जो हम आज करते हैं।

कंप्यूटर भी एक तरह की तकनीक ही हैं, जिससे हम कई ऐसे काम करते हैं जो हम करना चाहते हैं। कई घंटो के काम को मिनटों में करने वाला कंप्यूटर आज हमारे जीवन का एक अहम अंग बन चूका हैं। यह भी तकनीक का ही एक हम पर एहसान हैं। बढती तकनिकी के लिए हमें हमारे देश के वैज्ञानिकों को धन्यवाद कहना चाहिए।

तकनीकी पर निबंध (800 शब्द) 

विज्ञान और तकनीक ने हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल दिया हैं। हम विज्ञान और तकनीक को हमारे एक डिजिटल साथ मन सकते है। तकनीक ने हमारे जीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया हैं। तकनीक के बिना हर काम करना मुश्किल हो जाता हैं। आज हम मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो वो भी तकनीक का ही एक भाग हैं।

विज्ञान और तकनीक को आज हर राष्ट्र में लागू किया गया हैं। राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भी तकनीक काफी महत्वपूर्ण हैं। कहीं न कहीं तकनीक भी एक मुख्य साधन हैं, जिसकी सहायता से हम हर कोई काम आसानी से कर सकते हैं।

तकनीक की सहायता से कई ऐसे उपकरण देश और दुनिया में बनाये गये हैं, जो लोगों के जीवन को तेज करने में मदद करती हैं। विज्ञान और तकनीक एक समान में एक ही हैं और इन दोनों का एक जोड़ ही अच्छे-अच्छे उपकरणों का विकास करने में सक्षम हैं।

तकनीक की परिभाषा

मानव की समस्यों के समाधान के लिए और काम को आसान बनाने के लिए जो औजार और संसाधनों का इस्तेमाल किया जाता हैं, वो तकनीक के अंतर्गत ही आते हैं। तकनीक की सहायता से हम हर वो काम करने में सक्षम रहते हैं जो हमारे लिए बेहद जरुरी हैं। तकनीक और विज्ञान दोनों एक सामान से ही हैं। तकनीक की सहायता से हर काम आसानी से हो जाता हैं।

वर्तमान में आधुनिक तकनीकी

वर्तमान में तकनीक का दायरा काफी बढ़ चूका हैं। विश्व के हर देश और शहर यहा तक की एक छोटे से गाँव में भी तकनीक का दायरा बढ़ चूका हैं। वर्तमान में मानवीय समस्याएं सुलझाने के लिए कई तकनीक का सहारा लेते हैं। तकनीक की वजह से आज शिक्षा, चिकित्सा, रक्षा, विज्ञान की प्रगति के लिए मूल ढाचा बनाने के लिए भी तकनीकी इस्तेमाल होता हैं।

अगर आज तकनीक नहीं होती हैं तो हमारा जीवन जो आज वर्तमान में चल रहा हैं वो एकदम दुश्वार हो जाता हैं। तकनीक ने हमारे जीवन जीने का तरीका बदल देता हैं। मोबाइल, फ्रीज, टीवी इत्यादि का इस्तेमाल तकनीकी के सहारे ही होता हैं। वर्तमान में तकनीकी का दायरा काफी बढ़ रहा हैं और इसीलिए हर प्रकार की तकनीक के लिए हम विज्ञान को महान मानता हैं क्योंकि विज्ञान और तकनीक दोनों एक ही हैं।

तकनीकी के उदाहरण

बात करें तकनीक के उदाहरण की तो हम अपने आसपास कई ऐसी चीज़े देखते हैं जो हमें आधुनिक होने के बारे में बताती हैं, हमें एहसास दिलाती हैं। हम अपने आसपास ट्रेन, बस, इंजन, कंप्यूटर, मशीन, एटीएम इत्यादि देखते हैं वो सभी तकनीक के ही उदहारण हैं। हम उनके साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं। बस, ट्रेन से हम इधर-उधर जा सकते हैं, एटीएम से हम पैसे निकाल सकते हैं।

मोबाइल फ़ोन और कंप्यूटर और इनके साथ जितनी भी मशीनरी हैं वो सब तकनीक और तकनीकी के अंतर्गत ही आती हैं।

हम बाजार में कई चीज़े खाते हैं जैसे फास्टफूड या अन्य नमकीन चीजें वो सभी इसी तकनिकी के कारण इतनी तेज बन पाई हैं। वर्तमान में हर जगह तकनीकी का ही बोलबाला हैं। जहां देखो तकनीक अपना दम दिखा रही हैं।

तकनीकी पढाई

तकनीकी की पढाई करने से भी हमें तकनीकी के बारे में काफी कुछ सीखने को मिलता हैं। तकनीकी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका हैं और हमें इस के बारे में जितना हो सके पढना चाहिए और इसके बारे में सीखना चाहिए। भारत में ऐसी कई कॉलेज हैं, जहां पर आप तकनीक से सम्बंधित पढाई कर सकते हैं।

तकनीकी की पढ़ाई के बाद आपका करियर भी सही राह पर रहता हैं क्योंकि तकनीकी की आज काफी डिमांड हैं। तकनीकी के बारे में पढ़ने से और इसके बारे में सीखने से काफी कुछ नया सीखने को मिलता हैं और काफी कुछ जानने को मिलता है।

तकनीक आज हमारे जीवन का एह अहम हिस्सा बन चूका हैं। तकनीकी शिक्षा के बारे में पढ़ना भी अपने आप में एक विशिष्ठ माना जाता हैं।

अंतिम शब्द 

हमने यहां पर “तकनीकी पर निबंध (Essay on technology in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

  • कंप्यूटर पर निबंध
  • मोबाइल फोन पर निबंध
  • विज्ञान पर निबंध
  • टेलीविजन पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

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Science and technology essay in hindi विज्ञान और तकनीकी पर निबंध.

Read Science and Technology essay in Hindi 200, 400 and 1000 words. विज्ञान और तकनीकी पर निबंध। Science and Technology essay in Hindi language for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. Now learn the importance of science in Hindi and wonder of science essay in Hindi. What are the advantage and disadvantages of science in Hindi or Vigyan ke Chamatkar essay in Hindi or Vigyan ke Chamatkar par nibhandh or vigyan essay in Hindi . Here is Essay in Hindi on Science and essay on Science and Technology in Hindi language.

hindiinhindi Science and Technology Essay in hindi

Essay on Science and Technology In Hindi Language 300 Words

विज्ञान और तकनीकी की उन्नति ने विश्व के लोगो को बहुत लाभ पहुँचाया है। विज्ञान और तकनीकी के कारन ही हम आज बहुत अच्छा जीवन व्यतीत कर रहे है। प्राचीन समय मे विज्ञान और तकनीकी ना होने के कारन बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, लेकिन आज दुनिआ की तस्वीर विज्ञान और तकनीकी ने बदल कर रख दी है। आगे बढ़ने के लिए आज समाज मे विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में नए अविष्कार करना बहुत आवश्यक है।

आज कल हम विज्ञान और तकनीकी के जीवन मे रह रहे है जहा हम आधुनिक समय की तकनीकियों पर बहुत अधिक निर्भर है जिससे ये तो स्पष्ट है कि विज्ञानं ने लोगो के जीवन को बड़े स्तर पर प्रभावित किया है, जैसे कि विज्ञानं ने बैलगाड़ी युग को समाप्त करके मोटर चलित वाहनों का अविष्कार किया और सभी के जीवन को सरल और तेज बना दिआ। इसी तरह हमारे जीवन मे भी हमने जितने सुधर देखे है वो सभी विज्ञान और तकनीकी के कारन ही संभव हो सका है। अर्थव्यवस्था के क्षेत्र मे भी बहुत सुधर हुआ है जैसे कि गाँव अब कस्बों के रुप में और कस्बें शहरों के रुप में विकसित हो रहे हैं।

एक तरफ से देखे तो इसने लोगों की जीवन-शैली को सकारात्मक रुप से प्रभावित किया है और बहुत सारे व्यक्ति ऐसे भी है जिनके ऊपर विज्ञान और तकनीकी ने बहुत नकारात्मक प्रभाव भी डाला है। अब यह तो लोगो के ऊपर ही निर्भर करता है की वो विज्ञान और तकनीकी का किस तरह फायदा उठाते है या उन्हें हानि पहुंचती है।

आजकल के आधुनिक जीवन मे विज्ञान का कद बहुत बढ़ गया है। विश्व भर मे विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र मे कई देश निरंतर विकास कर रहे है, जिस वजह से यह उन देशो के लिए भी आवश्यक बन जाता है कि वह देश भी अपने विकास, प्रगति, सुरक्षा के लिहाज से विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र को विकसित करे। भारत के कुछ प्रसिद्ध वैज्ञानिक – सर जे.सी. बोस, श्रीनिवास रामानुजन, परमाणु ऊर्जा के जनक डॉ. हर गोबिंद सिंह खुराना, एस.एन. बोस, सी.वी. रमन, डॉ. होमी जे. भाभा, विक्रम साराभाई जिन्होंने अपने विभिन्न क्षेत्रों मे वैज्ञानिक शोध के माध्यम से तकनीकी उन्नति को संभव बना दिया और भारत को पूरे विश्व मे सम्मान दिलाया।

Science and Technology Essay In Hindi 500 Words

विज्ञान का शाब्दिक अर्थ होता है – विशेष ज्ञान। मनुष्य प्राचीन काल से ही नए-नए आविष्कार करके, विकास की सीढ़ियाँ तय करता आ रहा है। आज हम जिस युग में जी रहे हैं वह विज्ञान का युग है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान की उपलब्धियों के प्रभाव को देखा जा सकता है। विज्ञान के विभिन्न आविष्कारों ने मनुष्य जीवन को सुख-सुविधामय बना दिया है।

आज संसार के सभी देशों में औद्योगीकरण के क्षेत्र में आगे बढ़ने की होड़ मची हुई है। विविध वैज्ञानिक खोजों और तकनीकी आविष्कारों के सहारे के बिना इस होड़ में विजय नहीं पाई जा सकती। जीवन का ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां विज्ञान न पहुँचा हो – भोजन, वस्त्र, मकान, दुकान यहाँ तक कि आसमान सब में विज्ञान का ही बोलबाला है। भोजन बनाने के उपकरण, सिंथेटिक वस्त्र, भवननिर्माण में अभियांत्रिकी, व्यावसायिक कैलकुलेटर, कंप्यूटर तथा अंतरिक्ष में उपग्रह सभी विज्ञान की ही देन हैं। आज मनुष्य घर बैठे ही देश-विदेश में घटित घटनाएं देख सकता है, रेडियो द्वारा खबरें, संगीत सुन सकता है, विद्युत् के आविष्कार से अंधकार को प्रकाश में बदल सकता है और अपने घर को वातानुकूलित बना सकता है। आज ऐसा लगता है कि अगर वैज्ञानिक आविष्कारों को मनुष्य के जीवन से हटा दिया जाए तो मनुष्य का जीवन एकदम शून्य हो जाएगा।

चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में भी मनुष्य ने अत्याधिक प्रगति की है। आज मनुष्य ने विज्ञान की सहायता से चेचक, टी-बी आदि भयंकार रोगों को जड़ से ही समाप्त कर दिया है तथा हृदय एवं मस्तिष्क के ऑपरेशन भी संभव बना दिए हैं। कैंसर जैसा भयंकर रोग अब इतना असाध्य नहीं रहा है। आज विज्ञान ने अंधो की आंखें दी हैं, बहरों को कान। यहाँ तक कि प्लास्टिक सर्जरी द्वारा सभी अंगो का सुन्दर रूप प्रदान किया जा रहा है।

यह तो सभी स्वीकार करते हैं कि विज्ञान ने मनुष्य को बहुत अधिक सुख सुविधाएं प्रदान की हैं। प्राचीनकाल में लम्बी दूरियाँ तय करने में मनुष्य को वर्षो लग जाते थे, अनेक कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता था। लेकिन आज मोटरकार, रेलगाड़ी और वायुयान की सहायता से हजारों मील की दूरियाँ कुछ ही घंटों में तय कर ली जाती हैं। जलयान द्वारा बड़े से बड़े समुद्र को पार करके किसी भी देश में पहुँचा जा सकता है। इन वैज्ञानिक साधनों ने विश्व के देशों को बहुत पास ला दिया है। दूरी की दृष्टि से आज अमरीका, चीन, जापान, रूस तथा यूरोप के सभी देश वैसे ही हैं, जैसे कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता।

टेलीफोन का आविष्कार तो मनुष्य के लिए वरदान सिद्ध हुआ है। हजारों मील दूर बैठे हुए मनुष्य से हम टेलीफोन से बातचीत कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अब टेलीफोन पर बात करने वाले एक-दूसरे को देख भी सकते हैं। फैक्स, ईमेल, नेट के आविष्कारों ने तो संप्रेषण के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिए हैं।

आज मनुष्य ने विज्ञान की सहायता से संपूर्ण विश्व को अपनी मुट्ठी में कर लिया है पर उसकी इसी मुट्ठी से बहुत कुछ रेत की तरह फिसलता जा रहा है, इसलिए विज्ञान वरदान ही न रहकर किसी न किसी मायने में अभिशाप भी बन गया है। इसका कारण यह है कि एक ओर मनुष्य जहाँ विज्ञान का उपयोग अपने हित में कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भंयकर अस्त्र-शस्त्रों द्वारा मनुष्य की सभ्यता, संस्कृति और उसकी अब तक अर्जित समस्त पूँजी को भस्मीभूत कर देने की तैयारी भी कर रहा है। वैज्ञानिकों ने ऐसे अणुबमों का आविष्कार किया है कि दुर्भाग्यवश यदि कभी उनका विस्फोट हुआ तो देश के देश काल के गाल में चले जाएंगे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमरीका ने जापान पर परमाणु बमों का प्रयोग किया था, जिसके दुष्परिणाम आज भी वहाँ के लोग भोग रहे हैं।

अत: विज्ञान के संहारक अस्त्र-शस्त्रों ने उसे हमारे लिए अभिशाप बना दिया है। आज इतने घातक हथियारों का निर्माण हो चुका है और इतने संहारक रसायनों का पता लगाया जा चुका है कि सारा संसार मिनटों में नष्ट किया जा सकता है। विज्ञान को अभिशाप से बचाने के लिए विश्व व्यवस्था में परिवर्तन करना होगा। नई व्यवस्था में हथियारों की होड़ समाप्त होगी और तभी विज्ञान अभिशाप कहलाने के कलंक से बच सकेगा और मानवता के लिए कल्याणकारी सिद्ध हो सकेगा। यदि आज मनुष्य विज्ञान के बढ़ते चरणों को सही दिशा में नहीं ले जाता तो विज्ञान विश्व को मिनटों में तहस-नहस कर देगा।

Science and Technology Essay In Hindi 800 Words

विज्ञान और वैज्ञानिक आविष्कारों ने हमारे जगत और जीवन की काया ही पलट कर रख दी है। आज का युग विज्ञान का युग है। चारों और वैज्ञानिक विकास, खोज और अन्वेषणों की धूम है। सब तरफ “जय विज्ञान” का नारा गूंजता सुनाई पड़ रहा है। संसार का कोई देश, प्रांत अथवा कोना ऐसा नहीं है जहां विज्ञान ने अपने चरण-चिन्हों की छाप न छोड़ी हो।

विज्ञान के अनेक वरदान हैं। इनके कारण जीवन बहुत सुविधाजनक, सुखमय, गतिशील और अधिक उपयोगी हो गया है। मानव अब समय, स्थान और अनावश्यक श्रम तथा बेगार से बहुत हद तक मुक्त हो गया है। अब इसके पास फुर्सत का लम्बा समय है जिसका प्रयोग वह अपने मनोरंजन और अपने शौक को पूरा करने में करता है। दूरियां सिमट गई हैं। सारा संसार एक विश्व ग्राम में बदल गया है। इससे परस्पर निर्भरता, सहयोग तथा संगठन बढ़ा है। वायुयान ऐसे हैं कि ध्वनि की गति से भी तेज उड़ सकते हैं। रेलगाड़ियां ऐसी कि एक घंटे में 500 किलोमीटर की दूरी तय कर लें। कार, स्कूटर, बसें, मोटर – साइकिल जैसे वाहन अब एक सामान्य बात हैं।

इसी प्रकार चिकित्सा के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व क्रांति देखी जा सकती है। हृदय तथा दूसरे महत्त्वपूर्ण अंगों का रोपण अब एक सच्चाई बन गया है। चेचक जैसी महामारी का अब नाम भी नहीं रहा। अनेक महामारियों पर विजय पा ली गई है। पहले जो कई रोग असाध्य और मृत्युदाई थे, आज वैसे नहीं रहे हैं। उनका सरलता से उपचार किया जा सकता है। परिणामत: मृत्यु दर घटी है, और उम्र बढ़ी है और स्वास्थ्य में आशातीत सुधार हुआ है।

दैनिक जीवन में भी वैज्ञानिक आविष्कारों ने एक सुखद क्रांति ला दी है। टी- वी, सिनेमा, विद्युत् शक्ति व ऊर्जा और इनसे चलने वाले विभिन्न उपकरणों ने घर-गृहस्थी को बहुत सुविधाजनक बना दिया है। बिजली ने रात को दिन में बदल दिया है। इसके द्वारा फ्रिज, एयरकंडीशनर, वाशिंग मशीन, मिक्सर ग्राइंडर, माइक्रोवेव ओवन आदि का उपयोग एक सामान्य बात हो गई है। प्राकृतिक गैस के प्रयोग से अब खाना बनाना बहुत सहज व सरल हो गया है। अब न चूल्हा फेंकने की जरूरत और न कोयले जलाने की। अब न उसे शीत के प्रकोप का डर है और न गर्मी की लू-लपट का भय। इस तरह विज्ञान ने हमारी सुख समृद्धि को जिस तरह फैलाया है और उस में वृद्धि की है, वह बहुत सुखद व प्रशंसनीय है। मानव के सशक्तिकरण में विज्ञान की अद्भुत भूमिका रही है।

हमारे देश भारत में ‘‘श्वेत” और ‘‘हरित क्रांतियां” भी विज्ञान का चमत्कार ही हैं। अब पर्याप्त मात्रा में और उचित मूल्य पर अनाज, दूध, दुग्धउत्पाद, फल, सब्जियां आदि उपलब्ध हैं। एक समय देश में आये दिन अकाल की स्थिति रहती थी और बाहर से अनाज आयात करना पड़ता था। आज हम चावल, गेहूँ, चीनी आदि दूसरे देशों को निर्यात कर रहे हैं। हमारे भंडार इन वस्तुओं से भरपूर हैं और अकाल व भुखमरी का प्रश्न ही नहीं उठता। आज हमारे किसानों को उन्नत उर्वरक, बीज, सिंचाई के साधन और यंत्र उपलब्ध हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने हमें सराहनीय सहयोग दिया है। आज साक्षरों का प्रतिशत निरंतर वृद्धि पर है। नये-नये स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय तथा प्रशिक्षण केन्द्र, इंजीनियरिंग कॉलेज आदि का विस्तार हो रहा है। कृत्रिम उपग्रहों, दूरदर्शन, रेडियो, पत्राचार आदि आधुनिक माध्यमों से शिक्षा गांव-गांव पहुंच रही है। अब विद्यालय लोगों के द्वार तक पहुंच रहे हैं। मुक्त विद्यालयों, रात्रि-पाठशालाओं और प्रौढशिक्षा आंदोलन ने इस क्षेत्र में भी क्रांति ला दी है। वह दिन दूर नहीं जब हम शत प्रतिशत साक्षरता का दम भर सकेंगे।

विज्ञान के इतने लाभ व वरदान हैं कि उनकी गिनती सरल नहीं लगती। लेकिन इस का एक दूसरा पक्ष भी है। जहां विज्ञान ने हमें इतने वरदान दिये हैं, वहीं कई अभिशाप भी। वैज्ञानिक प्रगति ने जीवन को निरा भौतिकवादी, कृत्रिम और मशीनी बना दिया है। जीवन में स्वार्थ व संकीर्णता बढ़ रहे हैं तथा संयम, त्याग, करुणा व परहित जैसे मानव मूल्यों का ह्रास हो रहा है। भौतिक सुखों और सुविधाओं की दौड़ में आज का मानव सच्चे सुख शांति, संतोष और आनंद से कोसों दूर चला गया है। जीवन में सुविधा और आराम है पर सुख नहीं। आज वह एड्स, कैंसर और कई अन्य जानलेवा बीमारियों से ग्रस्त है। तनाव, उच्च या निम्न रक्तचाप और मानसिक दबावों से वह अभिशप्त है। मशीनों ने जीवन को पंगु बना दया है।

आणविक व परमाणु शस्त्रों के विकास और उत्पादन ने विश्व को विनाश के कगार पर ला खड़ा किया है। आज हमारे पास जो अस्त्र-शस्त्र हैं उनकी मारक व विध्वंसक क्षमता बेजोड़ है। इनके उपयोग से सारे विश्व को अनेक बार तहस-नहस किया जा सकता है। अब अगर तीसरा विश्वयुद्ध हो जाए तो मानव का अस्तित्व ही समाप्त हो सकता है। हीरोशिमा व नागासाकी की याद ही दिल दहला देता है।

अत: यह प्रश्न उठना स्वाभाविक ही है कि विज्ञान वरदान है या अभिशाप। यह एक विवाद का विषय है। इस विषय पर चर्चाएं और वाद-विवाद होते हैं, आपस में विचारों का आदान-प्रदान होता है और उत्तर पाने के प्रयत्न। वस्तुतः विज्ञान तो एक शुद्ध और विशेष ज्ञान का नाम है। विज्ञान अपने आप में न वरदान है और न अभिशाप। यह तो उपयोग और व्यवहार की वस्तु है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसका कैसे प्रयोग करते हैं।

Science and Technology Essay In Hindi 1000 Words

रूपरेखा : विज्ञान का अर्थ और महत्त्व, आधुनिक युग विज्ञान का युग, मानव की मूलभूत आवश्यकताए और विज्ञान द्वारा उनकी पूर्ति, विज्ञान का औद्योगिक विकास में योगदान, विज्ञान और यातायात, विज्ञान और मनोरंजन, विज्ञान का दुरुपयोग, उपसंहार।

विज्ञान का अर्थ है – विशेष ज्ञान। प्रकृति ने मनुष्य को बृदधि देकर अन्य पशुओं से भिनन बनाया है। उस बुदधि का प्रयोग कर वह नित्य नए आविष्कार करता है और विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ता जाता है। किसी देश की वैज्ञानिक उपलब्धियाँ उसकी प्रगति का मानदंड बन गई है। यही कारण है कि आज के युग को विज्ञान का युग कहते हैं। मनुष्य के जीवन के प्रत्यक क्षेत्र में विज्ञान का प्रभाव है। सुबह जागने से लेकर रात को सोने तक हम किसी-न-किसी वैज्ञानिक सुविधा का लाभ उठाते हैं।

यों तो प्राचीन काल से ही विज्ञान का संबंध मानव जीवन से रहा है, किंतु आधुनिक युग में विज्ञान की प्रगति देखकर दाँतों तले उँगली दबानी पड़ती है। यातायात के तीव्रगामी साधनों ने विश्व को छोटा कर दिया है। संचार के साधनों में ऐसी खोजें हुई हैं जिनकी कल्पना करना भी कठिन था। हम घर बैठे न केवल किसी से तुरंत बातें कर सकते हैं बल्कि उसका चित्र भी देख सकते हैं। इंटरनेट, ई-मेल आदि का अपना ही आनंद है।

आज हर ओर विज्ञान का बोलबाला है। मनोरंजन का क्षेत्र भी उससे अछूता नहीं रहा। रेडियो-टेलीविज़न अब पिछले ज़माने की वस्तुएँ बनती जा रही हैं। वीडियो, कंप्यूटर ने मनोरंजन के नए-नए तरीके दिए हैं। सूचना के क्षेत्र में क्रांति हो रही है। संचार उपग्रहों के माध्यम से विश्व का कोई भी कोना कैमरे की आँख के लिए अदृश्य नहीं है।

जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं – भोजन, वस्त्र, आवास, बिजली, पानी आदि की पूर्ति के मूल में विज्ञान का बहुत बड़ा हाथ है। कृषि उत्पादन-वृद्धि में विभिन्न प्रकार के औज़ार, खाद उर्वरक और बीजों के नए-नए रूप विज्ञान के कारण ही संभव हो सके हैं। सिंचाई के साधनों-नहर, ट्यूबवेल, पंपिग सेट आदि विज्ञान की ही देन हैं। हरित क्रांति भी विज्ञान के कारण ही संभव हो सकी है, जिसके परिणामस्वरूप आज बंजर धरती भी हरी-भरी होकर लहलहाने लगी है। वैज्ञानिक साधनों के प्रयोग से हमारा देश अन्न की दृष्टि से न केवल आत्मनिर्भर हो गया है, अपित चावल, गेहूं आदि का निर्यात भी करने लगा है।

औद्योगिक विकास का आधार भी विज्ञान ही है। हज़ारों श्रमिकों का कार्य अब मशीने सरलता से और बहुत कम समय में पूरा कर देती हैं। सूती, ऊनी वस्त्रों के साथ टेरीलीन, टैरीकॉट, टेरीवूल आदि विविध प्रकार के अधिक टिकाऊ और आकर्षक वस्त्रों का उत्पादन विज्ञान के कारण ही संभव हो सका है।

विज्ञान की सहायता से ही गगनचुंबी भवनों, बाँधों, पुलों आदि का निर्माण हो रहा है। बिजली, जो हमारी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ सुख-सुविधाओं की अनेक वस्तुएँ प्रदान कर रही है, विज्ञान की ही देन है। आज बिजली की सहायता से ही हमारे असंख्य कलकारखाने चल रहे हैं और दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति हो रही है।

विज्ञान की सहायता से आज जन साधारण को भी चिकित्सा की सभी सुविधाएँ प्राप्त हो सकी हैं। विगत 50 वर्षों में ही चिकित्सा की इस सुविधा से हमारे देश की मृत्यु दर घट गई है और औसत आयु 26-27 से बढ़कर 64-65 वर्ष की हो गई है।

निस्संदेह मानव-जीवन को नीरोग एवं सुखी बनाने में विज्ञान का महान योगदान है। असाध्य समझे जाने वाले रोग भी अब साध्य होते जा रहे हैं। मनुष्य के हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क जैसे कोमल अंगों के भयानक रोगों का उपचार बड़ी सरलता से हो रहा है। बीमारियों का पता लगाने के लिए एक्स-रे, कैन-स्कैनर, बॉडी स्कैनर जैसी सूक्ष्म एवं शक्तिशाली मशीनों का आविष्कार हो चुका है। आज तपेदिक जैसी भयंकर बीमारी पर भी विज्ञान ने विजय प्राप्त कर ली है।

यह विज्ञान का चमत्कार ही है कि प्राचीन काल में जो सुख-सुविधाएँ राजा-महाराजाओं के लिए भी कल्पना की वस्तुएँ थीं वे आज सामान्य मानव के लिए सहज सुलभ हैं।

विज्ञान और मनुष्य का संबंध केवल उपकरणों, आविष्कारों तक ही सीमित नहीं है अपितु विज्ञान ने मनुष्य की विचारधारा भी बदली है। आज मनुष्य में अपने विश्वासों, रीतियों, मान्यताओं को वैज्ञानिक तर्क की कसौटी पर कसने की प्रवृत्ति बढ़ी है। इससे मनुष्य अंधविश्वासों और कुरीतियों को त्याग सका है। उसके रहने और सोचने के ढंग में बदलाव आया है।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि विज्ञान और मनुष्य में अटूट संबंध है। विज्ञान की हर खोज मानव समाज के लिए होती है और उस खोज के पीछे मनुष्य की ही बुद्धि होती है। दोनों एक-दूसरे पर आश्रित हैं।

यद्यपि मानव जीवन के भौतिक उत्कर्ष, सुख-सुविधा के साधनों के रूप में विज्ञान का महान योगदान है तथापि वैज्ञानिक आविष्कारों के दुरुपयोग से उसका भावी जीवन खतरे में पड़ता जा रहा है। एक से बढ़कर एक घातक हथियारों-भयानक परमाणु अस्त्रों के निर्माण से हर समय महाविनाश की आशंका बनी रहती है। विज्ञान का यह विध्वंसक रूप समस्त मानव जाति के लिए संहारकारी सिद्ध हो रहा है। अतः विज्ञान के निर्माणकारी रूप पर ही हमें बल देना होगा और संपूर्ण मानव जाति को एक होकर उसके संहारकारी रूप का परित्याग करना पड़ेगा। इस संदर्भ में ‘दिनकर’ ने उचित ही लिखा है –

सावधान मनुष्य, यदि विज्ञान है तलवार । तो उसे दे फेंक, तजकर मोह-स्मृति के पार ।।

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technology and education essay in hindi

Essay on Technology Development in India in Hindi

जिस प्रकार दिन ब दिन  टेक्नोलॉजी का विकास हो रहा है उसी के साथ साथ हमारे देश का विकास हो रहा है। टेक्नोलॉजी हमारी जीवन को और भी ज्यादा आसान बनाते जा रहा है।वर्तमान समय को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में टेक्नोलॉजी से हर काम  होगी। आज के जमाने में टेक्नोलॉजी हर क्षेत्र में काम आ रहा है। टेक्नोलॉजी का विकास विज्ञान से होता है। विज्ञान का चमत्कार आज सभी देख रहे है नई नई टेक्नोलॉजी के रूप में। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल तो सही तरीके से लिया जाए तो वह देश में विकास लाता है परंतु अगर इसका गलत उपयोग किया गया तो इसका दुष्परिणाम देश में भी देखा जा सकता है।

Table of Contents

टेक्नोलॉजी क्या है?

टेक्नोलॉजी का मतलब सभी मेथड,सिस्टम और डिवाइस जिसका इस्तेमाल विज्ञान के क्षेत्र में नई खोज के लिए किया जाता है। विज्ञान की दुनिया में टेक्नोलॉजी का उपयोग हर कोई नहीं कर पाता। बड़े बड़े वैज्ञानिकों ने टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बहुत सारे चीजों का आविष्कार किया था ,जिसका इस्तेमाल आज हम सब कर रहे हैं। पुराने समय के मुकाबले आज के समय में हमें जितने भी सुविधाएं मिली है यह सब टेक्नोलॉजी की मदद से मिली है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करने के लिए और कुछ नया आविष्कार करने के लिए बहुत सारे विज्ञान का ज्ञान प्राप्त होना चाहिए और मन में कुछ नया बनाने का उद्देश्य होना चाहिए।

नई नई टेक्नोलॉजी को देखते हुए मनुष्य का मानसिक विकास भी बढ़ता जा रहा है। हमारे आसपास दिखने वाली सभी डिवाइसेज और इस्तेमाल की जाने वाली सिस्टम को ही टेक्नोलॉजी कहते हैं।

टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट का महत्व:-

टेक्नोलॉजी का देश विदेश में बहुत महत्व है। किसी भी देश के विकाश का कारण उस देश की टेक्नोलॉजी ही है। देश के आर्थिक विकास का पूरा जिम्मा टेक्नोलॉजी के ऊपर होता है। टेक्नोलॉजी की सहायता से देश के आर्थिक व्यवस्था और सामाजिक व्यवस्था में सुधार आता है।मनुष्य के जीवन में चटर्जी का इतना महत्व बढ़ चुका है कि एक जगह से दूसरी जगह का हाल खबर हम बैठे बैठे पता लगा लेते हैं। ऐसी जगह जहां पैदल जाने पर हमें साल गुजर जाएगा ,वहां हम घंटों में पहुंच जाते हैं।टेक्नोलॉजी की मदद से बहुत सारी चीजों का आविष्कार किया गया ,जिसका इस्तेमाल मनुष्य करके अपने जीवन को और भी ज्यादा आसान बनाते जा रहे हैं।

आज का पूरा युग टेक्नोलॉजी का यूग हो गया है । टेक्नोलॉजी से ना सिर्फ मानव विकास होता है उसके साथ साथ पूरे देश का भी आर्थिक विकास होता है। टेक्नोलॉजी के विकाश के साथ मानव की मानसिक विकास हो रहा है जिससे और भी नए उपकरणों का आविष्कार होगा। उपकरणों का आविष्कार होगा।

टेक्नोलॉजी किन किन क्षेत्रों में मदद कर रहा है :-

टेक्नोलॉजी आज हर क्षेत्र में मदद कर रहा है कई सरे ऐसे क्षेत्र है जहां पर टेक्नोलॉजी का बहुत बड़ा योगदान है।हनी क्षेत्रों में विकास का कारण टेक्नोलॉजी बनता आ रहा है। निम्न मुख्य क्षेत्र है जैसे –

  कृषि की स्थिति में सुधार : –

टेक्नोलॉजी की मदद से कृषि क्षेत्र ने एक बहुत ही अच्छी गति प्राप्त कर ली है।इसकी वजह से आज खेतों में नए-नए उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। खेतों की जुताई और बीज रोपण सब कुछ नई तकनीक के साथ हो रही है। खेतों में हल चलाने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे किसानों को बहुत सहायता मिलती है।     

  खाद्य उत्पादन में बढ़ोतरी :-

खेतों में खाद्य उत्पादन की वृद्धि में भी टेक्नोलॉजी का ही हाथ है। खेतों की सिंचाई बीज रोपण और फसलों की कटाई सब कुछ टेक्नोलॉजी से हो रहा है। नई-नई केमिकल का आविष्कार करके खेतों में फसलों को कम समय में दोगुना उगाया जा रहा है।

औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि:-

टेक्नोलॉजी से औद्योगिक उत्पादन में अधिक वृद्धि हुई है जैसे नए नए उपकरण बनना ,सॉफ्टवेयर की मदद से अनेक डिवाइस में विकाश होना। आज हम सब इंटरनेट और मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे है वो भी टेक्नोलॉजी का देन है।

व्यापार में वृद्धि:-

टेक्नोलॉजी की मदद से व्यापार और व्यापारियों को सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है क्योंकि आजकल टेक्नोलॉजी की मदद से ऑनलाइन मिलने लग गई है लोग अपनों को भी खरीद लेते हैं। यह भी टेक्नोलोजी के कारण ही हुआ है।

शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का विकाश :-

वर्तमान समय में शिक्षा टेक्नोलॉजी की मदद से हो रही है। आज से अगर पिछले 1 वर्ष से देखा जाए तो कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में महामारी फैली हुई थी ।जिसका प्रभाव छात्रों की शिक्षा व्यवस्था में पड़ रहा था। बच्चों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए देश विदेश के सरकार ने ई लर्निंग के द्वारा बच्चों को पढ़ाने के विषय में सोचा। जिससे बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकेगी और वह स्कूल के शिक्षकों द्वारा पढ़ सकेंगे।टेक्नोलॉजी के वजह से वर्तमान काल में आज ऑनलाइन शिक्षा द्वारा बच्चों की पढ़ाई चल रही है।

अगर कोई छात्र अपनी शिक्षाएं स्कूल से नहीं ले पा रहा है तो वह मोबाइल के मदद से अपनी शिक्षा पूरी कर सकता है। मोबाइल में ऐसे कई सारे सॉफ्टवेयर बनाए गए हैं ,जोकि इन लर्निंग को फॉलो करता है।स्मार्टफोन इंटरनेट का इस्तेमाल किस प्रकार बढ़ता जा रहा है, टेक्नोलॉजी की मदद से इसमें विकास भी हो रहा है।

टेक्नोलॉजी की मदद से जीवन स्तर में शुरुवात:-

रोजमर्रा की जीवन में जिस प्रकार मनुष्य को टेक्नॉलॉजी की मदद से आरामदायक जिंदगी मिल रही है। प्राचीन काल में इसका अनुमान लगाया भी नहीं जा सकता था। आज मनुष्य की जरूरत की हर चीज उनके सामने हैं जैसे फ्रिज टीवी ,फैन ,कूलर ,वाशिंग मशीन, स्मार्टफोन आदि। टेक्नोलॉजी हमारी जीवन चर्या को और भी आसान बनाता जा रहा है।अनुमान लगाया जा सकता है कि भविष्य में टेक्नोलॉजी का और भी विकास हो जाएगा। चिकित्सा क्षेत्र में भी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है ,जिससे लोगों का जान बचाना और भी आसान हो गया है। टेक्नोलॉजी इतना वृद्धि करता जा रहा है कि आज इंसान जैसे दिखने वाले रोबोट बनाए गए है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से उसमे इंसानों जैसी सोचने समझने की क्षमता को डाला जाता है।जो बिल्कुल इंसान की तरह ही होता है।

निष्कर्ष :-  

टेक्नोलॉजी के विकास से लोगों को बहुत मदद मिल रही है परंतु इसका ज्यादा इस्तेमाल किया गया तो यह हानिकारक भी साबित हो सकता है। टेक्नोलॉजी की मदद से जिस प्रकार हर क्षेत्र में मशीनों का आविष्कार हो रहा है इससे हानिकारक प्रदूषण भी फैल सकता है। चुकी इसका इस्तेमाल हद में किया जाए तो यह हमारे देश को विकास की ओर ले जा सकता है।

FAQ (विषय से संबंधित प्रश्न) :-

1.प्रश्न:- टेक्नोलॉजी से इंटरनेट की शुरुवात कब से हुई?

उत्तर:-   इंटरनेट की शुरुवात 15 अगस्त 1995 में VSNL द्वारा हुई।

2.प्रश्न:- क्या टेक्नोलॉजी का बढ़ना मनुष्यो के लिए घातक साबित हो सकता है?

उत्तर:- अगर टेक्नोलॉजी की वृद्धि हद से ज्यादा हो जाएगी तो मनुष्यो की जगह  टेक्नोलॉजी से बनी रोबोट उपकरण ले लेगी और मनुष्य को नुकसान भी पहुंचा सकती है।

3.प्रश्न:- टेक्नोलॉजी का मनुष्यो के जीवन में गहरा प्रभाव क्या है?

उत्तर:- टेक्नोलॉजी के नए नए उपकरण और डिवाइस आ जाने से मनुष्य आलसी होते जा रहे है क्युकी सारा काम अपने आप ही मसिनो द्वारा हो रहा है। इससे मनुष्य के जीवन में गहरा प्रभाव आ सकता है।

4.प्रश्न:- क्या टेक्नोलॉजी आने वाले समय के लिए सही है?

उत्तर:-  टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल देश के विकाश के लिए किया जाए तो ये सही है परंतु टेक्नोलॉजी का हद से ज्यादा इस्तेमाल भविष्य में गलत साबित हो

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शिक्षा पर निबंध (Education Essay in Hindi)

शिक्षा

किसी भी व्यक्ति की प्रथम पाठशाला उसका परिवार होता है, और मां को पहली गुरु कहा गया है। शिक्षा वो अस्त्र है, जिसकी सहायता से बड़ी से बड़ी कठिनाइयों का सामना कर सकते है। वह शिक्षा ही होती है जिससे हमें सही-गलत का भेद पता चलता है। शिक्षा पर अनेकों निबंध लिखे गयें हैं, आगे भी लिखे जायेंगे। इसकी अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, एक वक़्त की रोटी ना मिले, चलेगा। किंतु शिक्षा जरुर मिलनी चाहिए। शिक्षा पाना प्रत्येक प्राणी का अधिकार है।

शिक्षा पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Education in Hindi, Shiksha par Nibandh Hindi mein)

शिक्षा पर निबंध – निबंध 1 (250 – 300 शब्द).

शिक्षा शब्द संस्कृत के ‘शिक्ष’ धातु से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है, सिखना या सिखाना। शिक्षा एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो हर किसी के जीवन में बहुत उपयोगी है। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करना हर व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार है।

शिक्षा की परिभाषाएं

गीता से अनुसार, “सा विद्या विमुक्ते”। अर्थात शिक्षा या विद्या वही है जो हमें बंधनों से मुक्त करे और हमारा हर पहलु पर विस्तार करे।

महात्मा गांधी के अनुसार, “सच्ची शिक्षा वह है जो बच्चों के आध्यात्मिक, बौद्धिक और शारीरिक पहलुओं को उभारती है और प्रेरित करती है। इस तरीके से हम सार के रूप में कह सकते हैं कि उनके मुताबिक़ शिक्षा का अर्थ सर्वांगीण विकास था।”

स्वामी विवेकानन्द के अनुसार, “शिक्षा व्यक्ति में अंतर्निहित पूर्णता की अभिव्यक्ति है।”

शिक्षा का उद्देश्य

शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार प्राप्त करना नहीं है अपितु मानव का सर्वांगीण विकास है। शिक्षा एकमात्र ऐसा धन है जिसे एकबार अर्जित करने पर वह कभी खर्च नहीं होती बल्कि बढ़ती ही रहती है। शिक्षा हमें आदम से मनुष्य बनाती है, यह हमें अन्य जीवों से श्रेष्ठ बनाती है।

शिक्षा मनुष्यों को सशक्त बनाती है और उन्हें जीवन की चुनौतियों का कुशलता से सामना करने के लिए तैयार करती है। शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए देश में शैक्षिक जागरूकता फैलाने की जरूरत है। सरकार को नई शिक्षा नीति को जल्द से जल्द  सभी शिक्षण संस्थानों में लागू करने की आवश्यकता है।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Education in Hindi

शिक्षा का अधिकार – निबंध 2 (400 शब्द)

शिक्षा के माध्यम से ही हम अपने सपने पूरे कर सकते हैं। जीवन को नयी दशा और दिशा दे सकते हैं। बिना शिक्षा के हम कुछ भी मुकाम हासिल नहीं कर सकते। आजकल जीविकोपार्जन करना हर किसी की जरुरत है, जिसके लिए आपका शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है। आज की पीढ़ी का बिना पढ़े-लिखे भला नहीं हो सकता।

शिक्षा से ही रोजगार के अवसरों का सृजन होता है। आज वही देश सबसे ताकतवरों की श्रेणी में आता है, जिसके पास ज्ञान की शक्ति है। अब वो दिन गये, जब तलवार और बंदूकों से लड़ाईयां लड़ी जाती थी, अब तो केवल दिमाग से खून-खराबा किए बिना ही बड़ी-बड़ी लड़ाईयां जीत ली जाती हैं।

शिक्षा का अधिकार

वैसे शिक्षा पाना हर किसी का अधिकार है। लेकिन अब इस पर कानून बन गया है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि अब हर किसी को अपने बच्चों को पढ़ाना अनिवार्य है। ‘निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम’ के नाम से यह कानून 2009 में लाया गया। शिक्षा का अधिकार’ हमारे देश के संविधान में वर्णित मूल अधिकारों में से एक है।

46वें संविधान संशोधन, 2002 में मौलिक अधिकार के रुप में चौदह साल तक के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा देने का नियम है। शिक्षा का अधिकार (आरटीआई एक्ट) संविधान के 21अ में जोड़ा गया है। यह 1 अप्रैल, 2010 से प्रभावी है। आरटीआई एक्ट में निम्न बातें बतायी गयीं हैं।

  • इस विधान के अनुसार अब किसी भी सरकारी विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा देने का प्रावधान है।
  • शिक्षा का अधिकार कानून विद्यार्थी-शिक्षक-अनुपात (प्रति शिक्षक बच्चों की संख्या), कक्षाओं, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग शौचालय, पीने के पानी की सुविधा, स्कूल-कार्य दिवसों की संख्या, शिक्षकों के काम के घंटे से संबंधित मानदंड और मानक देता है।
  • भारत में प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय (प्राथमिक विद्यालय + मध्य विद्यालय) को शिक्षा के अधिकार अधिनियम द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानक बनाए रखने के लिए इन मानदंडों का पालन करना है।
  • जो बच्चे किसी कारणवश उचित समय पर विद्यालय नहीं जा पाते, उन्हें भी उचित कक्षा में प्रवेश देने का नियम है।
  • साथ ही यह प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति भी करता है।

यह संविधान में उल्लेख किए गये मूल्‍यों के हिसाब से पाठ्यक्रम के विकास के लिए प्रावधान करता है। और बच्‍चे के समग्र विकास, बच्‍चे के ज्ञान, सम्भावना और प्रतिभा निखारने तथा बच्‍चे की मित्रवत प्रणाली एवं बच्‍चा केन्द्रित ज्ञान प्रणाली के द्वारा बच्‍चे को डर, चोट और चिंता से मुक्‍त करने को संकल्पबध्द है।

शिक्षा पर आधुनिकीकरण  का प्रभाव – निबंध 3 (500 शब्द)

हमारा देश प्राचीनकाल से ही शिक्षा का केंद्र रहा है। भारत में शिक्षा का समृद्ध और दिलचस्प इतिहास रहा है। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन दिनों में, शिक्षा को संतों और विद्वानों द्वारा मौखिक रूप से दिया जाता था और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जानकारी को प्रेषित किया जाता था।

पत्रों के विकास के बाद, यह ताड़ के पत्तों और पेड़ों की छाल का उपयोग करके लेखन का रूप ले लिया। इससे लिखित साहित्य के प्रसार में भी मदद मिली। मंदिरों और सामुदायिक केंद्रों ने स्कूलों की भूमिका बनाई। बाद में, शिक्षा की गुरुकुल प्रणाली अस्तित्व में आई।

शिक्षा पर आधुनिकीकरण  का प्रभाव

शिक्षा समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा ही हमारे ज्ञान का सृजन करती है, इसे छात्रों को हस्तांतरित करती है और नवीन ज्ञान को बढ़ावा देती है। आधुनिकीकरण सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन की एक प्रक्रिया है। यह मूल्यों, मानदंडों, संस्थानों और संरचनाओं को शामिल करने वाली परिवर्तन की श्रृंखला है। समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण के अनुसार, शिक्षा व्यक्ति की व्यक्तिगत जरूरतों के हिसाब से नहीं होती है, बल्कि यह उस समाज की जरूरतों से उत्पन्न होती है, जिसमें व्यक्ति सदस्य होता है।

एक स्थिर समाज में, शैक्षिक प्रणाली का मुख्य कार्य सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ियों तक पहुंचाना है। लेकिन एक बदलते समाज में, इसका स्वरुप पीढ़ी-दर-पीढ़ी बदलते रहता हैं और ऐसे समाज में शैक्षणिक व्यवस्था को न केवल सांस्कृतिक विरासत के रुप में लेना चाहिए, बल्कि युवा को उनमें बदलाव के समायोजन के लिए तैयार करने में भी मदद करनी चाहिए। और यही भविष्य में होने वाली संभावनाओं की आधारशिला रखता है।

आधुनिक शैक्षणिक संस्थानों में कुशल लोग तैयार होते हैं, जिनके वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान से देश का औद्योगिक विकास होता है। व्यक्तिवाद और सार्वभौमिकतावादी नैतिकता आदि जैसे अन्य मूल्यों को भी शिक्षा के माध्यम से विकसित किया जा सकता है। इस प्रकार शिक्षा आधुनिकीकरण का एक महत्वपूर्ण अस्त्र हो सकता है। शिक्षा के महत्व को इस तथ्य से महसूस किया जा सकता है कि सभी आधुनिक समाज शिक्षा के सार्वभौमिकरण पर जोर देते हैं और प्राचीन दिनों में, शिक्षा एक विशेष समूह के लिए केंद्रित थी। लेकिन शिक्षा के आधुनिकीकरण के साथ, अब हर किसी के पास अपनी जाति, धर्म, संस्कृति और आर्थिक पृष्ठभूमि के बावजूद शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा है।

आधुनिकीकरण का असर विद्यालयों में भी देखा जा सकता है। आधुनिक दिन के विद्यालय पूरी तरह से तकनीकी रूप से ध्वनि उपकरणों से लैस हैं जो बच्चों को अधिक स्पष्ट तरीके से अपनी विशेषज्ञता विकसित करने में मदद करते हैं। प्रभावी सुविधाएं विकलांग व्यक्तियों के लिए बाधा मुक्त साधन प्रदान करती हैं, स्वास्थ्य और पर्यावरणीय खतरों से मुक्त होती हैं, छात्रों और शिक्षकों के लिए पर्याप्त स्थान प्रदान करती हैं, और कक्षा और निर्देशात्मक उपयोग के लिए उपयुक्त तकनीक से लैस होती हैं।

वर्तमान शिक्षण प्रणाली को एक कक्षा प्रणाली की तुलना में कक्षा के स्थानों में अधिक लचीलेपन की जरुरत होती है। उदाहरण के लिए, छोटे समूहों में एक साथ काम करने वाले छात्र, जिले के कुछ नए प्राथमिक विद्यालयों में कक्षाओं के बीच साझा स्थानों का उपयोग कर सकते हैं।

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    Education Technology (शिक्षा प्रौधौगिकी) ... विश्व एड्स दिवस पर निबंध Essay on World AIDS Day in Hindi; रामधारी सिंह दिनकर का जीवन परिचय Ramdhari Singh Dinkar Biography in Hindi;

  17. टेक्नोलॉजी क्या है ,प्रकार,उपयोग,फायदे और नुकसान

    टेक्नोलॉजी क्या है ? - What is Technology in Hindi आसान शब्दों में समझा जाए तो टेक्नोलॉजी एक ऐसी कला है जिसका प्रयोग करके किसी भी काम को आसान और सुविधाजनक बनाया जाता है।

  18. तकनीकी पर निबंध

    तकनीकी पर निबंध | Technology Essay in Hindi तकनीकी पर निबंध (250 शब्द) जैसा कि हम आज जान चुके हैं कि तकनीक के बिना हमारा जीवन बदल चूका हैं। तकनीक ने हमारे कामों को काफी आसान ...

  19. Science and Technology Essay In Hindi विज्ञान और तकनीकी पर निबंध

    Essay on Science and Technology In Hindi Language 300 Words. विज्ञान और तकनीकी की उन्नति ने विश्व के लोगो को बहुत लाभ पहुँचाया है। विज्ञान और तकनीकी के कारन ही हम आज बहुत अच्छा जीवन व्यतीत ...

  20. तकनीक एक वरदान या अभिशाप पर निबंध

    तकनीक एक वरदान या अभिशाप पर निबंध (Is Technology a Boon or Bane Essay in Hindi) By अर्चना सिंह / May 1, 2021. आज का समय मानव के लिए तकनीकी और विज्ञान का समय है। हमने ...

  21. Essay on Technology Development in India in Hindi

    Essay On Need Of Cleanliness in Hindi स्वच्छता के महत्व: एक स्वस्थ और विकसित भारत के लिए स्वच्छ भारत अभियान: वृक्षारोपण, सफाई, और पर्यावरण संरक्षण!

  22. शिक्षा पर निबंध (Education Essay in Hindi)

    शिक्षा पर निबंध (Education Essay in Hindi) किसी भी व्यक्ति की प्रथम पाठशाला उसका परिवार होता है, और मां को पहली गुरु कहा गया है। शिक्षा वो अस्त्र है ...